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Israel Hamas War: इजरायली हवाई हमलों के खिलाफ विश्व भर में प्रदर्शन, एक सुर में फलस्तीन हिंसा रोकने की मांग

हमास आतंकियों के हमले के बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुई गाजा पट्टी की नाकेबंदी कर दी है और हवाई हमले कर रहा है। इजरायल की इस कार्रवाई के खिलाफ कई देशों में लोगों ने शुक्रवार (20 अक्टूबर) को विरोध-प्रदर्शन किया। लोगों ने गाजा पट्टी में रह रहे फलस्तीनियों के साथ एकजुटता जताई और हवाई हमले रोकने और नाकेबंदी खत्म करने की मांग की।

By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Fri, 20 Oct 2023 11:07 PM (IST)
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इजरायली हवाई हमलों के खिलाफ विश्व भर में प्रदर्शन (फोटो, एपी)
एजेंस, बगदाद। हमास आतंकियों के हमले के बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुई गाजा पट्टी की नाकेबंदी कर दी है और हवाई हमले कर रहा है। इजरायल की इस कार्रवाई के खिलाफ कई देशों में लोगों ने शुक्रवार (20 अक्टूबर) को विरोध-प्रदर्शन किया। लोगों ने गाजा पट्टी में रह रहे फलस्तीनियों के साथ एकजुटता जताई और हवाई हमले रोकने और नाकेबंदी खत्म करने की मांग की।

इराक, जॉर्डन , मिस्त्र, तुर्किये, इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया समेत कई देशों में लोगों ने इजरायल का विरोध किया। जॉर्डन में 6,000 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने मार्च निकालकर विरोध-प्रदर्शन किया। लोग इजरायली दूतावास के पास एकत्र हुए। मिस्र के कई शहरों और कस्बों में लोगों ने फलस्तीनियों के साथ एकजुटता जताई।

अल-अजहर मस्जिद में सैकड़ों लोग एकत्र हुए

मिस्त्र सरकार ने प्रदर्शनकारियों के इकट्ठा होने के लिए 27 स्थानों पर व्यवस्था की थी। काहिरा में अल-अजहर मस्जिद के प्रांगण में सैकड़ों लोग एकत्र हुए। नमाज के बाद लोगों ने नारेबाजी की। तहरीर चौक पर भी प्रदर्शन किया गया। तुर्किये के इस्तांबुल और अंकारा में नमाज के बाद हजारों लोगों ने बाहर प्रदर्शन किया। तुर्किये और फलस्तीनी झंडे लहराए और गाजा में इजरायल की कार्रवाई की निंदा करते हुए नारे लगाए। कुछ प्रदर्शनकारियों ने इजरायली प्रधानमंत्री के पुतले फूंके और इजरायली झंडे को आग लगा दी।

तुर्किये में लोगों की याद में तीन दिन का शोक

गौरतलब है कि तुर्किये की जहां सरकार ने गाजा अस्पताल में विस्फोट में जान गंवाने वालों के लिए तीन दिन के शोक की घोषणा की है। इराक में ईरान समर्थित पापुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज (पीएमएफ) के सैकड़ों समर्थक शुक्रवार को गाजा के साथ एकजुटता व्यक्त करने और इजरायल द्वारा लगाए गए नाकाबंदी को समाप्त करने की मांग करने के लिए जॉर्डन सीमा पर एकत्र हुए। पीएमएफ के सैकड़ों समर्थक बगदाद में भी एकत्र हुए।

भारत में भी प्रदर्शन हुए

वहीं, मलेशिया के कुआलालंपुर में नमाज के बाद लगभग 1,000 मुसलमानों ने मार्च निकाला और गाजा में हिंसा रोकने की मांग की। फलस्तीनी झंडे लहराते हुए प्रदर्शनकारी अमेरिकी दूतावास के बाहर भी एकत्र हुए। दरअसल, अमेरिका के खिलाफ प्रदर्शन इसलिए हो रहे हैं, क्योंकि वह इजरायल का समर्थन कर रहा है। भारत के जयपुर और मुंबई में लोगों ने इजरायल के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किए।

पूर्व नेपाली प्रधानमंत्री फलस्तीन के साथ

इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में अमेरिकी दूतावास और संयुक्त राष्ट्र मिशन के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमला बंद करने की मांग की। दक्षिण कोरिया में भी लोगों ने फलस्तीनी झंडे लहराए और इजरायल के खिलाफ नारेबाजी की। मोरक्को में भी लोगों ने इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन किया। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार पूर्व नेपाली प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई सहित कई लोगों ने फलस्तीन के साथ एकजुटता दिखाते हुए काठमांडू में मार्च किया। उन्होंने युद्धविराम का आह्वान किया।

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