Israel Hamas War: 'युद्ध से पैदा हुई इजरायलियों और अरबों के बीच दुश्मनी' जंग के बीच लोग घर छोड़कर जा रहे यरुशलम
हमास के साथ युद्ध के बीच दक्षिणी इजरायल के लोग अपने घरों को छोड़कर यरुशलम चले गए है।गौरतलब है कि हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर अचानक हवाई हमले किए थे। इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ जवाबी हमला किया और आतंकवादी समूह को नष्ट करने की कसम खाई।
एएनआइ, तेल अवीव। Israel–Hamas War: इजरायल-हमास युद्ध के बीच दक्षिणी इजरायल के लोग अपने घर को छोड़कर यरुशलम ले गए हैं।
बता दें कि कई फलिस्तीनी नागरिक अपने बिजनेस उद्देश्यों से यरूशलेम में रह रहे हैं। हालांकि, इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के कारण उनके काम पर गहरा असर पड़ रहा है। उन्होंने अपने नुकसान के लिए मौजूदा हालात को जिम्मेदार ठहराया है।
हमास की हरकतों से परेशान आम नागरिक
इलाके के टैक्सी ड्राइवर और दुकानदार हमास की हरकतों और इजरायली सैनिकों की जवाबी कार्रवाई से बेहद परेशान हैं। गौरतलब है कि हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर अचानक हवाई हमले किए थे। इसके बाद, इजरायल ने हमास के खिलाफ जवाबी हमला किया और आतंकवादी समूह को नष्ट करने की कसम खाई।
अरबों के बीच पैदा हो रही दुश्मनी
इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के बीच यरुशलम में अरब टैक्सी ड्राइवर शाहिद ने अपनी स्थिति को बयान किया। उन्होंने कहा कि इस युद्ध के कारण इजरायलियों और अरबों के बीच दुश्मनी पैदा हो गई है।
इजरायली अरब टैक्सी ड्राइवर में नहीं कर रहे यात्रा
कई इजरायली अरब स्वामित्व वाली टैक्सियों में यात्रा करने से इनकार करते हैं, जिससे लोगों के बीच तनाव और बढ़ रहा है। एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, '45 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को केवल अल अक्सा मस्जिद में नमाज के लिए जाने की अनुमति है।' इजरायल पर हमास के हमले के बारे में पूछे जाने पर शाहिद ने कहा, 'चल रहे युद्ध से हमें कोई मतलब नहीं है, हम शांति चाहते हैं।'
'युद्ध के कारण सब कुछ रुक गया है'
एक अन्य दुकानदार निहाद ने भी ऐसी ही कहानी साझा की। उन्होंने कहा, 'कोई कारोबार नहीं है, कुछ नहीं, सब कुछ रुक गया है। युद्ध के कारण सब कुछ रुक गया है। हम युद्ध में हैं। अब, आपातकालीन स्थिति है, यहां क्या हो रहा है?' जानकारी के लिए बता दें कि यरुशलम दुनिया के सबसे पुराने और ऐतिहासिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण शहरों में से एक है। मध्य पूर्व में स्थित, यह यहूदी धर्म, ईसाई धर्म और इस्लाम सहित कई धर्मों के लिए बहुत धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है।
28 समुदायों को खाली करने की योजना
इस बीच, द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के रक्षा मंत्रालय और इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने रविवार को कहा कि वे लेबनानी सीमा के करीब 14 अन्य समुदायों को खाली करने की योजना बना रहे हैं। सोमवार को, आईडीएफ और अन्य एजेंसियों ने लेबनानी सीमा के 2 किलोमीटर के भीतर रहने वाले 28 समुदायों को खाली करने की योजना की घोषणा की है।