Israel Hamas War: 'वो हमें फिर बेघर करना चाहते हैं...', 'नकबा' दोहराए जाने के डर से सिहर उठते हैं गाजा के लोग
तबाही के मंजर के बीच उम्म अहमद और उनके दो बेटे अपना कुछ सामान बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उम्म अहमद कहती है- हमने एक नारकीय रात बिताई है। आसमान लाल था सब कुछ नष्ट हो गया था। मैं बच्चों के लिए कपड़े ढूंढने की कोशिश कर रही हूं ताकि उन्हें ठंड न लगे। वो (इजरायल) हमें बेघर करना चाहते हैं।
नया नकबा जन्मेगा!
अशूर ने एएफपी को बताया कि, जो हो रहा है वह खतरनाक है। उन्होंने इजरायल के निर्माण के साथ 1948 के युद्ध के दौरान भाग गए या अपने घरों से निकाले गए 760,000 फिलिस्तीनियों का जिक्र करते हुए कहा-गाजा की 24 लाख की आबादी काफी हद तक उन शरणार्थियों के वंशजों से बनी है। अशूर सिर्फ आठ साल के थे जब वह और उनका परिवार 1948 में मजदल (जो आज इजरायली शहर अश्कलोन है) से गाजा भाग गए थे। उन्होंने कहा-मुझे डर है कि चल रहे विनाश का एक स्पष्ट उद्देश्य है, लोगों के पास रहने के लिए जगह नहीं है जो एक नए नकबा को जन्म देगी।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार तब से लगातार इजरायली बमबारी में 4,300 से अधिक फिलिस्तीनी जिनमें अधिकतर आम नागरिक थे, मारे गए हैं।आज जो हो रहा है वह बहुत बुरा है। उस समय इजरायल लोगों को मारने और भागने के लिए मजबूर करने के लिए गोलीबारी करता था, लेकिन वर्तमान स्थिति अधिक भयावह है।
हम अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे...
संयुक्त राष्ट्र का कहना है इस संघर्ष के कारण कम से कम दस लाख गाजावासी विस्थापित हो गए हैं साथ ही इजरायल ने गरीब इलाके में पानी, बिजली, ईंधन और भोजन की आपूर्ति भी बंद कर दी है। रामी अबू वाजना अल-जहरा में विनाश को देखते हुए लड़खड़ा जाते हैं... धीमी आवाज में कहते हैं-हजारों निवासी जो भाग गए थे उन्होंने इजरायली हमलों से बचने के लिए आश्रय खोजने की कोशिश में रात बिताई। अबू वाजना ने कहते हैं कि-मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा हो सकता है।
उन्होंने आगे कहा-हम पर बमबारी क्यों? हम नागरिक हैं... हम कहां जाएंगे? हमारा सब कुछ चला गया है।
हर तरफ फैले तबाही के मंजर के बीच उम्म अहमद और उनके दो बेटे अपना कुछ सामान बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उम्म अहमद कहती है-हमने अपने दादा-दादी को नकबा के बारे में बात करते हुए सुना और आज हम ही इसे जी रहे हैं, लेकिन हम अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे।
वह कहती हैं, हम अपने साथ कुछ भी नहीं ले गए। मैं बच्चों के लिए कपड़े ढूंढने की कोशिश कर रही हूं ताकि उन्हें ठंड न लगे। वो (इजरायल) हमें बेघर करना चाहते हैं।हमने एक नारकीय रात बिताई है। आसमान लाल था, सब कुछ नष्ट हो गया था।