Israel-Hamas War: गाजा में इजरायल लगातार कर रहा भीषण हमले, बंधकों की रिहाई को लेकर हमास कर रहा चालबाजी; कब्रिस्तानों में चल रहा बुलडोजर
गाजा में युद्ध तेज होने से सुरक्षा परिषद के शुक्रवार को पारित प्रस्ताव के बेमानी होने का खतरा पैदा हो गया है। एक दिसंबर को युद्धविराम खत्म होने के बाद से गाजा का सबसे बड़ा शरणार्थी क्षेत्र जबालिया इजरायली सेना के निशाने पर है। इस क्षेत्र में 1948 में देश विभाजन के समय से करीब एक लाख लोगों की आबादी रह रही है।
रॉयटर्स, यरुशलम। गाजा में इजरायली सेना की भीषण बमबारी और गोलाबारी जारी है। शनिवार शाम के बाद 24 घंटों में इजरायली कार्रवाई में 166 लोगों के मारे जाने और सैकड़ों के घायल होने की सूचना है। सबसे ज्यादा मौतें उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी क्षेत्र में हुई हैं। गाजा में मरने वालों की संख्या करीब 20,500 हो गई है, इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
बाइडन ने कही ये बात
इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बताया है कि उन्होंने इजरायल से गाजा में युद्धविराम के लिए नहीं कहा है। बाइडन की शनिवार रात इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से टेलीफोन पर बात हुई थी। बंधकों की रिहाई को लेकर हमास की चालबाजी से जो स्थिति बन गई है उसमें युद्ध में पिस रहे आम फलस्तीनियों को कोई राहत मिलती प्रतीत नहीं हो रही है।
गाजा में युद्ध तेज होने से सुरक्षा परिषद के शुक्रवार को पारित प्रस्ताव के बेमानी होने का खतरा पैदा हो गया है। एक दिसंबर को युद्धविराम खत्म होने के बाद से गाजा का सबसे बड़ा शरणार्थी क्षेत्र जबालिया इजरायली सेना के निशाने पर है। इस क्षेत्र में 1948 में देश विभाजन के समय से करीब एक लाख लोगों की आबादी रह रही है। इस क्षेत्र पर हथियारबंद संगठनों-हमास और इस्लामिक जिहाद ग्रुप की मजबूत पकड़ है।
24 घंटों में भीषण गोलाबारी की है
इसके चलते इजरायली सेना को यहां पर कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। इजरायली विमान यहां पर हफ्तों से बमबारी कर रहे हैं, शनिवार को कस्बे में घुसे टैंकों ने बीते 24 घंटों में भीषण गोलाबारी की है। इस दौरान इजरायली सेना को भी अपने आठ सैनिक खोने पड़े हैं। गाजा की लड़ाई में मरने वाले इजरायली सेना के सैनिकों की संख्या बढ़कर 154 हो गई है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा शुक्रवार को पारित प्रस्ताव में गाजा में राहत सामग्री की अबाध आपूर्ति की मांग की गई है। लेकिन इजरायल के गाजा में भीषण हमलों की वजह से यह मांग पूरी होना मुश्किल लग रहा है। उधर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी गाजा में युद्धविराम पर इजरायल के साथ कोई बात नहीं हुई है। इससे निकट भविष्य में गाजा की मुश्किलें कम होती प्रतीत नहीं हो रही हैं।
शरणार्थी शिविरों पर भी हमले
नुसीरत के शरणार्थी शिविर में परिवार के साथ रह रहे छह बच्चों के पिता जौदात इमाद (55) से ठिकाना छोड़ने के लिए कहा गया था। खाद्य सामग्री-पेयजल का संकट और ठंड-बारिश के मौसम में ठिकाना बदलकर रफाह पहुंचे इमाद ने दुनिया वालों को बीमार मानसिकता वाला और अमानवीय करार दिया है।
कहा, इजरायल को रोकने और फलस्तीनियों की मदद के लिए कोई कुछ नहीं कर रहा, हम नारकीय जीवन जी रहे हैं। रफाह में भी आए दिन इजरायली वायुसेना बमबारी कर रही है। रविवार को भी वहां दो लोग मारे गए हैं। मध्य गाजा के अल-बुरेज शहर में एक घर के छह लोगों के मारे जाने और कई के घायल होने की खबर है। इजरायली सेना आमजनों से इस शहर को खाली करने के लिए कह चुकी है।
रिहायशी इमारतों से मिले हमास के हथियारों के जखीरे
इजरायली सेना को छापेमारी में कई स्थानों से हथियारों के जखीरे मिले हैं। छापेमारी में राकेट लांचर भी बरामद हुए हैं जिनसे इजरायल पर राकेट हमले किए जाते थे। कई हथियार रिहायशी इमारतों से मिले हैं। इसके अतिरिक्त छोटे आकार की बच्चों के पहनने के लिए इस्तेमाल होने वाली बम बेल्ट भी मिली हैं। इससे साबित होता है कि हमास अपने अभियान में बच्चों को भी शामिल किए हुए है।
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कब्रिस्तानों में चल रहा इजरायली बुलडोजर
सुरंगों की तलाश में जुटी इजरायली सेना का एक विचलित करने वाला वीडियो सामने आया है। इस विडियो में सेना का बुलडोजर सुरंग होने के शक में कब्रिस्तान की खुदाई कर रहा है जिससे तमाम दफन लाशें बाहर निकल रही हैं और बुलडोजर उन्हें रौंदते हुए आगे बढ़ रहा है।
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इस्लामिक जिहाद का प्रमुख नखाला वार्ता में शामिल
गाजा में बढ़े इजरायली हमलों ने काहिरा में बंधकों की रिहाई के लिए चल रही वार्ता को फिर से तेज कर दिया है। अब इस्लामिक जिहाद ग्रुप का निर्वासित प्रमुख जियाद अल-नखाला भी वार्ता में शामिल हो गया है। हमास प्रमुख इस्माइल हानिया भी कतर और मिस्त्र की मध्यस्थता में हो रही इस वार्ता में शामिल है।
गाजा में यह संगठन हमास से छोटा है लेकिन सात अक्टूबर को इजरायली शहरों पर हुए हमलों में इसके लड़ाके भी शामिल थे। वे भी कई लोगों को अगवा करके गाजा लाए थे और अब वे बंधक इस्लामिक जिहाद के पास हैं। दोनों संगठन गाजा में स्थायी युद्धविराम की मांग कर रहे हैं। इजरायल ने इस मांग को नकार दिया है, इसके बावजूद दोनों सशस्त्र संगठन वार्ता के टेबल पर बने हुए हैं। विदित हो कि इस समय 129 बंधक इन संगठनों के कब्जे में हैं।