ईरान के बदला लेने के संकल्प के बाद इजरायल ने बढ़ाई अपनी सुरक्षा, सैन्यकर्मियों को अलर्ट पर रहने का निर्देश
दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हवाई हमले के बाद ईरान के बदला लेने का संकल्प जताए जाने से इजरायल ने अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है। सैन्यकर्मियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं और उन्हें अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। सोमवार को हुए हवाई हमले में ईरानी दूतावास में तैनात ईरान के दो जनरल मारे गए थे। हमले का शक इजरायल पर जताया गया है।
रायटर, यरुशलम। दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हवाई हमले के बाद ईरान के बदला लेने का संकल्प जताए जाने से इजरायल ने अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है। सैन्यकर्मियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं और उन्हें अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है।
अलर्ट पर इजरायली सेना
वैसे सात अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के बाद से इजरायली सेना अलर्ट पर है और तीन लाख आरक्षित सैनिकों को भी बुला लिया गया है लेकिन ईरान के संकल्प जताने के बाद सतर्कता का स्तर बढ़ा दिया गया है। सोमवार को हुए हवाई हमले में ईरानी दूतावास में तैनात ईरान के दो जनरल मारे गए थे। हमले का शक इजरायल पर जताया गया है।
इजरायल को हथियारों की बिक्री रोकने की मांग
गाजा में तीन ब्रिटिश राहतकर्मियों की इजरायली हमले में मौत के बाद ब्रिटेन के न्यायाधीशों और खुफिया विशेषज्ञों ने इजरायल को हथियारों की बिक्री रोकने की मांग सरकार से की है। 600 से ज्यादा कानूनी व्यवसाय से जुड़े लोगों और खुफिया विशेषज्ञों ने ब्रिटेन सरकार से गाजा में हो रहे नरसंहार से दूर हो जाने के लिए कहा है। इजरायल को हथियारों की बिक्री रोके जाने की मांग कई अन्य यूरोपीय देशों में भी उठ रही है।सात राहतकर्मियों की मौत पर राष्ट्रपति बाइडन ने क्या कहा?
इस बीच इजरायल ने कहा है कि सात राहतकर्मियों को मारे जाने की घटना की जांच पूरी होने में कई हफ्ते का समय लग सकता है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने हमले की घटना की जांच त्वरित गति से पूरा करने और हमले के लिए जिम्मेदारी तय करने के लिए कहा है।यह भी पढ़ेंः कभी कांग्रेस का पक्ष रखते थे ये नेता... अब इन दलों की बने आवाज; फेहरिस्त में पूनावाला से लेकर गौरव तक
गेंट्ज ने वार कैबिनेट छोड़ने का संकेत दिया
इजरायल की वार कैबिनेट में शामिल विपक्ष के नेता बेनी गेंट्ज ने पद छोड़ने की धमकी दी है। कहा है कि नेतन्याहू सरकार अंतरिम व्यवस्था खत्म करें और जल्द चुनाव कराकर पूर्ण बहुमत प्राप्त सरकार का गठन का रास्ता साफ करे। मजबूत सरकार ही फलस्तीन समस्या का समाधान करने में सक्षम होगी। गेंट्ज गाजा युद्ध के दौरान नेतन्याहू सरकार के कई निर्णयों को लेकर पूर्व में असंतोष जता चुके हैं।
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