स्वतंत्र फलस्तीन की मांग कर रहे आतंकी संगठन हमास के इजरायल के सात शहरों पर अप्रत्याशित हमले में शनिवार को शारनेगेव शहर के मेयर समेत करीब 100 लोग मारे गए और 900 से ज्यादा घायल हुए हैं। हमास लड़ाकों ने सीमावर्ती इजरायली शहरों में घुसकर कुछ विदेशी नागरिकों समेत 50 लोगों को बंधक बना लिया है। इसके बाद इजरायल ने युद्ध का एलान करते हुए जवाबी हमला किया है।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Sun, 08 Oct 2023 12:31 AM (IST)
रायटर, यरुशलम। स्वतंत्र फलस्तीन की मांग कर रहे आतंकी संगठन हमास के इजरायल के सात शहरों पर अप्रत्याशित हमले में शनिवार को शारनेगेव शहर के मेयर समेत करीब 100 लोग मारे गए और 900 से ज्यादा घायल हुए हैं। हमास लड़ाकों ने सीमावर्ती इजरायली शहरों में घुसकर कुछ विदेशी नागरिकों समेत 50 लोगों को बंधक बना लिया है।
जवाबी हमले में 200 से ज्यादा फलस्तीनियों की मौत
बड़े पैमाने पर जान-माल के नुकसान के बाद इजरायल ने युद्ध का एलान करते हुए जवाबी हमला किया है। इजरायली सेनाओं के शुरुआती हमलों में फलस्तीनी इलाके गाजा पट्टी और कुछ अन्य स्थानों में रहने वाले 200 से ज्यादा लोगों के मारे जाने और 1,610 के घायल होने की खबर है।
अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान का इजरायल को समर्थन
पश्चिम एशिया की अचानक बिगड़ी स्थिति से पूरा विश्व सकते में आ गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी हमास के हमले की निंदा करते हुए इजरायल का समर्थन किया है और हर तरह की सहायता देने का प्रस्ताव किया है। ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान और कई अन्य देशों ने इजरायल का समर्थन किया है जबकि संयुक्त राष्ट्र ने संयम बरतने की अपील की है।
इजरायल के कई शहरों पर हमास का हमला
फलस्तीन के ईरान समर्थित आतंकी संगठन हमास ने शनिवार सुबह इजरायल पर सबसे बड़ा हमला करते हुए कुछ ही मिनटों में हजारों राकेट दागे। इसी दौरान सैकड़ों हमास लड़ाके जमीनी और समुद्री रास्तों से अति सुरक्षित इजरायली सीमाओं को लांघते हुए इजरायल के सीमावर्ती शहरों में जा घुसे।
हमास के आतंकियों ने कई को बनाया बंधक
वहां उन्होंने प्रमुख इमारतों पर फायरिंग करते हुए उन पर कब्जा कर लिया और वहां मौजूद अधिकारियों को बंधक बना लिया। बंधक बने लोगों में कई इजरायली सुरक्षाकर्मी, 17 नेपाली नागरिक और कई अन्य देशों के नागरिक हैं। हमास ने इजरायली शहरों पर पांच हजार राकेटों से हमले का दावा किया है। हमास के हमलों से इजरायली शहरों में कई स्थानों पर आग लग गई और भारी नुकसान हुआ है।
पीएम नेतन्याहू ने युद्ध का किया एलान
इस हमले के कुछ देर बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की अध्यक्षता में हुई इजरायली मंत्रिमंडल की बैठक में युद्ध का एलान किया गया और हमास को नेस्तनाबूद करने का संकल्प लिया गया। इसके बाद इजरायल के हवाई हमलों में फलस्तीनी इलाके गाजा पट्टी, यरुशलम के इलाकों और अन्य स्थानों पर 198 लोग मारे गए। समय बढ़ने के साथ मृतकों और घायलों की संख्या और बढ़ सकती है।
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भारत सरकार ने इजरायली और फलस्तीनी इलाकों में मौजूद लोगों के लिए एडवाइजरी की है। युद्धग्रस्त क्षेत्र में मौजूद लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और भारतीय दूतावास से संपर्क बनाए रखने की हिदायत दी गई है।
ईरान और इराक ने किया हमास का समर्थन
इजरायल पर हमास के हमले का ईरान और इराक ने समर्थन किया है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह हमला इजरायल के मुकाबले के लिए हमास के हौसले को प्रदर्शित करता है। यह हमला जिस तरह से संगठित तरीके से किया गया है वह अवैध कब्जे के खिलाफ फलस्तीनियों की एकजुटता को द्योतक है।
इराक ने इस हमले को दशकों के अवैध कब्जे के खिलाफ फलस्तीनी लोगों की स्वाभाविक प्रतिक्रिया बताया है। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि फलस्तीन में तनाव और हिंसा होने से क्षेत्रीय स्थिरता प्रभावित हो सकती है।फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक करके कहा है कि अवैध कब्जा किए लोगों से सुरक्षा का फलस्तीनियों का अधिकार है, वे उसी अधिकार से अपना बचाव कर रहे हैं। फलस्तीन की इस स्थिति के लिए इजरायल जिम्मेदार है।