Israel-Hamas War: जो बाइडन के युद्धविराम प्रस्ताव से राष्ट्रपति नेतन्याहू असहमत, बोले- हमास के खात्मे से पहले स्थायी युद्धविराम नहीं
इजरायल में बंधकों के परिवारों ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के गाजा में युद्धविराम के प्रस्ताव का समर्थन किया है लेकिन इजरायली सरकार ने कहा है कि स्थितियों को देखकर वह निर्णय लेगी। करीब आठ महीने से जारी गाजा युद्ध को रोकने के लिए बाइडन ने तीन चरणों का प्रस्ताव सार्वजनिक किया है। इसमें इजरायली बंधकों की रिहाई के बदले में स्थायी युद्धविराम की बात कही गई है।
एपी, तेल अवीव। इजरायल में बंधकों के परिवारों ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के गाजा में युद्धविराम के प्रस्ताव का समर्थन किया है लेकिन इजरायली सरकार ने कहा है कि स्थितियों को देखकर वह निर्णय लेगी। करीब आठ महीने से जारी गाजा युद्ध को रोकने के लिए बाइडन ने तीन चरणों का प्रस्ताव सार्वजनिक किया है। इसमें इजरायली बंधकों की रिहाई के बदले में स्थायी युद्धविराम की बात कही गई है।
इजरायल का गाजा में युद्ध रोकने से इनकार
बाइडन ने इजरायल और हमास से अनुरोध किया है कि वे समझौता करें जिससे करीब 100 बंधकों की रिहाई संभव हो और करीब 30 बंधकों के शव उनके परिवारों को प्राप्त हो सकें। ये 30 बंधक लड़ाई में फंसकर मारे गए हैं या फिर बीमारियों के चलते मरे हैं। लेकिन रॉयटर के अनुसार इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खात्मे से पहले गाजा में युद्ध रोकने से इनकार कर दिया है।
हमलों के शिकार हुए 70 लोगों के शव मिले
इजरायली सरकार ने कहा है कि युद्धविराम के लिए जो शर्तें निर्धारित की गई हैं उनका पूरा होना जरूरी है। गाजा के कई हिस्सों में लड़ाई जारी है। जबालिया शरणार्थी क्षेत्र में हमलों के शिकार हुए 70 लोगों के शव मिले हैं। इनमें 20 शव बच्चों के हैं। इजरायली सेना दो हफ्ते की लड़ाई के बाद गुरुवार को इस क्षेत्र से बाहर निकली है।आवासीय भवनों को जलाया
इजरायली सैनिकों के जाने के बाद लोग अब अपने घरों में लौटे हैं। वहां पर उन्हें बड़ी संख्या में शव और जले हुए मकान मिले हैं। फलस्तीनियों का आरोप है कि इजरायली सैनिकों ने सामूहिक रूप से दंड देने की नीयत से आवासीय भवनों को जलाया है। रफाह में भी इजरायली सेना के हमले जारी हैं। वहां पर भी कई लोगों के मारे जाने की सूचना है। इन्हें मिलाकर गाजा में मरने वाले कुल फलस्तीनियों की संख्या 36,379 हो गई है।
तेल अवीव की सड़कों पर उतरे एक लाख से ज्यादा प्रदर्शनकारी
द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, तेल अवीव की सड़कों पर सरकार विरोधी आवादें बढ़ रही हैं। प्रदर्शनकारियों ने हमास के साथ बंधकों की अदला-बदली के समझौते और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को हटाने की मांग उठाई, साथ ही जल्द चुनाव की मांग भी की। आयोजकों का दावा है कि शनिवार का प्रदर्शन 7 अक्टूबर के बाद से सबसे बड़ी सभा थी, जिसमें अकेले तेल अवीव में 120,000 लोगों की उपस्थिति का अनुमान लगाया गया था, हालांकि यह आंकड़ा असत्यापित है।नेतन्याहू को अमेरिकी संसद का निमंत्रण
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अमेरिकी संसद ने संबोधन के लिए आमंत्रित किया है। संसद के दोनों सदनों- सीनेट और प्रतिनिधि सभा ने गाजा में इजरायल की लड़ाई का समर्थन प्रदर्शित करने के लिए नेतन्याहू को आमंत्रित किया है।दोनों सदनों के नेताओं ने नेतन्याहू को लिखे पत्र में कहा है कि दोनों देशों के विशेष संबंधों की मजबूती और अमेरिकी जनता की एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए यह आयोजन किया गया है। इसमें आकर वह लोकतंत्र मजबूत करने, आतंक से लड़ने और क्षेत्र में शांति कायम करने में अपनी सरकार की भूमिका के बारे में बताएं। इस संबोधन के लिए अभी कोई तारीख निश्चित नहीं की गई है।