Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Israel Hamas War: हमास का बंधक खेल...इजरायली सैनिकों समेत कई देश के लोग कैद में; जानिए क्या है पूरी रणनीति

Israel Hamas War इजरायल का कहना है कि हमास के हमले में कम से 1400 लोगों की मौत हुई है और 199 लोगों का अपहरण किया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ये साफ तौर पर यु्द्ध अपराध है। गाजा के अधिकारियों का कहना है कि इजरायल की बमबारी में 3700 से अधिक लोगों की मौत हुई है और 13000 से अधिक घायल हुए हैं।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Fri, 20 Oct 2023 06:30 AM (IST)
Hero Image
Israel Hamas War: हमास ने इजरायली सैनिकों समेत कई देश के लोगों को बंधक बनाया हुआ है।

रॉयटर्स, रायटर। फलस्तीनी आतंकी समूह हमास के बंदूकधारियों ने 7 अक्टूबर की सुबह गाजा पट्टी से दक्षिणी इजरायल में समुदायों और सैन्य ठिकानों पर किए गए हमले के दौरान कम से कम 200 लोगों को बंधक बना लिया और लगभग 1400 लोगों की हत्या कर दी। बंधक बनाए गए लोगों में इजरायली सैनिक भी शामिल है। वहीं हमास के हमले के बाद इजरायल ने गाजा पर हवाई हमलेकरके जवाब दिया है, जिसमें हजारों लोग मारे गए हैं। इजरायल ने कहा है कि वह हमास का सफाया करते हुए बंधकों को मुक्त कराने तक अपनी कार्रवाई जारी रखेगा।

हमास के पूर्व प्रमुख खालिद मेशाल ने गुरुवार को कहा कि समूह के पास बड़ी संख्या में इजरायली सैनिक बंधक हैं जो इजरायल में सभी फलस्तीनी कैदियों को रिहा कराने की बातचीत करने के लिए पर्याप्त हैं। हमास के प्रवासी कार्यालय के प्रमुख मेशाल ने अल अरबिया टीवी को दिए एक विशेष साक्षात्कार के दौरान यह टिप्पणी की। इससे पहले मेशाल ने कहा कि हमास के इजरायली बंदियों में गाजा डिवीजन के उच्च अधिकारी शामिल हैं।

वहीं इजरायल ने हमास को खत्म करने के लिए गाजा की धरती पर टैंक और सैनिक तैनात कर दिए हैं। इजरायली टैंक और बख्तरबंद वाहनों पर सवार सैनिक गाजा में हमास के खात्मे के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। गाजा में जमीनी हमला कभी भी शुरू हो सकता है। हमास ने सुझाव दिया है कि बंधकों को इजरायली जेलों में बंद लगभग 6000 फिलिस्तीनियों से बदला जा सकता है।

2011 में एक इजरायली सैनिक की रिहाई के लिए 1027 फलस्तीनी कैदियों की अदला-बदली की गई थी। इजराइल ने कहा है कि इजरायली बंधकों की आजादी के बिना गाजा की नाकेबंदी खत्म नहीं होगी। मिस्र और गाजा के बीच राफा क्रॉसिंग शुक्रवार से सीमित मात्रा में सहायता वितरण के लिए खुलने की उम्मीद है।

वहां कितने बंधक हैं?

इजरायल के एक अधिकारी ने सैन्य सूत्रों का हवाला देते हुए गुरुवार को कहा कि गाजा में 200 लोगों को बंधक बनाया गया है, जिनमें 30 नाबालिग और छोटे बच्चे हैं। जबकि 60 वर्ष से अधिक उम्र के 20 लोग शामिल हैं। वहीं हमास का कहना है कि उनके पास बंधकों की संख्या 200 से 250 के बीच है। इजरायली हवाई हमलों में 20 से अधिक बंधक मारे गए हैं।

कहां छुपे हैं बंधक?

इजरायल का कहना है कि बंधकों को गाजा ले जाया गया था, लेकिन एन्क्लेव के भीतर उनका सटीक ठिकाना नहीं पता, जिससे उनका बचाव अधिक जटिल हो गया है। ऐसा माना जाता है कि कई लोगों को गाजा के नीचे सुरंगों के गढ़ में रखा जा सकता है जिसे इजरायली सैनिक "गाजा मेट्रो" कहते हैं। हमास ने सोमवार को 21 वर्षीय फ्रांसीसी-इजरायली महिला मिया स्कीम का एक वीडियो जारी किया, जिसमें एक चिकित्साकर्मी द्वारा उसकी बांह पर लगी चोट का इलाज करते हुए दिखाया गया था।

बंधक कौन से देश के हैं?

बंधकों में दर्जनों देशों के लोग शामिल हैं, इसमें इजरायली नागरिकता के लोग भी शामिल हैं। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार को कहा कि बीस से अधिक अमेरिकी लापता हैं। हम यह नहीं बता सकते कि उनमें से कितने को बंधक बनाया गया है। रिपब्लिकन सीनेटर जिम रिश ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि बंधकों में से 10 अमेरिकी थे।

वहीं थाईलैंड का कहना है कि उसके 14 नागरिकों को हिरासत में लिया गया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, बंधकों में आठ जर्मन के लोगभी भी शामिल हैं। जबकि अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज ने एक वीडियो कॉल में कहा कि उनके 16 देशवासियों को हिरासत में लिया गया है।

ब्रिटेन प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के प्रवक्ता ने कहा, हमास के इस हमले में कम से कम नौ ब्रिटिश नागरिक मारे गए हैं और सात लापता हैं। गुरुवार को इजराइल की यात्रा के दौरान, सुनक ने लापता लोगों में से दो के परिवारों से मुलाकात की। जिनके बारे में माना जाता है कि उन्हें बंधक बना लिया गया है और गाजा में रखा गया है।

वहीं फ्रांस के सात लोग लापता हैं, जिनमें से कुछ को बंधक बनाकर रखा गया है। डच सरकार के अनुसार, 18 वर्षीय डच नागरिक ओफिर एंगेल को किबुत्ज बेरी से अपहरण कर लिया गया और गाजा ले जाया गया। जबकि पुर्तगाल के चार और इटली के दो नागरिक लापता है।

हमास की सशस्त्र शाखा ने 16 अक्टूबर को कहा कि जो गैर-इसरायली हैं, उन्हें जमीनी हालात अनुकूल होने पर रिहा कर दिया जाएगा।

यह भी पढ़ें: Israel Hamas War: मोसाद...वो खुफिया एजेंसी जिसके नाम से थर-थर कांपते थे दुश्मन, कैसे हुई नाकाम; ऐसे करती है काम