Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

इजरायल ने फलस्तीनियों को जहां शरण लेने को कहा, वहीं कर रहा भारी बमबारी; शरणार्थी ने सुनाई भयानक दास्तान

इजरायल ने हमास को नेस्तनाबूद करने के लिए हमले और तेज कर दिए हैं। इजरायली सेना ने बुधवार को हमास के खिलाफ अपने हमले को बढ़ाते हुए मध्य और दक्षिणी गाजा में रात भर हमले किए। यह वही इलाका है जहां इजरायल ने आम फलस्तीनी नागरिकों को युद्ध के दौरान शरण लेने को कहा था यानी यह क्षेत्र गाजा में सबसे सुरक्षित माना जा रहा था।

By Jagran News Edited By: Abhinav AtreyUpdated: Wed, 27 Dec 2023 06:15 PM (IST)
Hero Image
गाजा में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं बंद (फोटो, एपी)

एपी, गाजा पट्टी। इजरायल ने हमास को नेस्तनाबूद करने के लिए हमले और तेज कर दिए हैं। इजरायली सेना ने बुधवार को हमास के खिलाफ अपने हमले को बढ़ाते हुए मध्य और दक्षिणी गाजा में रात भर हमले किए। यह वही इलाका है जहां इजरायल ने आम फलस्तीनी नागरिकों को युद्ध के दौरान शरण लेने को कहा था, यानी यह क्षेत्र गाजा में सबसे सुरक्षित माना जा रहा था।

इजरायली सेना ने सेंट्रल गाजा में मौजूद ब्यूरिज शरणार्थी शिविर, खान यूनिस और राफा में भारी बमबारी की। इन क्षेत्रों में हजारों लोगों ने शरण ले रखी है। बमबारी की वजह से उत्तरी गाजा का ज्यादातर हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया है।

बुधवार की रात नर्क की रात थी- शरणार्थी

ब्यूरिज शरणार्थी शिविर में रह रहे रामी अबू मोसाब नाम के शख्स ने समाचार एजेंसी एपी को बताया "बुधवार की रात नर्क की रात थी। युद्ध शुरू होने के बाद से हमने इस तरह की बमबारी नहीं देखी है।" उन्होंने कहा कि लड़ाकू विमान ऊपर से भारी गोलियों और विस्फोटों की वर्षा कर रहे थे।

गाजा में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं

बुधवार को भी गाजा में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं। इजरायल के ताजा हमलों से एक बार फिर से गाजा में बचाव के लिए प्रयास मुश्किल हो गए हैं। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस युद्ध में अबतक 20,900 से ज्यादा फलस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं। इसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

वहीं, इजरायल के मुताबिक हमास द्वारा हमलों में उसके 1200 नागरिक मारे गए हैं। इजरायली अधिकारियों का कहना है कि जमीनी अभियान शुरू होने के बाद से उनके 121 सैनिक मारे जा चुके हैं।

ये भी पढ़ें: 'भारत-रूस संबंध स्थिर और अभी भी बहुत मजबूत हैं', व्यापार से लेकर आपसी रिश्तों पर बोले विदेश मंत्री जयशंकर