IS ने किडनैप कर नरक बना दी लड़की की जिंदगी, 10 साल बाद चंगुल से छूटकर भी मांग रही एक ही 'दुआ'
वर्ष 2014 में 11 वर्ष की आयु में इराक से ISIS द्वारा किडनैप की गई एक याजिदी महिला को गाजा पट्टी में तस्करी के लिए ले जाया गया था जिसे बचा लिया गया है और उसे उसके परिवार से मिलवाया गया है। फावजी अमीन सिदो के बचाव और घर वापसी की घोषणा इजरायल और इराक के विदेश मंत्रालयों द्वारा अलग-अलग की गई।
रॉयटर्स, बेरुत। एक दशक से भी पहले आतंकी संगठन आईएस के हाथों अपहृत 21 वर्षीय याजिदी महिला को गाजा से मुक्त कराया गया है। इस हफ्ते अमेरिका के नेतृत्व में इराक सरकार और जार्डन की मदद से शुरू किए गए एक बचाव अभियान के तहत चार महीने के अथक प्रयासों के बाद रिहा कराया गया है।
वह महज 11 साल की बच्ची थी
इराकी और अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार प्राचीन याजिदी धर्म की अल्पसंख्यक महिला सिनजरी को इराक में उसके घर से जब अगवा किया गया था, तो वह महज 11 साल की बच्ची थी। उसके बाद उसे गाजा में बेचा गया और मानव तस्करी का शिकार बनाया गया।
अब भी मानसिक रूप से सामान्य नहीं
वह फिलहाल जिसके कब्जे में थी, वह हाल ही में मारा गया था। इससे उसे बच निकलने का मौका मिला। सिनजरी का कहना है कि वह अब शारीरिक रूप से स्वस्थ है, लेकिन इतने लंबे समय तक बंधक रहने के कारण वह अब भी मानसिक रूप से सामान्य नहीं हो रही है। सिनजरी को अब उसके परिवार से मिलाया जा रहा है।
सीरिया तक ले जाकर बेचा गया
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 में खूंखार आतंकी संगठन आइएस ने इराक के सिनजर क्षेत्र से छह हजार से अधिक याजिदियों को बंदी बनाया था। इनमें ज्यादातर बच्चों को यौन गुलाम बनाने या प्रशिक्षित नाबालिग सैनिक बनाने के लिए बेच दिया गया था। इन्हें तुर्किये और सीरिया तक ले जाकर बेचा गया है।
Fawzia, a Yazidi girl kidnapped by ISIS from Iraq and brought to Gaza at just 11 years old, has finally been rescued by the Israeli security forces.
For years, she was held captive by a Palestinian Hamas-ISIS member.
She has now been reunited with her family. Her story is a… pic.twitter.com/nkVotqYdov— David Saranga (@DavidSaranga) October 3, 2024
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