Israel Hamas War: 'यह हमले के बाद आत्मरक्षा की लड़ाई है', इजरायल ने अमेरिका के युद्ध विराम सुझाव पर जताया विरोध
हमास के साथ देश में चल रहे युद्ध पर इजरायली विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लियोर हयात ने कहा है कि क्रूर हमले के बाद यह आत्मरक्षा का युद्ध है। उन्होंने कहा कि क्रूरतापूर्वक हमला करने के बाद यह आत्मरक्षा का युद्ध है। इस युद्ध में हमारा लक्ष्य गाजा पट्टी से हमास नियंत्रण और हमास आतंकवाद को खत्म करना है। हमास का खात्मा अब अस्तित्व का सवाल है।
By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 03 Nov 2023 10:01 AM (IST)
एएनआई, यरुशलम। हमास-इजरायल युद्ध को एक महीना पूरा होने वाला है, लेकिन युद्ध रुकने के आसार नजर नहीं आ रहे है। इसी बीच, हमास के साथ देश में चल रहे युद्ध पर इजरायली विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लियोर हयात ने कहा है कि क्रूर हमले के बाद यह आत्मरक्षा का युद्ध है। हयात ने कहा कि इस युद्ध में इजराइल का लक्ष्य गाजा पट्टी से हमास का नियंत्रण और हमास के आतंकवाद को खत्म करना है।
इजरायल के अस्तित्व का सवाल
हयात ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "7 अक्टूबर को इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा की। क्रूरतापूर्वक हमला करने के बाद यह आत्मरक्षा का युद्ध है। इस युद्ध में हमारा लक्ष्य गाजा पट्टी से हमास नियंत्रण और हमास आतंकवाद को खत्म करना है।" उन्होंने कहा कि हमास का खात्मा अब अस्तित्व का सवाल है।
इजरायल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "यह अस्तित्व की बात है, क्योंकि अगर हम ऐसा नहीं करते हैं, तो हमास एक के बाद एक अन्य नरसंहार जारी रखेगा। यह सिर्फ मैं नहीं कह रहा हूं कि हमास नेतृत्व कह रहा है कि वे एक के बाद एक 7 अक्टूबर जैसे नरसंहार की योजना बना रहे हैं।
इस हमले को दोहराएगा हमास
द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के एक वरिष्ठ सदस्य ने 7 अक्टूबर को इजरायल में किए गए हमले की सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि अगर मौका दिया गया, तो आतंकवादी समूह भविष्य में कई बार इस तरह के हमले तब तक दोहराएगा, जब तक इजरायल का अंत नहीं हो जाता।
इजरायल का हमारी भूमि पर कोई अधिकार नहीं
द टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य गाजी हमद ने लेबनानी टेलीविजन चैनल एलबीसी के साथ एक इंटरव्यू में अपनी टिप्पणी दी। उन्होंने कहा, "इजरायल एक ऐसा देश है, जिसका हमारी भूमि पर कोई स्थान नहीं है। हमें इसे हटाना होगा, क्योंकि यह अरब और इस्लामी देशों के लिए एक सुरक्षा, सैन्य और राजनीतिक तबाही है। हमें यह कहने में कोई शर्म नहीं है।"टाइम्स ऑफ इजरायल ने आगे गाजी हमद के हवाले से कहा कि इजरायल का अस्तित्व अतार्किक है और इसे सभी फलस्तीनी भूमि से मिटा दिया जाना चाहिए। 7 अक्टूबर को लगभग 3,000 हमास आतंकवादी जमीन, हवा और समुद्र के रास्ते गाजा पट्टी से इजरायल में घुस आए और हजारों रॉकेट हमलों से हमला कर लगभग 1,400 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। उन्होंने इजरायली कस्बों और शहरों पर हजारों रॉकेट हमले करके 245 बंधकों को अपने कब्जे में ले लिया। हमास आतंकवादियों द्वारा मारे गए लोगों में अधिकांश आम नागरिक थे, जिनमें नवजात शिशु, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे। पूरे परिवारों को उनके घरों में ही मार डाला गया।