Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

ईरान में हिजाब न पहनना अभिशाप, कानून का उल्लंघन करने पर हुई नैतिक पुलिस से झड़प; डॉक्टरों ने किया ब्रेन डेड घोषित

बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में तेहरान मेट्रो में हिजाब का उल्लंघन करने के बाद गेरवांड और अधिकारियों के बीच झड़प हुई थी जिसके बाद पीड़िता को गंभीर चोट आई थी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक ईरान अपने ऊपर लगे इन आरोपों से इनकार कर रही है।

By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Mon, 23 Oct 2023 09:02 PM (IST)
Hero Image
ईरान में हिजाब न पहनना अभिशाप (Image: Reuters)

रॉयटर्स, दुबई। Iran Hijab Row: ईरान की किशोरी लड़की अर्मिता गेरवांड को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया है। बता दें कि ये वहीं किशोरी है, जिसने हिजाब कानून का उल्लंघन किया था।

अधिकारियों के साथ हुई कथित मुठभेड़ के बाद पीड़िता कोमा में चली गई थी। रविवार को ईरानी राज्य मीडिया द्वारा दी गई एक जानकारी के मुताबिक, मेडिकल स्टाफ द्वारा की गई तमाम कोशिशों के बावजूद गेरवांड का ब्रेन डेड है।

आर्मिता गेरावंड की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल

आर्मिता गेरावंड के अस्पताल में भर्ती होने की बात को सार्वजनिक करने वाले दक्षिणपंथी समूह कुर्दिश-ईरानी हेंगॉ पहले व्यक्ति थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर 16 वर्षीय लड़की की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसमें उसे श्वसन ट्यूब और सिर पर पट्टी के साथ बेहोश देखा जा सकता है। आर्मिता लाइफ सपोर्ट पर थी।

हालांकि, समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अब तक इन तस्वीरों की पुष्टि नहीं की है। गौरतलब है कि, ईरान में हिजाब का उल्लंघन करने के बाद महसा अमिनी की भी इसी तरह मौत हो गई थी। बता दें कि पिछले साल नैतिकता पुलिस की हिरासत में मौत के बाद देश भर में कई महीनों तक सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए थे।

तेहरान मेट्रो में किया था हिजाब का उल्लंघन

बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में तेहरान मेट्रो में हिजाब का उल्लंघन करने के बाद गेरवांड और अधिकारियों के बीच झड़प हुई थी, जिसके बाद पीड़िता को गंभीर चोट आई थी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ईरान अपने ऊपर लगे इन आरोपों से इनकार कर रही है। ईरान में इस समय अनिवार्य इस्लामिक ड्रेस कोड लागू है। 1979 में धर्मनिरपेक्ष और पश्चिमी समर्थित शाह को अपदस्थ करने के बाद से ईरान के धार्मिक प्रतिष्ठान ने महिलाओं की पोशाक पर प्रतिबंध लगा दिया है।

क्या है ईरान में हिजाब का कानून?

कानून के अनुसार महिलाओं को अपने बाल ढकने और लंबे, ढीले-ढाले कपड़े पहनने की आवश्यकता होती है। उल्लंघनकर्ताओं को सार्वजनिक फटकार, जुर्माना या गिरफ्तारी का सामना करना पड़ता है। सख्त इस्लामिक ड्रेस कोड को धता बताते हुए, अमिनी की मौत के बाद से देश भर में मॉल, रेस्तरां और दुकानों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर अधिक महिलाएं दिखाई दे रही हैं।

यह भी पढ़े: Israel Hamas War: हमास के आतंकियों ने शवों के नीचे रखा विस्फोटक, स्कूली बच्चों के बैग में छिपाए बम; मंसूबा जान कांप जाएंगे आप

यह भी पढ़े: Bangladesh Train Accident: बांग्लादेश में दो ट्रेनें आपस में टकराईं, 15 लोगों की मौत; कई घायल