बंधकों की रिहाई के लिए इजरायल में सड़कें जाम, हमास के बदले रुख से नेतन्याहू सरकार पर बढ़ा दबाव
Israel-Hamas War इजरायल की नेतन्याहू सरकार पर गाजा में चल रहे युद्ध को रोकने का दबाव लगातार बढ़ रहा है। अंतर्राष्ट्रीय अपीलों के बाद अब इजरायली जनता भी सड़क पर उतर आई है और सरकार से युद्ध विराम कर बंधकों की रिहाई की मांग कर रही है। इधर हमास के बदले रुख ने सरकार पर दबाव और बढ़ा दिया है।
एपी, तेल अवीव। बीते नौ महीने से गाजा में बंधक बने इजरायली नागरिकों की रिहाई के लिए रविवार को इजरायल के कई शहरों राजमार्गों को जाम कर दिया गया। बंधकों के रिश्तेदार और अन्य लोग सरकार से गाजा में युद्धविराम लागू कर बंधकों की अविलंब रिहाई की मांग कर रहे हैं।
हमास ने शनिवार को गाजा में स्थायी युद्धविराम की मांग छोड़कर और अमेरिकी शांति प्रस्ताव स्वीकार कर इजरायल सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है। अब गाजा में युद्धविराम करने और 100 से ज्यादा बंधक नागरिकों को रिहा कराने की जिम्मेदारी इजरायल सरकार पर है।
250 इजरायली नागरिकों को किया था अगवा
सात अक्टूबर, 2023 को फलस्तीनी लड़ाकों ने इजरायली शहरों पर हमला कर वहां लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और सैकड़ों अन्य को घायल कर दिया था। इसके बाद वे करीब 250 लोगों को अगवा कर गाजा ले गए थे।इनमें से एक सौ से ज्यादा बंधक विभिन्न तरीकों से रिहा हो चुके हैं और कुछ की मौत हो चुकी है। लेकिन 100 से ज्यादा बंधक अभी भी हमास और इस्लामिक जिहाद की कैद में हैं। बीते नौ महीनों में इन बंधकों ने नारकीय अनुभव झेले हैं। बंधकों ने वीडियो मैसेज के जरिये ये अनुभव साझा किए हैं।
इजरायल सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार
इस बीच हमास ने कहा है कि अस्थायी युद्धविराम और बंधकों की रिहाई पर वह इजरायल सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है। गाजा में इजरायली सेना के हमले जारी हैं। मध्य गाजा के स्कूल पर हमले पर इजरायली सेना ने कहा है कि वहां पर फलस्तीनी लड़ाके छिपे हुए थे, इसलिए वहां पर हमला किया गया। शनिवार को हुए हमले में वहां पर 16 लोग मारे गए थे।इस बीच रफाह में लड़ाई जारी है और दो महीने से ज्यादा समय बीतने के बावजूद इजरायली सेना शहर पर कब्जा नहीं कर सकी है। इजरायली हमलों में गाजा में नौ महीनों में कुल 38,153 फलस्तीनी मारे गए हैं। लेबनान के हिजबुल्ला लड़ाकों ने रविवार को इजरायल पर 20 राकेट दागे। हिजबुल्ला के इस हमले में इजरायल का एक नागरिक घायल हुआ है।