'लोगों की परवाह नहीं करता हमास, उसका मकसद जिहाद फैलाना', आतंकी संगठन के को-फाउंडर के बेटे ने इजरायल का किया समर्थन
इजरायल और गाजा के बीच पिछले चार महीने से ज्यादा समय से भीषण युद्ध चल रहा है। इसमें इजरायली हमले में अबतक 27708 लोग मारे जा चुके हैं और लगभग 70 हजार लोग घायल हैं। इस खूनी जंग के बीच हमास के सह-संस्थापक शेख हसन यूसुफ के बेटे मोसाब हसन यूसुफ की एंट्री हुई है। यूसुफ को द ग्रीन प्रिंस के नाम से भी जाना जाता है।
एएनआई, तेल अवीव। इजरायल और गाजा के बीच पिछले चार महीने से ज्यादा समय से भीषण युद्ध चल रहा है। इसमें इजरायली हमले में अबतक 27,708 लोग मारे जा चुके हैं और लगभग 70 हजार लोग घायल हैं। इस खूनी जंग के बीच हमास के सह-संस्थापक शेख हसन यूसुफ के बेटे मोसाब हसन यूसुफ की एंट्री हुई है। यूसुफ को 'द ग्रीन प्रिंस' के नाम से भी जाना जाता है।
मोसाब हसन यूसुफ अब गाजा में युद्ध पर इजरायल के सार्वजनिक कूटनीति अभियान में शामिल हो गए हैं। यूसुफ ने आतंकवाद को हमेशा से नकारा है और इसके खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए काम करते रहे हैं। युद्ध के दौरान वह इजरायल पहुंचे और पश्चिमी नेगेव में 7 अक्टूबर के नरसंहार के क्षेत्रों का दौरा किया।
हमास एग्रीमेंट लिखने वाले लोग पागलों समूह- मोसाब
मोसाब हसन ने हमास एग्रीमेंट का जिक्र किया, जिसमें यहूदियों की हत्या का आह्वान किया गया है। उन्होंने कहा, "हमास एग्रीमेंट लिखने वाले लोग पागलों का एक समूह हैं।" उन्होंने कहा, "अरब दुनिया को अपने अंदर के खतरों पर ध्यान देने की जरूरत है। हमास को लोगों की परवाह नहीं है। वास्तव में, वे सस्ते राजनीतिक लक्ष्यों को पाने के लिए बच्चों और गैर-लड़ाकों के जीवन का बलिदान दे रहे हैं।"
जिहाद की सोच को हर हाल में रोका जाना चाहिए
मोसाब ने आगे कहा, "जिहाद की सोच को रोका जाना चाहिए और इसे अब हर हाल में रोका जाना चाहिए।" मोसाब हसन यूसुफ हमास के साथ किसी भी तरह की असहमति के मुखर आलोचक रहे हैं। साथ ही उन्होंने 7 अक्टूबर से इजरायल से हमास को नष्ट करने का आह्वान किया है।
हमास पर भरोसा नहीं किया जा सकता
मोसाब का कहना है कि हमास को इजरायली बंधकों को रिहा करने के लिए सहमत करने का प्रयास करना समय की बर्बादी है क्योंकि हमास पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।