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'गाजा युद्ध गलत तरीके से लड़ रहे इजरायली PM नेतन्याहू', अमेरिका को हो रही इस बात की बेचैनी

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा युद्ध गलत तरीके से लड़ रहे हैं। बाइडन समझ रहे हैं कि रफाह में होने वाले भीषण खूनखराबे के बाद अमेरिका के लिए इजरायल के पक्ष में खड़े रह पाना मुश्किल होगा इसलिए वह रफाह पर हमले को टालने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। गाजा में इजरायली विमानों ने कई स्थानों पर बमबारी की।

By Agency Edited By: Nidhi Avinash Updated: Wed, 10 Apr 2024 11:45 PM (IST)
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बाइडन ने कहा, गाजा युद्ध गलत तरीके से लड़ रहे नेतन्याहू (Image: AP)
एपी, तेल अवीव। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा युद्ध गलत तरीके से लड़ रहे हैं। इससे कई तरह की समस्याएं पैदा हो रही हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार गाजा में राहत सामग्री भेजेगी और युद्धविराम के लिए इजरायल पर दबाव बनाएगी।

बाइडन के इस रुख से दशकों के निकट सहयोगी दोनों देशों के संबंधों में खटास पैदा होने की स्थिति बन गई है। सात अक्टूबर, 2023 के हमास के हमले के बाद बाइडन ने इजरायल को खुला समर्थन देने की घोषणा की थी।

अमेरिका को किस बात की हो रही बेचैनी

इजरायल को ताकत देने के लिए दो विमानवाहक युद्धपोत भी भूमध्य सागर में भेजे थे लेकिन गाजा में इजरायली हमलों में आमजनों के मरने के सिलसिले और खाद्य सामग्री की आपूर्ति रोके जाने से अमेरिका को बेचैनी होने लगी। अमेरिका के बार-बार आगाह करने के बावजूद इजरायल पर कोई असर नहीं हुआ। इससे मुख्य सहयोगी अमेरिका की विश्व में और खासतौर पर मुस्लिम देशों में स्थिति खराब होने लगी।

अमेरिका का साथ उसके सबसे प्रमुख सहयोगी

गाजा पर संयुक्त राष्ट्र में आए कई प्रस्तावों में मतदान के दौरान अमेरिका का साथ उसके सबसे प्रमुख सहयोगी देश ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देशों ने भी नहीं दिया। एक अप्रैल को बेघरों के लिए खाना लेकर जा रहे सात राहतकर्मियों पर इजरायली ड्रोन हमले ने अमेरिका और यूरोप की तल्खी को और बढ़ा दिया। इसके बाद बाइडन की फोन पर नेतन्याहू से तल्ख वार्ता हुई।

इस वार्ता के बाद गाजा में खाद्य सामग्री की आपूर्ति को लेकर इजरायल का रुख नरम हुआ है लेकिन 14 लाख शरणार्थियों के शहर रफाह पर हमले पर इजरायल अड़ा हुआ है। वह हर स्थिति में रफाह पर हमले की बात कह रहा है।

अमेरिका के लिए इजरायल के पक्ष में खड़े रह पाना मुश्किल

बाइडन समझ रहे हैं कि रफाह में होने वाले भीषण खूनखराबे के बाद अमेरिका के लिए इजरायल के पक्ष में खड़े रह पाना मुश्किल होगा, इसलिए वह रफाह पर हमले को टालने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। गाजा में बुधवार को इजरायली विमानों ने कई स्थानों पर बमबारी की। इजरायली सेना का दावा है कि इस बमबारी में हमास के ठिकानों को निशाना बनाया गया। इजरायल ने मंगलवार-बुधवार की रात एक बार फिर से सीरिया में बमबारी की। इस बार के हमले में सीरिया में स्थित हिजबुल्ला के ठिकानों को निशाना बनाया गया। इन हमलों में हुए जान-माल के नुकसान की जानकारी अभी सामने नहीं आई है।

इजरायल डेढ़ लाख फलस्तीनियों की घर वापसी को तैयार

रफाह और कुछ अन्य स्थानों पर शरण लिए डेढ़ लाख फलस्तीनियों को उत्तरी गाजा के अपने घरों में वापसी की अनुमति देने के लिए इजरायल तैयार है। यह युद्धविराम पर वार्ता के दौरान अमेरिका का सुझाया प्रस्ताव है जिस पर इजरायल ने नरमी दिखाई है। लेकिन इसके बदले में हमास को उन जीवित महिलाओं, वृद्धों और बीमार लोगों की सूची देनी होगी जो छह महीने से उसके बंधक बने हुए हैं। इस समय करीब 130 इजरायली बंधक हमास और इस्लामिक जिहाद ग्रुप के कब्जे में होने का अनुमान है।

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