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Israel Hamas War: अजीत डोभाल ने बेंजामिन नेतन्याहू से की मुलाकात, गाजा में चल रही लड़ाई समेत इन मुद्दों पर हुई बातचीत

Israel Hamas War भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने आज (11 मार्च) इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। दोनों देशों की ओर से बंधकों को रिहाई और मानवीय सहायता के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निदेशक प्रधानमंत्री के विदेश नीति सलाहकार और इजराइल में भारतीय राजदूत ने भी हिस्सा लिया।

By Agency Edited By: Piyush Kumar Updated: Tue, 12 Mar 2024 12:08 AM (IST)
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भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की।(फोटो सोर्स: एएनआई)

तेल अवीव, एएनआई। Israel Hamas War: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। मुलाकाता के दौरान बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में चल रही लड़ाई की जानकारी अजीत डोभाल के साथ साझा की। दोनों देशों की ओर से बंधकों को रिहाई और मानवीय सहायता के मुद्दे पर भी चर्चा हुई।

इस मुलाकात की जानकारी इजरायल के प्रधानमंत्री की सोशल मीडिया हैंडल एक्स के जरिए दी गई। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निदेशक, प्रधानमंत्री के विदेश नीति सलाहकार और इजराइल में भारतीय राजदूत ने भी हिस्सा लिया।

युद्धविराम पर जोर दे रहा हमास

रमजान के महीने में हमास प्रमुख ने एक बार फिर गाजा में युद्धविराम की मांग पर जोर दिया है। हमास प्रमुख इस्माइल हानियेह ने रविवार को कहा कि हम गाजा में युद्धविराम के समझौते को पूरा करने के लिए इजरायल के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि गाजा में युद्धविमार को लेकर कई बार मध्यस्थता विफल रही है। मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि गाजा में युद्धविराम के लिए किसी भी समझौते पर बात नहीं बनने के लिए इजरायल की जिम्मेदारी है, लेकिन इसके बावजूद हम युद्धविराम पर बातचीत जारी रखने के लिए तैयार हैं।

गाजा में रमजान का महीना, भूखे कर रहे रोजे

गाजा में रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत हो चुकी है और भूखे-बेघर फलस्तीनियों ने बमबारी और गोलाबारी के बीच रोजे शुरू कर दिए हैं। पांच महीने से जारी युद्ध को रुकवाने के लिए वार्ता चल रही है लेकिन उसके सफल होने के आसार बहुत कम हैं।

ध्वस्त हो चुकी इमारतों के बीच खाली जगह तलाशकर वहां नमाज पढ़ी जा रही है और साथ मिलकर रोजे खोले जा रहे हैं। कई स्थानों पर मुश्किलों के बीच बच्चों के नाचने-गाने की आवाज सुनाई दे रही हैं तो लाउडस्पीकरों पर अजान भी गूंज रही है। इन लोगों के लिए महज पांच महीनों में बदले हालात दुस्वप्न सरीखे हैं। सात अक्टूबर, 2023 को हमास की हरकत के बाद हुए इजरायली हमलों ने सब कुछ बदलकर रख दिया है।

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