Israel Hamas War: गाजा में विस्थापन और मौत के बीच झूलती जिंदगियां, इजरायली सेना इन पांच कारण से नहीं कर रही जमीनी हमला
Israel Hamas War News इजरायली बमबारी में अबतक साढ़ें चार हजार से ज्यादा फलिस्तीनी अपनी जिंदगी गंवा चुके हैं। मरने वालों में वालों में 40 फीसदी बच्चे थे। इसके अलावा 14 हजार से ज्यादा नागरिक घायल भी बताए गए हैं। जंग के बीच रविवार को हमास ने तेल अवीव (Tel Aviv) और कुछ दूसरे शहरों पर रॉकेट हमले किए लेकिन इससे किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है।
By AgencyEdited By: Mohammad SameerUpdated: Mon, 23 Oct 2023 08:56 AM (IST)
आईएएनएस, अश्कलोन। मध्य-पूर्व सहित पूरी दुनिया में हलचल पैदा कर देने वाला इजरायल-हमास युद्ध (Israel Hamas War) आज सोलहवें दिन में प्रवेश कर गया। ये जंग 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल में घुसकर कत्ल-ए-आम मचाने के बाद से शुरू हुई थी, जो अब तक जारी है और न जाने कब तक जारी रहेगी...
दोनों ओर से हमले किए जा रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा तबाही गाजा के लोग झेल रहे हैं। गाजा भयंकर मानवीय संकट का सामना कर रहा है। इस क्षेत्र की करीबन 23 लाख आबादी में से आधे से ज्यादा लोग अपने आशियाना छोड़ चुके हैं।
शनिवार व रविवार को भी रात भर इजरायल के युद्धक विमानों ने गाजा में हमले किए और सीरिया में दो हवाई अड्डों व अपने कब्जे वाले West Bank में एक मस्जिद पर भी हमला किया। कहा जा रहा है कि कथित आतंकी मस्जिद का इस्तेमाल करते थे।
हर तरफ तबाही का मंजर
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को जानकारी दी कि,कहा कि इजरायली बमबारी में अबतक साढ़े चार हजार से ज्यादा फलिस्तीनी अपनी जिंदगी गंवा चुके हैं। मरने वालों में वालों में 40 फीसदी बच्चे थे। इसके अलावा 14 हजार से ज्यादा नागरिक घायल भी बताए गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता समन्वय कार्यालय (OCHA) ने हर दिन राहत, चिकित्सा के 100 ट्रकों को गाजा में एंट्री देने की अनुशंसा की है। फिलहाल पहुंच रही राहत नाकाफी है।
हमास ने भी किया हमला
जंग के बीच रविवार को हमास ने तेल अवीव (Tel Aviv) और कुछ दूसरे शहरों पर रॉकेट हमले किए लेकिन इससे किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है। यह भी पढ़ेंः ब्रिटेन का नागरिक है इजरायल पर हमले का मास्टरमाइंड, गाजा से लंदन में आकर जी रहा आलीशान जिंदगी; खुफिया एजेंसी भी मौनजमीनी हमला करने से इजरायल को हिचक क्यों?
सहयोगियों का दबावमीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, विदेशी नागरिकों सहित बंधकों को मुक्त कराए जाने तक जमीनी हमले न करने के लिए सहयोगियों और इजरायली परिवारों की ओर से इजरायल सरकार पर भारी दबाव है। BBC की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली रक्षा बलों के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल पीटर लर्नर ने जोर देकर कहा-गाजा सीमा पर बड़ी तादाद में IDF जवानों की तैनाती पर लर्नर ने कहा कि उन्हें हमास को हमेशा के लिए नष्ट करने के हमारे लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। हाल के दिनों में IDF प्रवक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया है कि फिलहाल उनका फोकस युद्ध के अगले चरण से पहले हवाई हमलों को तेज करना है। बीते शनिवार को आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ हर्जी हलेवी ने अब तक का सबसे स्पष्ट संकेत देते हुए का था कि, हम गाजा में प्रवेश करेंगे, हम अपने ऑपरेशनल मिशन के लिए प्रवेश करेंगे।ऑब्जर्वर्स का कहना है कि इजरायल ग्राउंड ऑपरेशन से पहले गाजा में 'छापे' की कार्रवाई कर सकता है। दो मोर्चों पर लड़ने का जोखिम इस बात का अंदेशा है कि गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन शुरू करने पर लेबनान की सीमा की तरफ से हिजबुल्ला (Hezbullah) इजरायल पर आक्रमण कर सकता है। ऐसे में इजरायल को एक साथ दो मोर्चों पर लड़ने के जोखिम के बारे में भी सोच रहा है। बाइडेन का इशारा युद्ध शुरू होने के कुछ दिन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने इजरायल का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने हमास के हमले के खिलाफ बोलते हुए इजरायल के समर्थन की बात तो कही थी लेकिन उन्होंने ये भी कहा था कि इजरायल का गाजा पर दोबारा कब्जा एक बड़ी चूक होगी। बाइडेन को डर है कि जमीनी कार्रवाई से मध्य-पूर्व (Middle East) में गंभीर तनाव पैदा हो सकता है। दुनिया के नजरिये में बदलाव!जब हमास ने इजरायल में घुसरकर तांडव मचाया था तो दुनिया के बड़े हिस्से की सहानुभूति इजरायल के साथ थी लेकिन अब जैसे-जैसे युद्ध विकराल रूप लेता जा रहा है और गाजा में जिस तरह मानव जीवन की क्षति हो रही है, दुनियाभर से गाजा वासियों के लिए हमदर्दी की आवाज बुलंद हो रही है। तमाम देश गाजा में हो रही तबाही से चिंतित हैं।गाजा की सुरंगे इजरायल के लिए सिरदर्द गाजा में सैकड़ों किलोमीटर की सुरंगों का जाल है जिसका इस्तेमाल हमास के आतंकवादी करते हैं। इजरायल को आशंका है कि उसके सैनिक पर घात लगाकर हमले किए जाएंगे, बारूदी सुरंगों और स्नाइपर भी इजरायली सैनिकों को अपना शिकार बनाएंगे।हमने कभी भी यह घोषणा नहीं की है कि कोई जमीनी कार्रवाई होने जा रही है।