ईरान के गैस स्टेशनों पर इजरायली हैकर्स का साइबर हमला, देश के करीब 70% गैस स्टेशनों पर कामकाज हुआ ठप
ईरान में सोमवार को एक बड़े साइबर हमले की जानकारी सामने आई है। तेल मंत्रालय के अनुसार सोमवार को देश में सिर्फ 30 प्रतिशत गैस स्टेशन पर कामकाज हुआ। गैस स्टेशनों पर दिनभर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। देश में कुल 33 हजार गैस स्टेशन हैं। 2022 में इजरायली हैकर्स के इसी समूह ने देश के एक प्रमुख स्टील कंपनी को हैक कर लिया था।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Mon, 18 Dec 2023 11:04 PM (IST)
एपी, तेहरान। ईरान में सोमवार को एक बड़े साइबर हमले की जानकारी सामने आई है। ईरान के तेल मंत्री जवाद ओजी ने पुष्टि करते हुए कहा कि साइबर हमले में देश के करीब 70 प्रतिशत गैस स्टेशनों पर कामकाज ठप हो गया। टाइम्स आफ इजरायल ने हमले के लिए इजरायली हैकर्स समूह 'गोंजेश्को दारांदे' को जिम्मेवार ठहराया है।
तेल मंत्रालय के अनुसार, सोमवार को देश में सिर्फ 30 प्रतिशत गैस स्टेशन पर कामकाज हुआ। गैस स्टेशनों पर दिनभर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। देश में कुल 33 हजार गैस स्टेशन हैं। 2022 में इजरायली हैकर्स के इसी समूह ने देश के एक प्रमुख स्टील कंपनी को हैक कर लिया था। हाल के वर्षों में ईरान में कई बार साइबर हमले हुए हैं। रेलवे, जेल और सरकारी दफ्तरों के सीसीटीवी कैमरों को हैक कर लिया गया था।
70 प्रतिशत गैस स्टेशनों पर कामकाज ठप
उल्लेखनीय है कि 2000 के अंत में स्टक्सनेट कंप्यूटर वायरस ने ईरान के न्यूक्लियर सेंटर में सेंट्रीफ्यूज को बाधित कर दिया था। माना जाता है कि स्टक्सनेट वायरस को अमेरिका और इजरायल ने इजाद किया था। इस घटना के बाद ईरान में सरकारी कार्यालय और सैन्य संस्थान में इंटरनेट को प्रतिबंधित कर दिया गया था।यह भी पढ़ें: तीसरी बार मिस्त्र के राष्ट्रपति चुने गए अल-सीसी, सत्ता में 6 साल और रहेंगे काबिज; चुनाव में मिले 89.6 प्रतिशत मत
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