गाजा में युद्धविराम को लेकर सुरक्षा परिषद में रूस का प्रस्ताव खारिज, इन देशों ने हमास का नहीं लिया था नाम
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इजरायल-हमास युद्ध को लेकर रूस द्वारा प्रस्तावित मसौदा प्रस्ताव खारिज कर दिया है। प्रस्ताव में गाजा में मानवीय आधार पर युद्धविराम का आह्वान किया गया था लेकिन इसमें इजरायल पर हमास के हमले का कोई उल्लेख नहीं था। रूस के नेतृत्व वाले मसौदा प्रस्ताव पर 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में सोमवार शाम को वोटिंग हुई।
By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Tue, 17 Oct 2023 09:04 PM (IST)
जागरण न्यूज नेटवर्क, संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इजरायल-हमास युद्ध को लेकर रूस द्वारा प्रस्तावित मसौदा प्रस्ताव खारिज कर दिया है। प्रस्ताव में गाजा में मानवीय आधार पर युद्धविराम का आह्वान किया गया था, लेकिन इसमें इजरायल पर हमास के हमले का कोई उल्लेख नहीं था। रूस के नेतृत्व वाले मसौदा प्रस्ताव पर 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में सोमवार शाम को वोटिंग हुई, लेकिन एक पेज का यह प्रस्ताव पर्याप्त वोटिंग पाने में विफल रहा।
प्रस्तावित मसौदे में तत्काल, टिकाऊ और पूरी तरह से सम्मानित मानवीय युद्धविराम का आह्वान किया गया था। हमास के चंगुल में सभी बंधकों की रिहाई, सहायता पहुंच और नागरिकों की सुरक्षित निकासी को लेकर प्रस्ताव के पक्ष में चीन, गैबॉन, मोजाम्बिक, रूस और संयुक्त अरब अमीरात से पांच वोट मिले।
ब्राजील, स्विटजरलैंड ने वोटिंग में भाग नहीं लिया
वहीं, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जापान ने इसके विरोध में वोटिंग की। इसके अलावा ब्राजील, स्विटजरलैंड, अल्बानिया, घाना, माल्टा और इक्वाडोर ने वोटिंग में भाग नहीं लिया। सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पारित कराने के लिए कम से कम नौ मत चाहिए थे। इसके साथ ही पांच स्थायी सदस्यों में से कोई भी विरोध या वीटो न करे।प्रस्ताव में हमास का नाम नहीं लिया गया
प्रस्ताव में नागरिकों के विरुद्ध सभी तरह की हिंसा और शत्रुता व आतंकवाद के सभी कृत्यों की कड़ी निंदा की गई, लेकिन हमास का नाम नहीं लिया गया था। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थामस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि रूस का प्रस्ताव बिना किसी परामर्श के सामने रखा गया और इसमें हमास का कोई उल्लेख नहीं है।गाजा में मानवीय संकट का खतरा
बता दें कि इजराइल, हमास के खिलाफ हमले को तेज करने की तैयारी कर रहा है, जिससे गाजा में मानवीय संकट पैदा हो गया है और ईरान के साथ व्यापक संघर्ष की आशंका बढ़ गई है। 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर हुए हमले के बाद इजरायल ने गाजा पर शासन करने वाले ईरान समर्थित हमास को पूरी तरह से खत्म करने की कसम खाई है।ये भी पढ़ें: France: फ्रांस में फिर खाली कराया गया वर्साय पैलेस, इस वजह से देश में बरती जा रही है विशेष सतर्कता