Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Israel-Hamas War: 33 फलस्तीनी कैदियों को इजरायल ने किया रिहा, 50 और को छोड़ने की दी मंजूरी

इजरायल ने हमास द्वारा सोमवार को 11 बंधकों की रिहाई के बदले 33 कैदियों को मंगलवार तड़के रिहा कर दिया जिसके बाद संघर्ष विराम के दौरान रिहा हुए फलस्तीनी कैदियों की संख्या 150 हो गई है। इजरायल और हमास के बीच एक समझौते के तहत युद्धविराम लगा हुआ है। वहीं हमास इस समझौते के तहत बनाए गए बंधकों को रिहा कर रहा है

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Tue, 28 Nov 2023 07:12 AM (IST)
Hero Image
हमास के 11 बंधकों की रिहाई के बदले इजरायल ने छोड़े 33 फलस्तीनी कैदी। फाइल फोटो।

यरुशलम, एएफपी। इजरायल और हमास के बीच एक समझौते के तहत युद्धविराम लगा हुआ है। वहीं, हमास इस समझौते के तहत बनाए गए बंधकों को रिहा कर रहा है, जबकि इजरायल भी अपने जेलों में बंद कैदियों को छोड़ रहा है। इस बीच, इजरायल ने हमास द्वारा सोमवार को 11 बंधकों की रिहाई के बदले 33 कैदियों को मंगलवार तड़के रिहा कर दिया, जिसके बाद संघर्ष विराम के दौरान रिहा हुए फलस्तीनी कैदियों की संख्या 150 हो गई है।

50 और महिला कैदियों को रिहा करेगा इजरायल

वहीं, इजरायली सरकार ने समझौते के तहत उस सूची को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत 50 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाना है। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने अतिरिक्त इजरायली बंधकों की रिहाई कीके लिए 50 महिला कैदियों की सूची को मंजूरी दे दी है।  टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने 20 और इजरायलियों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए यह मंजूरी दी है।

यह भी पढ़ेंः Israel-Hamas War: हमास द्वारा रिहा किए गए 11 नागरिक 52 दिन बाद लौटे इजरायल, IDF ने कहा- सभी बंधकों की रिहाई तक करेंगे प्रयास

प्रतिदिन 10 बंधकों को रिहा करेगा हमास

मालूम हो कि गाजा पट्टी में युद्धविराम दो दिन के लिए और बढ़ गया है, अब यह बुधवार तक लागू रहेगा। युद्धविराम के लिए हुए समझौते के तहत हमास प्रति दिन लगभग 10 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा।

11 बंधक पहुंचे इजरायल

इधर, इजरायली सेना ने कहा कि सोमवार को गाजा से रिहा किए गए 11 बंधक वापस इजरायल पहुंच गए हैं। आईडीएफ ने अपने एक बयान में कहा कि हमास द्वारा रिहा किए गए सभी बंधकों का अपने परिजनों से मिलने से पहले चिकित्सा जांच की जाएगी। इजरायली सेना के मुताबिक, रिहा हुए सभी नागरिक जब तक अपने परिजनों से नहीं मिल जाते तब तक उनके साथ आईडीएफ और आईएसए बल रहेंगे।