Israel-Hamas War: गाजा में इजरायल लगातार कर रहा भीषण हमले, बंधकों की रिहाई को लेकर हमास कर रहा चालबाजी; कब्रिस्तानों में चल रहा बुलडोजर
गाजा में युद्ध तेज होने से सुरक्षा परिषद के शुक्रवार को पारित प्रस्ताव के बेमानी होने का खतरा पैदा हो गया है। एक दिसंबर को युद्धविराम खत्म होने के बाद से गाजा का सबसे बड़ा शरणार्थी क्षेत्र जबालिया इजरायली सेना के निशाने पर है। इस क्षेत्र में 1948 में देश विभाजन के समय से करीब एक लाख लोगों की आबादी रह रही है।
By Jeet KumarEdited By: Jeet KumarUpdated: Mon, 25 Dec 2023 05:00 AM (IST)
रॉयटर्स, यरुशलम। गाजा में इजरायली सेना की भीषण बमबारी और गोलाबारी जारी है। शनिवार शाम के बाद 24 घंटों में इजरायली कार्रवाई में 166 लोगों के मारे जाने और सैकड़ों के घायल होने की सूचना है। सबसे ज्यादा मौतें उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी क्षेत्र में हुई हैं। गाजा में मरने वालों की संख्या करीब 20,500 हो गई है, इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
बाइडन ने कही ये बात
इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बताया है कि उन्होंने इजरायल से गाजा में युद्धविराम के लिए नहीं कहा है। बाइडन की शनिवार रात इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से टेलीफोन पर बात हुई थी। बंधकों की रिहाई को लेकर हमास की चालबाजी से जो स्थिति बन गई है उसमें युद्ध में पिस रहे आम फलस्तीनियों को कोई राहत मिलती प्रतीत नहीं हो रही है।
गाजा में युद्ध तेज होने से सुरक्षा परिषद के शुक्रवार को पारित प्रस्ताव के बेमानी होने का खतरा पैदा हो गया है। एक दिसंबर को युद्धविराम खत्म होने के बाद से गाजा का सबसे बड़ा शरणार्थी क्षेत्र जबालिया इजरायली सेना के निशाने पर है। इस क्षेत्र में 1948 में देश विभाजन के समय से करीब एक लाख लोगों की आबादी रह रही है। इस क्षेत्र पर हथियारबंद संगठनों-हमास और इस्लामिक जिहाद ग्रुप की मजबूत पकड़ है।
24 घंटों में भीषण गोलाबारी की है
इसके चलते इजरायली सेना को यहां पर कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। इजरायली विमान यहां पर हफ्तों से बमबारी कर रहे हैं, शनिवार को कस्बे में घुसे टैंकों ने बीते 24 घंटों में भीषण गोलाबारी की है। इस दौरान इजरायली सेना को भी अपने आठ सैनिक खोने पड़े हैं। गाजा की लड़ाई में मरने वाले इजरायली सेना के सैनिकों की संख्या बढ़कर 154 हो गई है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा शुक्रवार को पारित प्रस्ताव में गाजा में राहत सामग्री की अबाध आपूर्ति की मांग की गई है। लेकिन इजरायल के गाजा में भीषण हमलों की वजह से यह मांग पूरी होना मुश्किल लग रहा है। उधर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी गाजा में युद्धविराम पर इजरायल के साथ कोई बात नहीं हुई है। इससे निकट भविष्य में गाजा की मुश्किलें कम होती प्रतीत नहीं हो रही हैं।
शरणार्थी शिविरों पर भी हमले
नुसीरत के शरणार्थी शिविर में परिवार के साथ रह रहे छह बच्चों के पिता जौदात इमाद (55) से ठिकाना छोड़ने के लिए कहा गया था। खाद्य सामग्री-पेयजल का संकट और ठंड-बारिश के मौसम में ठिकाना बदलकर रफाह पहुंचे इमाद ने दुनिया वालों को बीमार मानसिकता वाला और अमानवीय करार दिया है।कहा, इजरायल को रोकने और फलस्तीनियों की मदद के लिए कोई कुछ नहीं कर रहा, हम नारकीय जीवन जी रहे हैं। रफाह में भी आए दिन इजरायली वायुसेना बमबारी कर रही है। रविवार को भी वहां दो लोग मारे गए हैं। मध्य गाजा के अल-बुरेज शहर में एक घर के छह लोगों के मारे जाने और कई के घायल होने की खबर है। इजरायली सेना आमजनों से इस शहर को खाली करने के लिए कह चुकी है।