Israel-Hamas war: विस्फोट, सायरन, गोलियों की आवाज से दहला इजरायल, हमास ने जल, थल और वायु से बनाया निशाना
इजरायल पर शनिवार को हमास ने बड़े स्तर पर हमला किया। इस हमले में हमास ने गाजा से इजरायल पर हजारों रॉकेट दागें हैं। यह हमला करने वाला हमास और कोई नहीं फलिस्तिन का आतंकी संगठन है।इस हमले में हमास ने इजरायल पर जलथल और वायु से हमला किया है। इजराइल ने भी जवाबी हमला करते हुए गाजा पट्टी में हमास के कई संदिग्ध ठिकानों पर हमला किया किया।
By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Sun, 08 Oct 2023 12:32 PM (IST)
एएनआई, तेल अवीव। Israel-Hamas war: इजरायल पर शनिवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 6.30 बजे (03:30 GMT) शुरू हुए हमले में हमास के आतंकी शामिल थे। इन आतंकियों ने जमीन, समुद्र और हवा के जरिए इजराइल में घुसपैठ की।
रविवार को गाजा के फलिस्तीनी इलाके में कम से कम 232 लोग मारे गए हैं। इस हमले के बाद इजरायल ने हमास के रॉकेट हमले के बाद जवाबी हमले किए। अल जज़ीरा ने इस बात की जानकारी दी है। वहीं, हमास के रॉकेट हमले और जमीनी हमले में मरने वालों की लगातार बढ़ रही है। मरने वालों की बढ़ती संख्या के बीच इजराइल ने घोषणा की कि वह आतंकवादी संगठन के साथ "युद्ध में" है और "किए गए हमले की कीमत चुकाने" की कसम खाते हुए गाजा में हवाई हमले शुरू कर दिए हैं।
इज़राइल ने गाजा पट्टी में हमास के कई संदिग्ध ठिकानों पर हमला करते हुए "ऑपरेशन स्वोर्ड्स ऑफ आयरन" लॉन्च किया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास की घुसपैठ पर इजराइल की प्रतिक्रिया से आतंकवादी समूह को "बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी"।
लगातार बढ़ रही है घायलों और मरने वालों की संख्या
इस बीच, द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, हमास द्वारा किए गए घातक रॉकेट और जमीनी हमले से मरने वालों की संख्या 300 से अधिक हो गई है। वहीं, गाजा और इजराइल में 2000 अन्य लोगों के घायल होने की सूचना है। फलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि गाजा में 232 लोग मारे गए है। इस हमले में 1,790 लोग घायल हुए हैं। इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 100 से अधिक लोग मारे गए हैं और 900 से अधिक अन्य घायल हुए हैं।गाजा के उग्रवादी हमास आतंकियों ने जमीन, हवा और समुद्र से इजरायल पर हमला किया। यह हमला इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) और देश के राजनीतिक प्रतिष्ठानों के लिए काफी आश्चर्यचकित कर देने वाला था।
पचास साल पहले भी हुआ था ऐसा हमला
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार का हमला 50 साल और एक दिन बाद हुआ जब मिस्र और सीरियाई बलों ने 1967 में एक संक्षिप्त संघर्ष के दौरान इजराइल द्वारा लिए गए क्षेत्र को पुनः प्राप्त करने के प्रयास में योम किप्पुर के यहूदी अवकाश के दौरान हमला किया था।इसराइल में हमास का हमला कुछ इस प्रकार सामने आया:-
- सुबह लगभग 6.30 बजे (03:30 GMT) हमास ने दक्षिणी इजराइल में रॉकेटों की बौछार कर दी। यह हमला इतना भयावह था कि इसकी आवाज़ तेल अवीव और बेर्शेबा तक सुनाई दी।
- हमास ने कहा कि उसने शुरुआती हमले में 5,000 रॉकेट लॉन्च किए। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल की सेना ने कहा कि 2,500 रॉकेट दागे गए।
- सेना के अल-कसम ब्रिगेड के प्रमुख मोहम्मद दीफ ने कहा, "हम ऑपरेशन 'अल-अक्सा फ्लड' की शुरुआत की घोषणा करते हैं और हम यह भी घोषणा करते हैं कि पहला हमला, जिसमें दुश्मन के ठिकानों, हवाई अड्डों और सैन्य किलेबंदी को निशाना बनाया गया, 5,000 से अधिक मिसाइलें और गोले दागे गए।"
- रॉकेट हमले के परिणामस्वरूप, इजरायली सेना कई दिशाओं में लड़ाकों की घुसपैठ कराने में सक्षम हो गई। इजरायली सेना ने सुबह 7:40 बजे (04:40 GMT) फलिस्तीनी बंदूकधारियों के इजरायल में घुसने की सूचना दी।
- अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकांश लड़ाके गाजा और इजराइल को अलग करने वाली सुरक्षा बाधाओं को तोड़कर घुस आए।
- सुबह 9.45 बजे (06:45 जीएमटी) गाजा में धमाके सुने गए और सुबह 10 बजे (07:00 जीएमटी) इजराइल के सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि वायु सेना गाजा में हमले कर रही थी।
- इजराइल की सेना ने कहा कि सुबह 10 बजे (07:00 GMT)फलिस्तीनी लड़ाके सीमा के आसपास कम से कम तीन सैन्य प्रतिष्ठानों में घुस गए - बेत हनौन सीमा पार (इज़राइल द्वारा इरेज कहा जाता है), ज़िकिम बेस और रीम में गाजा डिवीजन मुख्यालय।
- इजराइल की सेना ने कहा कि वह अभी भी सैकड़ों फलिस्तीनी घुसपैठियों से लड़ रही है।