हिजाब पर ईरान सरकार अड़ी; देशव्यापी प्रदर्शनों के बीच 26 प्रदर्शनकारियों की मौत, 733 से ज्यादा घायल
इस्लामी देश ईरान में हिजाब को लेकर विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। वहीं ईरान की सरकार अपने रुख पर अड़ी है। ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने प्रदर्शनकारियों को कहा कि यह अराजकता स्वीकार नहीं की जाएगी। पढ़ें यह रिपोर्ट...
By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Fri, 23 Sep 2022 07:10 PM (IST)
न्यूयार्क, एजेंसी। इस्लामी देश ईरान में हिजाब को लेकर विवाद अपने चरम पर है, फिर भी ईरान सरकार अपने रुख पर अड़ी है। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन करने रहे ईरानियों के लिए कहा कि अराजकता को स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसीलिए ईरानी सेना ने भी कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वह देशव्यापी प्रदर्शनों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दुश्मनों का मुकाबला करेंगे।
ईरानी सेना और सुरक्षा बलों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा
इस बीच, अमेरिका ने मोरल पुलिसिंग के लिए ईरानी सेना और सुरक्षा बलों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करते हुए कहा कि यह 22 वर्षीय युवती की मौत के लिए जिम्मेदार है। हिजाब नहीं पहनने पर मोरल पुलिस की हिरासत में माहसा अमीनी की मौत के बाद हुए हिंसक प्रदर्शनों में 26 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है।
पुलिस स्टेशनों और वाहनों को जलाया
तेहरान और अन्य शहरों में जारी हिंसक प्रदर्शनों में कई पुलिस स्टेशनों और वाहनों को जलाया जा चुका है। बताया जाता है कि कुर्दिश इलाकों में घायलों की संख्या 733 के ऊपर जा चुकी है। ईरानी शासकों को अब लगने लगा है कि यह प्रदर्शन गैस की कीमतों को लेकर वर्ष 2019 के देशव्यापी हिंसक प्रदर्शनों जैसा रूप नहीं ले लें।माहसा अमीनी की मौत के मामले की जांच के आदेश
न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर एक प्रेस कांफ्रेंस में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने बताया कि उन्होंने माहसा अमीनी की मौत के मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। इस्लामी फरमान के मुताबिक हिजाब नहीं पहनने के कारण उसकी पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। रईसी ने अमीनी मामले की मीडिया में अत्यधिक कवरेज पर भी ऐतराज जताते हुए कहा कि यह मीडिया के दोहरे मापदंड हैं।मुठभेड़ों में पुरुषों और महिलाओं की मौत
अमेरिका समेत हर दिन विभिन्न देशों में पुलिस मुठभेड़ों में पुरुषों और महिलाओं की मौत हो रही है। लेकिन उसके प्रति कोई संवेदनशीलता नहीं है। ईरान में जारी देशव्यापी प्रदर्शनों के बीच अमेरिका ने ईरान की मोरल पुलिस का काम करने वाली सेना और सुरक्षा बलों पर प्रतिबंध लगा दिया है।