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Israel Iron Dome : इजरायल का सबसे घातक एयर डिफेंस सिस्‍टम, जिससे खौफ खाते हैं दुश्‍मन, जानें खूबियां

सोमवार को गाजा में हमास के आतंकियों ने इजरायल में 1600 से अधिक रॉकेट दागे जबकि इजरायल ने अपने मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम से इन सभी रॉकेटों को हवा में ही ध्‍वस्‍त कर दिया। जानें आखिर उसने ऐसा कैसे किया...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Fri, 14 May 2021 10:21 PM (IST)
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आइए जानें इजराइल के पास आखिर कौन सी तकनीक है जिससे उसने हमास के हमले को नाकाम कर दिया....
नई दिल्‍ली [ऑनलाइन डेस्‍क]। गाजा पट्टी में इजरायल और फलस्तीन के बीच तनाव बरकरार है। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने संवाददाताओं को एक संदेश में कहा कि सोमवार को तनाव शुरू होने के बाद से 103 फलस्तीनियों की मौत हो गई, जबकि 487 घायल हुए हैं। मालूम हो कि सोमवार को गाजा में हमास के आतंकियों ने इजरायल में 1,600 से अधिक रॉकेट दागे, जबकि इजरायली सेना का कहना है कि उसने अपने मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम से ढेर सारे रॉकेटों को हवा में ही ध्‍वस्‍त कर दिया। आइए जानतें हैं कि इजरायल के पास आखिर कौन सी वह मिसाइल डिफेंस तकनीक है, जिससे उसने इस भयानक हमले को नाकाम कर दिया....

90 फीसद कारगर

इजरायल के इस एयर डिफेंस सिस्‍टम को 'आयरन डोम' कहा जा रहा है। इजरायली सेना का दावा है कि उसका 'आयरन डोम' सिस्‍टम दुश्‍मन की 90 फीसद मिसाइलों को हवा में ही ध्‍वस्‍त कर देता है। यह एयर डिफेंस सिस्‍टम दुश्‍मन के ड्रोन को भी नेस्‍तनाबूंद कर देता है।

दुनिया की बेहतरीन रक्षा प्रणाली

इजरायली कंपनी राफेल एडवांस डिफेंस सिस्‍टम और इजरायल एयरोस्‍पेस इंडस्‍ट्री ने इस एयर डिफेंस सिस्‍टम को बनाया है। 'आयरन डोम' एयर डिफेंस सिस्‍टम का दुनिया लोहा मानती है। यह दुनिया की बेहतरीन रक्षा प्रणालियों में शुमार है। यह दिन-रात समेत किसी भी मौसम में मार करने में सक्षम है।

ऐसे हुई इसके निर्माण की शुरुआत

आइये अब जानते हैं इसके निर्माण के पीछे की कहानी... दरअसल साल 2006 के लेबनान के हिजबुल्लाह के साथ इजरायल की लड़ाई छिड़ गई। इजरायल पर दुश्‍मनों ने हजारों रॉकेट दागे थे। इससे सबक लेते हुए इजराइल ने एक एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम बनाने की घोषणा की।

साल 2011 से सेना शामिल

इस एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम के निर्माण में इजराइल ने मित्र देश अमेरिका की भी मदद ली और तेजी से काम करते हुए इसे विकसित कर लिया। इजरायल साल 2011 से ही अपने नागरिकों की इस एयर डिफेंस सिस्‍टम के जरिए हिफाजत करता आ रहा है।

ऐसे करता है काम

आइये अब जानते हैं कि यह काम कैसे करता है। दरअसल यह एक ग्राउंड-टू-एयर डिफेंस सि‍स्‍टम है, जो रडार और तामिर इंटरसेप्टर मिसाइलों से लैस है। रडार दुश्‍मन मिसाइलों की जानकारी देता है और बताता है कि मिसाइल या रॉकेट कहां गिर सकता है और यह कितनी दूर है। इसके बाद इंटरसेप्टर मिसाइलें अपना काम करती हैं और हवा में ही दुश्‍मन रॉकेट ध्‍वस्‍त कर दिए जाते हैं।

बहुद्देशीय युद्धक हथियार

'आयरन डोम' एयर डिफेंस सिस्‍टम एक बहुद्देशीय युद्धक हथियार है। इसकी मिसाइलों में लगे इंटरसेप्‍टर इतने सटीक हैं कि दुश्‍मन मिसाइल, रॉकेटों और ड्रोन की एक्‍जैक्‍ट लोकेशन हवा में ही ट्रैक करके उसे ध्‍वस्‍त कर देते हैं। एयर डिफेंस सिस्‍टम लड़ाकू विमानों और हेलिकॉप्टर को भी ध्‍वस्‍त करने की क्षमता रखता है।

ये मिसाइलें भी हो जाती हैं नाकाम

'आयरन डोम' एयर डिफेंस सिस्‍टम की सटीकता 90 फीसद के आस पास है। यह सी-राम (C-RAM), क्रूज मिसाइलें (Cruise Missiles), गाइडेड मिसाइलें (Precise Guided Missiles, PGM), ड्रोन (UAVs) एवं अन्‍य हवाई हमलों को विफल करने की क्षमता रखता है।

नेवल वर्जन भी तैयार

इस डिफेंस सिस्‍टम से एक साथ 2000 से ज्‍यादा टारगेट ध्‍वस्‍त हो सकते हैं। इजरायल ने अपने लोगों की रक्षा के लिए दुनिया के इस बेस्‍ट एयर डिफेंस सिस्‍टम (Iron Dome) पर भारी भरकम निवेश किया है। इजरायल ने समुद्री सुरक्षा के लिए इसी तरह का नेवल वर्जन भी तैयार किया है। इसका नाम सी-डोम (C-DOME) रखा गया है।