Israel-Palestine Conflict: गाजा सिटी में फिर तेज हो सकती है लड़ाई, इजरायली सेना ने दिया शहर को खाली करने का आदेश
इजरायल और फलस्तीन के बीच लगातार जंग जारी है। इस बीच एक बार फिर युद्ध में तेजी देखी जा सकती है। इसका संकेत इजराइली सेना ने ‘गाजा सिटी’ को खाली किए जाने का आदेश देकर दे दिया है।इजरायल को हमास आतंकियों को जड़ से खत्म करने के पीछे इसका कारण माना जा रहा है। वहींसेंट्रल गाजा में बुधवार को इजरायल के हवाई हमले में 20 फलस्तीनियों की मौत हो गई
एपी, यरुशलम। गाजा में युद्धविराम प्रयासों के बीच लड़ाई फिर से तेज हो सकती है। इजरायली सेना ने बुधवार को गाजा सिटी को खाली करने के आदेश दिए हैं। यह युद्ध का प्रारंभिक लक्ष्य था और अब नए सिरे से लड़ाई देखी जा रही है। इजरायली सेना ने शहर में पर्चे गिराए, जिसमें लोगों से दक्षिण की ओर जाने का आह्वान किया गया और कहा गया कि गाजा शहर एक खतरनाक युद्ध क्षेत्र बना रहेगा।
इस बीच, सेंट्रल गाजा में बुधवार को इजरायल के हवाई हमले में 20 फलस्तीनियों की मौत हो गई, इसमें छह बच्चे और तीन महिलाएं शामिल हैं। निकासी आदेश यह संकेत दे रहा है कि इजरायल गाजा सिटी में घुसपैठ कर रहा है, जहां वह हाल के दिनों में कई बाहरी इलाकों में काम कर रहा है। यह नवीनतम संकेत था कि हमास उन क्षेत्रों में फिर से संगठित हो रहा है जिन्हें इजरायल ने पहले कहा था कि उसने आतंकवादियों को साफ कर दिया है। यह निकासी आदेश ऐसे समय आया है जब अमेरिका, मिस्त्र और कतर के मध्यस्थ दोहा में वार्ता कर युद्धविराम समझौते का प्रयास कर रहे हैं।
इजरायल के हवाई हमले में 20 फलस्तीनियों की मौत
इजरायल का कहना है कि वह गाजा के विभिन्न हिस्सों में नौ महीने से सेना के हवाई और जमीनी हमलों के अभियान के बीच फिर से संगठित होने वाले हमास लड़ाकों का पीछा कर रहा है। उधर, सेंट्रल गाजा में बुधवार को इजरायल के हवाई हमले में 20 फलस्तीनियों की मौत हो गई, इसमें छह बच्चे और तीन महिलाएं शामिल हैं। फलस्तीनी अधिकारियों के अनुसार इजरायली सेना ने इस क्षेत्र को सेफ जोन घोषित कर रखा है। इसी तरह, प्रत्यक्षदर्शियों ने बुधवार को आरोप लगाया कि इजरायल ने दक्षिणी गाजा में मंगलवार को एक स्कूल में फुटबाल मैच देखने को जुटे शरणार्थियों पर मिसाइल दागे। इसमें कम से कम 29 लोगों की मौत हो हुई थी।इजरायल ने सीरियाई सेना पर किए हमले
इजरायली सेना ने बुधवार को कहा कि इजरायली टैंक और तोपों ने सीरियाई सेना को लक्षित कर हमले किए हैं। आरोप लगाया कि उसने गोलन हाइट्स क्षेत्र में 1974 में हुए विसैन्यीकरण समझौते का उल्लंघन किया है। इजरायली सुरक्षा बलों ने कहा कि वह अपने अधिकार क्षेत्र में किसी भी गतिविधि की अनुमति नहीं दे सकता।यह भी पढ़ें- ड्रैगन का दुस्साहस! अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, अरुणाचल प्रदेश पर किया फिर से खोखला दावा; भारत को अब दी ये धमकी