Israel-Hamas War: वेस्ट बैंक में इजरायली सेना ने दिखाई दरिंदगी, घायल फलस्तीनी को जीप के बोनट पर बांधा और कराई परेड
इजरायल-हमास युद्ध के बीच इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) की दरिंदगी और हैवानियत लगातार सामने आ रही है। इजराइली सैनिकों ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक शहर जेनिन में छापेमारी के दौरान एक घायल फलस्तीनी व्यक्ति को सैन्य जीप से बांध दिया। आईडीएफ ने रविवार को कहा कि सैनिकों ने परिचालन प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया था। शनिवार को हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
एएफपी, यरुशलम। इजरायल-हमास युद्ध के बीच इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) की दरिंदगी और हैवानियत लगातार सामने आ रही है। इजराइली सैनिकों ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक शहर जेनिन में छापेमारी के दौरान एक घायल फलस्तीनी व्यक्ति को सैन्य जीप से बांध दिया। आईडीएफ ने रविवार को यह स्वीकार करते हुए कहा कि सैनिकों ने परिचालन प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया था।
सैनिकों ने घायल फलस्तीनी को जीप के बोनट से बांधा
शनिवार को हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें एक जेनिन निवासी को एक सैन्य जीप के बोनट पर बंधा हुआ दिखाया गया है। जीप एक संकरी गली से गुजर रही है। सेना ने कहा कि वांछित संदिग्धों को पकड़ने के लिए शुरू किए गए 'आतंकवाद विरोधी अभियान' के दौरान फलस्तीनी घायल हो गया।
इजरायली रक्षा बलों की दरिंदगी वाले वीडियो की समाचार एजेंसी एजेंसी फ्रांस-प्रेस (एएफपी) ने पुष्टि की है। एजेंसी का कहना है कि वीडियो में दिख रहा शख्स फलस्तीनी युवक मुजाहिद आजमी है, उसे एक जीप के बोनट पर बांधकर घुमाते हुए देखा जा सकता है। जीप दो एंबुलेंस को पार करते हुए आगे बढ़ते दिखाई दे रही है।
घटना पर सेना ने क्या कहा?
सेना ने एक बयान में कहा कि सैनिकों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी के दौरान एक संदिग्ध घायल हो गया और उसे पकड़ लिया गया। बयान में कहा गया, "आदेशों और मानक संचालन प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए संदिग्ध को एक वाहन के ऊपर बांधकर सेना द्वारा ले जाया गया। घटना के वीडियो में सेना का आचरण आईडीएफ के मूल्यों के अनुरूप नहीं है।"
सेना ने कहा, "घटना की जांच की जाएगी और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। घायल व्यक्ति को उपचार के लिए फलस्तीनी रेड क्रिसेंट में स्थानांतरित कर दिया गया है।"उल्लेखनीय है कि जेनिन लंबे समय से फलस्तीनी समूहों का गढ़ रहा है और इजरायली सेना नियमित रूप से शहर और आस-पास के शरणार्थी शिविर में छापेमारी करती है। पश्चिमी तट पर हिंसा 7 अक्टूबर को इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने से पहले ही बढ़ गई थी, उसके बाद से और बढ़ गई है।