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अमेरिका का किनारा और चीन ने किया विरोध, ईरान ने ली बदले की कसम, खतरनाक जंग की आहट पर क्या बोली दुनिया?

Ismail Haniyeh assasination हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या ने पूरी दुनिया में टेंशन बढ़ा दी है। जहां ईरान ने बदला लेने की कसम खाई है तो वहीं इजरायल ने अब तक इस पर चुप्पी साधी हुई है। इधर अमेरिका ने किनारा किया है तो चीन ने खुलेआम विरोध जताया है। खतरनाक युद्ध की आहट के बीच दुनिया के कई देशों की घटना पर प्रतिक्रिया आई है।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Wed, 31 Jul 2024 10:31 PM (IST)
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ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के कुछ घंटों बाद हुई हानिया की हत्या।

रॉयटर्स, काहिरा/दुबई। हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या ने मध्य पूर्व में तनाव बढ़ा दिया है और एक बड़े की संभावना भी जताई जाने लगी है। इससे पहले बुधवार की सुबह ईरान की राजधानी तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया हत्या कर दी गई थी। फ़िलिस्तीनी इस्लामी आतंकवादी समूह और ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने हनिया की मौत की पुष्टि की करते हुए कहा कि यह ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में हानिया के शामिल होने के कुछ घंटों बाद हुआ।

ईरान ने इस हत्या के लिए इजरायल को जिम्मेदार माना है और बदला लेने की धमकी दी है। हालांकि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार ने अब तक इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं ली है और इजरायल ने कहा है कि वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा।

युद्ध विराम के प्रयासों को बड़ा झटका

इससे पहले इजराइल ने दावा किया था कि उसने इजराइली कब्जे वाले गोलान हाइट्स में एक घातक हमले के प्रतिशोध में लेबनान की राजधानी बेरूत में एक हिजबुल्लाह कमांडर को मार डाला है। इस दावे के 24 घंटे के भीतर ही हानिया की हत्या की खबर सामने आई। इस घटना ने इजराइल और ईरान समर्थित हमास के बीच गाजा में चल रहे युद्ध में किसी भी प्रकार के युद्धविराम समझौते की संभावना लगभग खत्म कर दी है।

हमास ने एक बयान में कहा है कि हनिया की हत्या लड़ाई को नए आयाम तक ले जाएगी और इसके बड़े परिणाम होंगे। इधर, ईरान ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाते हुए तीन दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की और कहा कि इजरायल के प्रति समर्थन के कारण हमले की जिम्मेदारी अमेरिका की है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि इजरायल ने खुद के लिए कड़ी सजा का आधार बनाया है और हनिया की मौत का बदला लेना तेहरान का कर्तव्य है।

इजरायल ने टिप्पणी से किया इंकार

यरूशलम में इजरायली सरकार के प्रवक्ता ने हनिया की हत्या पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि देश ईरानी प्रतिशोध के तहत किसी भी घटना के लिए हाई अलर्ट पर है। वहीं, सिंगापुर में एक कार्यक्रम में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने हनिया की हत्या पर एक सवाल को टाल दिया और कहा कि व्यापक क्षेत्रीय तनाव से बचने के लिए गाजा में युद्धविराम समझौता महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को इस हत्या के बारे में न तो जानकारी थी और न ही वह इसमें शामिल था।

कतर ने की निंदा

मिस्र के साथ गाजा में लड़ाई को रोकने के उद्देश्य से वार्ता में मध्यस्थता करने वाले कतर ने हानिया की निंदा करते हुए कहा कि इससे संघर्ष में खतरनाक वृद्धि होगी। कतर के प्रधान मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'बातचीत जारी रहने के दौरान गाजा में राजनीतिक हत्याएं और नागरिकों को लगातार निशाना बनाना हमें यह पूछने पर मजबूर करता है कि जब एक पक्ष दूसरे पक्ष के वार्ताकार की हत्या कर देता है तो मध्यस्थता कैसे सफल हो सकती है?'

चीन ने किया हमले का विरोध

मिस्र ने कहा कि यह तनाव को शांत करने के लिए इजरायल की ओर से राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी को दर्शाता है। चीन, रूस, तुर्की और इराक ने भी हमले की निंदा की। चीन ने चेतावनी दी कि इस घटना से क्षेत्र में संकट और अधिक बढ़ सकता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने यहां प्रेस वार्ता में कहा कि बीजिंग हनिया की हत्या का कड़ा विरोध करता है। लिन ने कहा, 'चीन ने हमेशा बातचीत और संवाद के माध्यम से क्षेत्रीय विवादों को सुलझाने की वकालत की है।' फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने भी हत्या की निंदा की। इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी गुटों ने हड़ताल और बड़े पैमाने पर प्रदर्शन का आह्वान किया।