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Israel-Iran Tensions: ईरान-इजरायल में सीधा टकराव न होने के आसार, रूस, चीन, फ्रांस, जर्मनी की संयम बरतने की अपील

इजरायल पर ईरान के हमले के बाद उपजी स्थिति में फिलहाल नहीं लग रहा कि दोनों देशों के बीच सीधा टकराव होगा। इजरायल के वार कैबिनेट के सदस्य बेनी गेंट्ज ने कहा है कि ईरान के हमले का इजरायल उचित समय पर सही जवाब देगा। गेंट्ज वार कैबिनेट में शामिल विपक्षी नेता हैं। वह इजरायल के प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Mon, 15 Apr 2024 04:00 AM (IST)
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रूस, चीन, फ्रांस, तुर्किये, मिस्त्र के साथ जर्मनी के चांसलर ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
रॉयटर्स, यरुशलम। इजरायल पर ईरान के हमले के बाद उपजी स्थिति में फिलहाल नहीं लग रहा कि दोनों देशों के बीच सीधा टकराव होगा। इजरायल के वार कैबिनेट के सदस्य बेनी गेंट्ज ने कहा है कि ईरान के हमले का इजरायल उचित समय पर सही जवाब देगा। गेंट्ज वार कैबिनेट में शामिल विपक्षी नेता हैं। वह इजरायल के प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं।

इजरायल सरकार ने कहा है कि उसका अभियान अभी पूरा नहीं हुआ है। लेकिन इजरायली प्रधानमंत्री से टेलीफोन वार्ता में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ कर दिया है कि ईरान पर हमले में उनकी सेना इजरायल का साथ नहीं देगी। अमेरिका ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहता है। जबकि ईरान ने कहा है कि भविष्य की इजरायल की कार्रवाइयों का उसे और ज्यादा करारा जवाब मिलेगा। यमन के हूती विद्रोहियों ने कहा है कि इजरायल पर ईरान का हमला उचित था। गाजा पट्टी में छह महीने से जारी युद्ध के बीच अमेरिका नहीं चाहता है कि इजरायल किसी अन्य देश के साथ सीधे युद्ध में फंसे। इसलिए वह शुरू से ही ईरान और इजरायल के टकराव को टालने की कोशिश में लगा हुआ है।

रविवार को भी अमेरिका की भूमिका इजरायल के बचाव की रही, ईरान पर जवाबी हमले के बारे में अमेरिका ने एक भी शब्द नहीं कहा है। रूस, चीन, फ्रांस, तुर्किये, मिस्त्र, यूएई, कतर के साथ ही जर्मनी के चांसलर ओलफ शुल्ज ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। कहा कि हम सभी को कोई ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़े। शुल्ज ने यह बात चीन में कही है।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने ईरान के हमले की निंदा की है। कहा है कि विश्व एक और युद्ध नहीं चाहता है। इजरायल पर ईरान के हमले के बाद उत्पन्न स्थिति पर विचार के लिए इजरायल ने सुरक्षा परिषद की बैठक भी बुलाई गई है।

हिजबुल्ला ने इजरायल पर रात भर दागे रॉकेट

क्षेत्र में ईरान समर्थक सबसे मजबूत सशस्त्र संगठन लेबनान के हिजबुल्ला ने शनिवार-रविवार की पूरी रात इजरायल पर राकेट हमले किए। इनसे हुए जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। वैसे इजरायल लेबनान की सीमा से लगे क्षेत्र से 60 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहले ही भेज चुका है। इजरायली वायुसेना ने रविवार सुबह लेबनान में काफी अंदर तक जाकर हिजबुल्ला के ठिकानों पर बमबारी की। इजरायली कार्रवाई में हुए नुकसान की सूचना प्राप्त नहीं हुई है।

ईरानी शहरों में खुशी, इजरायल में भगदड़

इजरायल पर ईरान के हमले की खबर फैलते ही राजधानी तेहरान सहित कई ईरानी शहरों में लोग सड़कों पर निकल आए और राष्ट्रीय झंडा लेकर खुशी जताने लगे। ये लोग अमेरिका और इजरायल के विरोध में नारेबाजी करते हुए ईरानी सेना के प्रति समर्थन जता रहे थे। जबकि ईरानी हमले के बाद इजरायल में सायरनों की आवाज के बीच भयभीत लोग घरों से बाहर निकल आए और उन्होंने खुले स्थानों की ओर दौड़ना शुरू कर दिया। जबकि तमाम बुजुर्ग और बच्चे घर के नजदीक बने सेफ हाउस में चले गए।