इजरायल का बेरूत पर 18 साल में सबसे बड़ा हमला, संयुक्त राष्ट्र ने कहा- बर्बादी की कगार पर लेबनान
Israel Hezbollah War इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जंग खतरनाक मोड़ पर पहुंचती जा रही है। शुक्रवार को इजरायल ने हिजबुल्लाह पर 2006 के बाद से सबसे बड़ा हमला किया है जिसमें मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अब तक 37 लोगों के मारे जाने की खबर है एवं यह संख्या और बढ़ सकती है। हमले में 68 लोग घायल भी हुए हैं।
एपी, बेरूत। लेबनान की राजधानी बेरूत के उपनगर में शुक्रवार को हुए इजरायली हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है। मारे गए लोगों में सात महिलाएं और तीन बच्चे भी हैं। इस हमले में 68 लोग घायल हुए हैं।
मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि गाइडेड बमों से हुए हमले से ध्वस्त दोनों भवनों के मलबे में दबे लोगों की तलाश का काम अभी जारी है। इस हमले में हिजबुल्ला की सैन्य शाखा का प्रमुख इब्राहीम अकील और दस कमांडर मारे गए हैं।
2006 के बाद सबसे बड़ा हमला
2006 के इजरायल-हिजबुल्ला युद्ध के बाद बेरूत पर इजरायली सेना का यह सबसे भीषण हमला था। शुक्रवार को दोपहर बाद हुए इस हमले के बारे में हिजबुल्ला ने शुरुआत में कुछ नहीं कहा, लेकिन देर रात बताया कि इजरायली हमलों में उसके 15 लोग मारे गए हैं। हालांकि, इन लोगों के नाम और पदनाम नहीं बताए हैं।लेबनानी सेना ने ध्वस्त भवनों को घेर रखा है और वहां पर मशीनों से मलबा हटाने का कार्य जारी है। लेबनान के लोक निर्माण एवं परिवहन मंत्री अली हामी ने बताया है कि दोनों भवनों में मौजूद 23 लोग अभी लापता हैं। ध्वस्त हुए भवनों में एक आठ मंजिलों वाला था और उसमें 16 अपार्टमेंट थे, जबकि दूसरे भवन में दुकानें और आवासीय फ्लैट थे।
संयुक्त राष्ट्र ने की अपील
इसी दूसरे भवन के भूमिगत हिस्से में हिजबुल्ला के कमांडरों की बैठक चल रही थी, जिसे इजरायली विमानों ने निशाना बनाया। इजरायल और हिजबुल्ला की लड़ाई इसी सप्ताह लेबनान में हुए पेजर और वाकी-टाकी में विस्फोटों के बाद तेज हुई है। इन विस्फोटों में 37 लोग मारे गए थे और करीब 3,500 घायल हुए थे।लेबनान पर इजरायली हमलों को ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने बच्चों के खिलाफ बेशर्मी भरे अपराध करार दिया है। जबकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कहा है कि लेबनान इस समय बर्बादी के कगार पर है। वहां पर अविलंब लड़ाई रुकनी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र ने इस लड़ाई को रुकवाने के लिए सभी देशों में मिलकर प्रयास करने का अनुरोध किया है।