Israel Hamas war: 11वें सप्ताह बाद भी नहीं थमा युद्ध, गाजा पट्टी पर छाया ब्लैकआउट; भूख से तड़प रहे लोग
इजरायल और हमास युद्ध 11वें सप्ताह में प्रवेश कर चुका है। गाजा पट्टी में संचार व्यवस्था ठप्प हो जाने और बढ़ती भूख से संकट बढ़ गया है। गाजा की 85 फीसदी आबादी अपने घरों से निकलकर दक्षिण में शरणस्थलों में शरण ले चुके है। हमास के आतंकवादियों ने इजरायल में लगभग 1200 लोगों की हत्याएं की जिनमें से अधिकांश नागरिक थे और 240 से अधिक को बंधक बना लिया गया।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sat, 16 Dec 2023 06:01 PM (IST)
एपी, राफा (गाजा पट्टी)। इजरायल-हमास युद्ध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। कम्युनिकेशन ब्लैकआउट के कारण टेलीफोन और इंटरनेट कनेक्शन कट गए है, जिससे गाजा पट्टी में शनिवार को परेशानी पढ़ गई। वहीं, संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने कहा कि हाल के दिनों में भूख का स्तर बढ़ गया है।
इंटरनेट एक्सेस एडवोकेसी ग्रुप NetBlocks.org के अनुसार, इंटरनेट और टेलीफोन लाइनें गुरुवार शाम को ही बंद कर दी, जिससे शनिवार सुबह तक सहायता वितरण और बचाव प्रयासों में बाधा बनी रही।
इंटरनेट ब्लैकआउट जारी
समूह के निदेशक एल्प टोकर ने कहा, इंटरनेट ब्लैकआउट जारी है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के विभाग ने कहा कि दक्षिण में दूरसंचार लाइनों को नुकसान के कारण गाजा के साथ संचार 'गंभीर रूप से बाधित' हो गया है। 7 अक्टूबर को इजरायल पर किए गए हमले के बाद से इजरायल ने आतंकी हमास लड़ाकों पर जवाबी हमले करना शुरू कर दिया है।गाजा की 85 फीसदी आबादी अपने घरों से निकलकर दक्षिण में शरणस्थलों में शरण ले चुके है। हमास के आतंकवादियों ने इजरायल में लगभग 1,200 लोगों की हत्याएं की, जिनमें से अधिकांश नागरिक थे, और 240 से अधिक को बंधक बना लिया गया।
नवंबर में लगा था सीजफायर
वहीं, हमास ने नवंबर में फलस्तीनी कैदियों के 100 से अधिक बंधकों को रिहा कर दिया। दोनों तरफ से मुक्त कराए गए लगभग सभी लोग महिलाएं और नाबालिग थे। वार्ता टूटने के बाद, हमास ने कहा कि वह शेष बंधकों को तभी रिहा करेगा, जिनकी संख्या 130 से अधिक मानी जाती है। नवंबर के अंत तक, इजरायल ने लगभग 7,000 फलस्तीनियों को सुरक्षा अपराधों का आरोपी या दोषी ठहराया था, जिनमें युद्ध शुरू होने के बाद से सैकड़ों को हिरासत में लिया गया था।