Israel Hamas War: गाजा के अस्पताल में इजरायली सेना का कहर, सैकड़ों मारे, 500 गिरफ्तार; हमास बोला...
गाजा सिटी में लड़ाई के ताजा दौर में इजरायली सेना ने अल शिफा अस्पताल में और इसके आसपास चार दिनों में सैकड़ों लड़ाकों को मारा है और 500 से ज्यादा को गिरफ्तार किया है। ये लड़ाके हमास और इस्लामिक जिहाद के हैं। यह लड़ाई तब भड़की थी जब सुरंगों से होकर सैकड़ों लड़ाके अस्पताल में पहुंच गए थे और वहां से उन्होंने इजरायली सैनिकों पर हमले शुरू कर दिए थे।
रॉयटर्स, यरुशलम। गाजा सिटी में लड़ाई के ताजा दौर में इजरायली सेना ने अल शिफा अस्पताल में और इसके आसपास चार दिनों में सैकड़ों लड़ाकों को मारा है और 500 से ज्यादा को गिरफ्तार किया है। ये लड़ाके हमास और इस्लामिक जिहाद के हैं।
यह लड़ाई तब भड़की थी जब सुरंगों से होकर सैकड़ों लड़ाके अस्पताल में पहुंच गए थे और वहां से उन्होंने इजरायली सैनिकों पर हमले शुरू कर दिए थे। इजरायली सेना ने गाजा के इस सबसे बड़े अस्पताल पर एक बार फिर से कब्जा कर लिया है।
हमलों के बाद सेना ने अस्पताल में प्रवेश किया
अस्पताल से छिटपुट हमलों के बाद सोमवार सुबह जब इजरायली सेना ने अस्पताल में प्रवेश किया तो उसे वहां पर कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ा। वहां पर चार दिन की भीषण लड़ाई के बाद सेना एक बार फिर अल शिफा अस्पताल पर कब्जा करने में सफल रही है।अस्पताल से 500 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया
इजरायली सेना ने कहा है कि अस्पताल से 500 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 358 हमास और इस्लामिक जिहाद के आतंकी हैं। करीब साढ़े पांच महीने के युद्ध में किसी एक स्थान पर लड़ाकों को मारे जाने और गिरफ्तार किए जाने की यह सबसे बड़ी संख्या है।
हमास व इस्लामिक जिहाद को भारी नुकसान
इजरायली सेना के प्रवक्ता रीयर एडमिरल डैनियल हागारी ने कहा है कि अल शिफा अस्पताल और इसके आसपास हमास व इस्लामिक जिहाद को भारी नुकसान हुआ है। मारे गए लड़ाकों में इस्लामिक जिहाद के तीन सीनियर कमांडर भी शामिल हैं। जबकि हमास ने इन सूचनाओं को अस्पताल पर हमले को सही ठहराने के लिए इजरायल का झूठा प्रचार कहा है।अल शिफा अस्पताल में चिकित्सा की मामूली सुविधाएं बची
इजरायली सेना ने इससे पहले नवंबर 2023 में अस्पताल में प्रवेश किया था और कई हफ्ते तक वहां रही थी। विदित हो कि एक समय गाजा के सबसे बड़े अस्पताल रहे अल शिफा अस्पताल में अब चिकित्सा की मामूली सुविधाएं बची हैं। इसके परिसर में बड़ी संख्या में बेघर लोगों ने शरण ले रखी है।
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