Gaza Fuel Supply: युद्ध के बाद गाजा में पहली बार संयुक्त राष्ट्र को मिला ईंधन, इजरायल ने रोक दी थी सप्लाई
हमास और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध की वजह से गाजा में ईंधन पूरी तरह से खत्म हो गया था। इस बीच युद्ध के शुरू होने के बाद से गाजा में संयुक्त राष्ट्र को डीजल की सप्लाई करने वाला पहला ट्रक मिस्र को पार कर गया। हालांकि यह ईंधन की कमी को पूरा करने में नाकाफी है। गाजा में ईंधन की कमी से राहत कार्य प्रभावित हुआ है।
रॉयटर्स, मिस्र। हमास और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध की वजह से गाजा में ईंधन पूरी तरह से खत्म हो गया था। इस बीच युद्ध के शुरू होने के बाद से गाजा में संयुक्त राष्ट्र को डीजल की सप्लाई करने वाला पहला ट्रक बुधवार को मिस्र को पार कर गया। हालांकि, यह ईंधन की कमी को पूरा करने में नाकाफी है। गाजा में ईंधन की कमी की वजह से राहत प्रयासों को आम लोगों तक पहुंचाने में काफी परेशानी हुई।
एक मानवीय सूत्र के मुताबिक, इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र सहायता वितरण ट्रकों के लिए गाजा में 24,000 लीटर (6,340 गैलन) डीजल ईंधन की अनुमति दी है। हालांकि, इजरायल ने डीजल को अस्पतालों में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी है।
'ईंधन दैनिक आवश्यकता का केवल 9 फीसदी प्राप्त हुआ'
गाजा में संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए के निदेशक टॉम व्हाइट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "यह जीवनरक्षक गतिविधियों को बनाए रखने के लिए हमारी दैनिक आवश्यकता का केवल 9 फीसदी प्राप्त हुआ है।"
ईंधन का इस्तेमाल हथियार के रूप में किया जा है- UNRWA
यूएनआरडब्ल्यूए के निदेशक फिलिप लेजारिनी ने कहा, "हमारा पूरा सहायता ऑपरेशन अब ढहने की कगार पर है। यह भयावह है कि ईंधन का इस्तेमाल युद्ध के हथियार के रूप में किया जा है।"
23 लाख लोगों को सहायता पहुंचाने में कठिनाई
वहीं, सहायता कर्मियों का कहना है कि ईंधन की जरूरत अस्पताल के जनरेटर, पानी, सीवेज उपचार और संचार के साथ-साथ राहत वितरण के लिए आवश्यक है। ईंधन की कमी से गाजा के 23 लाख लोगों को सहायता पहुंचाने में कठिनाई हुई है।
ईंधन का इस्तेमाल हमास कर सकता- इजरायल
बता दें कि मानवीय सहायता की डिलीवरी 21 अक्टूबर से मिस्र से गाजा में हो रही है, लेकिन इजरायल ने ईंधन को ले जाने की अनुमति देने से यह कहते हुए मना कर दिया था कि इसका इस्तेमाल हमास कर सकता है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि उसे गाजा में जल्द ही मानवीय अभियानों को रोकना होगा क्योंकि उसके ईंधन भंडार पूरी तरह से खत्म हो गए हैं।
इसके साथ ही ईंधन की कमी से गाजा में पहले ही अस्पतालों, बेकरियों, सीवेज पंपिंग स्टेशनों, जल साफ करने के संयंत्रों को बंद करना पड़ा है।