Israel-Hamas War: हमास के हमले में मारे गए थाईलैंड के दर्जनों प्रवासी, जो फंसे हैं उनके घरवाले देख रहे लौटने की राह
एक थाई महिला ने न्यूयॉर्क टाइम्स से बात करते हुए बताया कि मैं नहीं जानती कि दुनिया भर में पवित्र भूमि पर ये युद्ध क्यों हो रहा है मैं बस ये चाहती हूं कि मेरा बेटा वापस आ जाए। हमें उनके युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।
डिजिटल डेस्क, बैंकॉक। हमास के आतंकियों ने सात अक्टूबर को अचानक इजरायल सीमा में घुसकर हमला किया था। इस कायरतापूर्ण हमले में न जाने कितने ही बेकसूर लोग मारे गए। हमास ने दूसरे देशों के लोगों को नहीं बख्सा और उनको भी मौत के घाट उतार दिया। इन मारे गए लोगों में थाईलैंड के दर्जनों प्रवासी कृषि श्रमिक भी थे जिनको हमास आतंकियों ने पकड़ लिया और मार दिया।
सलामती के लिए कर प्रार्थना
लेकिन अब इजरायल में हमास का शिकार बने लोगों के रिश्तेदार काफी चिंतित हैं। उनके पास न तो थाई सरकार और न इजरायली सरकार की तरफ से कोई जानकारी मिली है। थाईलैंड में रहने वाले परिजनों का कहना है कि वे हमास के हमलों में फंसे अपने प्रियजनों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
बेटे के लिए चिंतित है एक मां
एक थाई महिला ने न्यूयॉर्क टाइम्स से बात करते हुए बताया कि मैं नहीं जानती कि दुनिया भर में पवित्र भूमि पर ये युद्ध क्यों हो रहा है, मैं बस ये चाहती हूं कि मेरा बेटा वापस आ जाए। हमें उनके युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है। वत्सना योजम्पा का कहना है कि बेटे का नया घर उसकी वापसी का इंतजार कर रहा है। वत्सना ने बताया कि छह अक्टूबर को बेटे अनुचा अंगकेव ने वीडियो कॉल पर बात की थी और बाथरूम के टाइल और घर में कुछ बदलाव के बारे में बात की।
हमास के हमले में 32 थाई कृषि श्रमिक मारे गए
लेकिन उस कॉल के एक दिन बाद सात अक्टूबर को, हमास के हमलावरों ने गाजा की सीमा के पास इजरायली समुदायों को घेर लिया। थाई विदेश मंत्रालय के अनुसार, हमास के हमले में 32 थाई कृषि श्रमिक मारे गए और कम से कम 22 को बंधक बना लिया गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार अपहरण किए गए या लापता थाई लोगों की कुल संख्या 80 बताई गई है लेकिन उनके मारे जाने की आशंका है।
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हमास के वीडियो में दिखा था एक थाईलैंड नागरिक
हमास ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें अनुचा थाई जो थाईलैंड से हैं बंधकों में शामिल थे। जिनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी की गईं, उनके चेहरे डरे हुए थे क्योंकि एक नकाबपोश व्यक्ति ने उन पर एक असॉल्ट राइफल का निशाना बनाया था। लेकिन उनकी सात साल की बेटी अभी भी अंजान है कि उसके पिता के साथ क्या हुआ। वो पिता से बात करने की जिद करती है तो परिवारवाले कहते हैं कि उनका फोन टूट गया है।
हमास के हमले के बाद से लगभग 7,200 थाई कर्मचारी घर लौट आए हैं, कई हजार लोग वहीं रुके हुए हैं, लेकिन खतरा अभी बरकरार है।