India Humanitarian Aid: 'भारत का उदार भाव फलस्तीनी शरणार्थियों की मदद करेगा', संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने सरकार के कदमों को सराहा
इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध के दौरान संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) ने शुक्रवार को कहा कि भारत के उदार भाव से एजेंसी को फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए अपनी जीवनरक्षक सेवाएं जारी रखने में मदद मिलेगी। भारत ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को 2.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की दूसरी किश्त जारी की। इस तरह से भारत ने 50 लाख डॉलर की सालाना प्रतिबद्धता को पूरा किया।
पीटीआई, यरुशलम। इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध के दौरान संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) ने शुक्रवार को कहा कि भारत के 'उदार भाव' से एजेंसी को फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए अपनी जीवनरक्षक सेवाएं जारी रखने में मदद मिलेगी। भारत ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को 2.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की दूसरी किश्त जारी की।
यूएनआरडब्ल्यूए की प्रवक्ता तमारा अलरिफाई ने समाचार एदजेंसी पीटीआई से कहा, "हम फलस्तीन में एक बहुत ही कठिन साल के अंत में पहुंच रहे हैं, यूएनआरडब्ल्यूए उन साझेदारों के समर्थन के लिए आभारी है जो फलस्तीन के शरणार्थियों के साथ खड़े हैं।"
भारत ने 50 लाख डॉलर की सालाना प्रतिबद्धता को पूरा किया
उन्होंने कहा, "भारत के इस उदार कदम से एजेंसी को फलस्तीन शरणार्थियों के लिए अपनी जीवनरक्षक सेवाएं जारी रखने में मदद मिलेगी।" वहीं, इस तरह से भारत ने 2023-24 के लिए 50 लाख डॉलर की अपनी सालाना प्रतिबद्धता को पूरा कर लिया है।2018 से 30 मिलियन डॉलर की मदद कर चुका है भारत
इससे पहले भारत सरकार ने 19 नवंबर को मिस्र के एल-अरिश हवाई अड्डे के रास्ते फलस्तीन के लोगों को 32 टन मानवीय सहायता पहुंचाई थी। साल 2018 से भारत ने यूएनआरडब्ल्यूए को 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद कर चुका है। यूएनआरडब्ल्यूए साल 1950 से ही संकटग्रस्त इलाकों में काम कर रहा है। इस समय एजेंसी फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए राहत कार्यक्रम चला रही है।
एजेंसी गाजा में इजरायल-हमास युद्ध के बीच अपना कामकाज जारी रखने के लिए संघर्ष कर रही है। कई बार इजरायल गाजा में जरूरी सामानों की एंट्री पर बैन लगा चुका है।