उन्होंने कहा कि मानवता का व्यवहार चाहिए, तो मानवता दिखाइए। और कोई भी हमें नैतिकता का उपदेश न दे।' इजरायल ने अपने यहां सरकारी अस्पतालों में आतंकियों का इलाज भी रोक दिया है।
अमेरिका ने दोहराया समर्थन
इस बीच, अमेरिका का पूर्ण समर्थन व्यक्त करने के लिए विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजरायल पहुंचे और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। उन्होंने नेतन्याहू से कहा, 'हम यहां हैं, हम कहीं भी नहीं जा रहे हैं।' साथ ही उन्होंने इजरायल से संयम बरतने का आग्रह भी किया। नेतन्याहू ने कहा कि जिस तरह से इस्लामिक स्टेट (आइएस) को कुचल दिया गया, उसी तरह से हमास को भी कुचल दिया जाएगा।
ब्लिंकन शुक्रवार को जार्डन के किंग अब्दुल्ला और फलस्तीन अथारिटी के प्रमुख मोहम्मद अब्बास से भी मिलेंगे। शुक्रवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड भी इजरायल पहुंच रहे हैं। वह अतिरिक्त सैन्य मदद को लेकर चर्चा करेंगे। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जान किर्बी ने स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिकी सैनिकों को इजरायल भेजने की कोई योजना नहीं है।
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अभी युद्ध का समयः इजरायली सेना प्रमुख
इजरायली सेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने कहा, 'इजरायली डिफेंस फोर्स (आइडीएफ) देश व उसके नागरिकों की रक्षा के लिए जिम्मेदार है और शनिवार सुबह गाजा के आसपास के क्षेत्र में हम इस पर खरे नहीं उतरे। हम इससे सीखेंगे, जांच करेंगे, लेकिन अभी युद्ध का समय है।'
हमास के ठिकाने तबाह कर रहा इजरायल
हमलों के बाद से इजरायल लगातार गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बना रहा है। गाजा में बुधवार रात इजरायली सेना ने हमास के विशेष नुखबा बलों को निशाना बनाया। इनमें शनिवार को इजरायल पर हमला करने के लिए लड़ाकों द्वारा इस्तेमाल किए गए कमान केंद्र और हमास के वरिष्ठ नौसेना संचालक का आवास भी शामिल है।माना जाता है कि उसमें हथियार रखे हुए थे। उत्तरी शहर बेइत लाहिया में हवाई हमले में सशस्त्र समूह इस्लामिक जिहाद का कमांडर मारा गया। इजरायली सेना ने अभी तक गाजा में 3,600 लक्ष्यों को निशाना बनाया है। इन लक्ष्यों में हमास के युद्ध कक्ष, सैन्य प्रतिष्ठान, हथियार कारखाने और उसके शीर्ष नेतृत्व से जुड़े स्थान शामिल हैं।
इस दौरान गाजा पट्टी में सुरंगों के नेटवर्क को नष्ट करने पर भी फोकस किया गया है, क्योंकि दशकों से हमास इनका प्रयोग ऑपरेशन सेंटरों के रूप में करता रहा है। सैन्य प्रवक्ता जोनाथन कोनरिकस ने कहा कि गाजा में दो परतें हैं- एक जमीन पर नागरिकों की और दूसरी जमीन के नीचे हमास की।प्रवक्ता ने यह भी बताया, 'अभी हमारा ध्यान वरिष्ठ नेतृत्व पर केंद्रित है। न केवल सैन्य नेतृत्व बल्कि सरकार का नेतृत्व भी, जो शीर्ष हमास कमांडर येहिया सिनवार तक है। वे लोग सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं।' सेना ने यह भी कहा कि गाजा में जमीनी अभियान के संबंध में देश के नेताओं ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। इजरायल ने इसके लिए लगभग 3.6 लाख रिजर्व सैनिक बुलाए हैं।
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दोनों ओर से 2,700 लोगों की मौत
फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि गाजा में 1,417 लोग मारे गए हैं और 6,200 घायल हैं। मरने वालों में 450 बच्चे और 250 महिलाएं हैं। इजरायली सेना ने बताया कि 222 सैनिकों सहित 1,300 से अधिक लोगों की इजरायल में मौत हुई है। जबकि इजरायल की सीमा में हमास के करीब 1,500 आंतकी मारे गए हैं।इजरायल और हमास संघर्ष में फ्रांस के 12 नागरिकों की मौत हुई है और 16 लापता हैं। थाईलैंड के 21 नागरिकों की मृत्यु हुई है। मरने वाले अमेरिकी नागरिकों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। इस बीच, एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि गाजा में 500-600 फलस्तीनी अमेरिकी हैं और उनमें से कुछ वहां से निकलना चाहिते हैं। अमेरिका उन्हें सुरक्षित निकालने का प्रयास कर रहा है।
सीरिया व लेबनान का दावा, इजरायल ने किए हमले
पड़ोसी देश सीरिया ने गुरुवार को दावा किया कि इजरायल ने उसकी राजधानी दमिश्क और उत्तरी शहर अलेप्पो के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों को निशाना बनाया है। इसमें उनके रनवे क्षतिग्रस्त हो गए। इजरायल के हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ। हमास द्वारा दक्षिणी इजरायल में घातक हमलों के बाद सीरिया पर यह पहला इजरायली हमला है।इस दावे पर इजराइली सेना ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। सीरिया ईरान का सहयोगी देश है। हवाई हमले उस दिन हुए जब ईरान के विदेश मंत्री क्षेत्र के अस्थिर हालात पर चर्चा के लिए सीरिया आने वाले थे। इजरायल ने लेबनान के हिजबुल्लाह सहित विभिन्न आतंकी समूहों को ईरान से हथियारों की आपूर्ति रोकने के प्रयास में सीरिया सरकार के कब्जे वाले हिस्सों में हवाई अड्डों को निशाना बनाया है। लेबनान के सैन्य सूत्रों ने भी दावा किया कि इजरायली सेना ने उसके दक्षिणपूर्व इलाके पर मशीनगन और फ्लेयर बमों से हमला किया है। हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ।
हमास का प्रत्येक सदस्य अब 'मुर्दा' है: नेतन्याहू
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि इजरायल हमास को कुचल देगा और तबाह कर देगा। अपने टीवी संदेश में उन्होंने कहा कि हमास का प्रत्येक सदस्य अब 'मुर्दा' है। नेतन्याहू ने लोगों पर ढाए गए जुल्मों को भी बयां किया। उन्होंने कहा, 'हमने लड़कों और लड़कियों को बंधे हुए देखा, बच्चों के सिरों पर गोली मारी गई थी। पुरुषों और महिलाओं को जिंदा जला दिया गया। युवा महिलाएं के साथ दुष्कर्म किए गए और फिर उनकी हत्या कर दी गई। सैनिकों के सिर धड़ से अलग कर दिए गए।'
इजरायल ने हमास को राक्षस बताते हुए उसके द्वारा मारे गए बच्चों की भयावह तस्वीरें भी जारी की हैं। कथित तौर पर नेतन्याहू ने ये तस्वीरें ब्लिंकन को भी दिखाईं। इजरायल के मेजर जनरल इताई वेरुव ने बताया कि सेना को हमास के आतंकियों द्वारा लोगों के गले काटने, बच्चों को कतार में खड़ा करके मारने और 15 लड़कियों को एक कमरे में बंद कर वहां ग्रेनेड फेंकने के सुबूत मिले हैं। इजरायली सेना ने यह भी बताया कि हमास के हमलावर अपने साथ आईएस के झंडे लेकर आए थे।
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अमेरिका हमेशा इजरायल के साथ: ब्लिंकन
ब्लिंकन के इजरायल आगमन पर नेतन्याहू ने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री का उनके देश आना इजरायल के प्रति अमेरिका के पूर्ण समर्थन का ठोस उदाहरण है। उन्होंने कहा, 'धन्यवाद अमेरिका, इजरायल के साथ आज, कल और हमेशा साथ रहने के लिए।' वहीं, ब्लिंकन ने एक बार फिर इजरायल के प्रति अमेरिका का समर्थन दोहराया।उन्होंने कहा, 'मैं अपने साथ यह संदेश लेकर आया हूं कि आप भले ही स्वयं इतने ताकतवर हो सकते हैं कि अपनी रक्षा स्वयं करने में सक्षम हों, लेकिन जब तक अमेरिका है आपको इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। हम हमेशा आपके साथ रहेंगे।'
अब्बास ने की हिंसा की निंदा
फलस्तीन अथॉरिटी के प्रमुख मोहम्मद अब्बास ने गुरुवार को दोनों पक्षों के नागरिकों के विरुद्ध हिंसा की निंदा की। अब्बास का फतह गुट हमास का पुराना दुश्मन है। फलस्तीनी समाचार एजेंसी वफा ने अब्बास के हवाले से कहा, हम नागरिकों को मारने या दोनों ओर उनके साथ दुर्व्यवहार करने के चलन को अस्वीकार करते हैं क्योंकि वे नैतिकता, धर्म और अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हैं। उधर, हमास ने कहा कि उसने शनिवार को हमले इसलिए शुरू किए क्योंकि वेस्ट बैंक में इजरायल के कब्जे और गाजा में 16 वर्ष की नाकेबंदी के कारण फलस्तीनियों की पीड़ा बर्दाश्त के बाहर हो गई है।
बंधकों को छुड़ाने के लिए बढ़ाया जा रहा दबाव
बंधकों की रिहाई के लिए वैश्विक प्रयास शुरू किए गए हैं, जिनमें अमेरिकी नागरिकों सहित विदेशी नागरिक और अन्य शामिल हैं। ब्रिटेन अपने नागरिकों को युद्ध क्षेत्र से सुरक्षित मार्ग प्रदान करने के लिए मध्य पूर्व के देशों के साथ बातचीत कर रहा है। यूरोपीय संघ और अमेरिका ने सऊदी अरब पर बंधकों की रिहाई के लिए हमास से बातचीत करने का दबाव डाला है।