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Israel-Hamas War: 'अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे नहीं झुकेगा इजरायल', नेतन्याहू बोले- हमास का आखिरी बचा गढ़ है रफाह

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश हमास के आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए गाजा के रफाह क्षेत्र में जमीनी सैन्य कार्रवाई करने और फलस्तीनियों के साथ भविष्य के समझौते के संबंध में अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे नहीं झुकेगा। बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को हमास की मांगों को भ्रमपूर्ण बताया और फलस्तीन के लिए अंतरराष्ट्रीय अपील को खारिज कर दिया।

By Agency Edited By: Anurag GuptaUpdated: Sun, 18 Feb 2024 11:45 PM (IST)
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रफाह में इजरायल की सैन्य कार्रवाई जारी (फोटो: एएफपी)
आइएएनएस, तेल अवीव। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश हमास के आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए गाजा के रफाह क्षेत्र में जमीनी सैन्य कार्रवाई करने और फलस्तीनियों के साथ भविष्य के समझौते के संबंध में अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे नहीं झुकेगा। उन्होंने कहा कि इजरायल को रफाह में जमीनी कार्रवाई से रोकने का मतलब हमास के खिलाफ युद्ध हारना होगा।

अमेरिका और इजरायल के कई पश्चिमी सहयोगियों ने यरुशलम से कहा है कि मौजूदा परिस्थितियों में रफाह में हमला विनाशकारी होगा। इजरायल रफाह में प्रवेश से पहले नागरिकों को निकालने के लिए योजना तैयार कर रहा है। उसका मानना है कि यहां कब्जा किए बिना हमास पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता। रफाह मिस्र के साथ गाजा की सीमा पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि गाजा में बचे 134 बंधकों में से कुछ इसी शहर में हैं। माना जाता है कि हमास नेतृत्व भी शरण लिए हुए है।

नेतन्याहू ने क्या कुछ कहा?

नेतन्याहू ने कहा कि रफाह गाजा पट्टी में हमास का आखिरी बचा गढ़ है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से कहा था कि इजरायल पूर्ण जीत तक लड़ेगा और इसमें रफाह में कार्रवाई भी शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि अगर बंधक समझौता हो भी जाता है, तो भी इजरायल अंतत: रफाह में प्रवेश करेगा। उन्होंने कहा,

पूरे जीत का कोई विकल्प नहीं है। रफाह में हमास बटालियनों को खत्म किए बिना, पूरी जीत नहीं होगी।

नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके प्रशासन के साथ काम कर रहा है और हमें जो समर्थन मिला है उसकी हम सराहना करते हैं। बहुत सी चीजें हैं जिन पर हम सहमत हैं और कुछ चीजें हैं जिन पर असहमत हैं। मेरी नीति बहुत सरल है। मैं अमेरिका की आंतरिक राजनीति में शामिल नहीं होता। मैं हमारे राज्य की मांगों पर जोर देता हूं। जब यह संभव होता है, तो मैं हां कहता हूं। जब आवश्यक होता है, तो नहीं कहता हूं।

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'इजरायल पर फलस्तीन को एकतरफा थोपने का करते हैं विरोध'

बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को हमास की मांगों को भ्रमपूर्ण बताया और फलस्तीन के लिए अंतरराष्ट्रीय अपील को खारिज कर दिया। उनके मंत्रिमंडल ने रविवार को एक घोषणापत्र को अपनाया जिसमें कहा गया कि इजरायल फलस्तीनियों के साथ स्थायी व्यवस्था पर अंतरराष्ट्रीय आदेशों को स्पष्ट रूप से खारिज करता है और फलस्तीनी राज्य की किसी भी एकतरफा मान्यता का विरोध करता है। यह सात अक्टूबर के हमले के बाद आतंकवाद को एक बड़ा पुरस्कार होगा।

'भ्रमपूर्ण थीं हमास की मांगें'

उन्होंने कहा कि इस तरह के किसी भी समझौते पर सीधी बातचीत के माध्यम से ही पहुंचा जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जो बाइडन के अनुरोध के बाद इजरायल ने काहिरा में संघर्ष विराम वार्ता के लिए वार्ताकारों को भेजा है, लेकिन वे आगे की बातचीत के लिए वापस नहीं गए, क्योंकि हमास की मांगें भ्रमपूर्ण थीं। मांगों में युद्ध समाप्त करना, हमास को वैसे ही छोड़ना, इजरायली जेलों से 'हजारों हत्यारों' को मुक्त करना और यरुशलम में एक पवित्र स्थल की मांग शामिल है, जिसे यहूदी धर्म में टेम्पल माउंट के रूप में जाना जाता है।

उन्होंने कहा कि काहिरा में इजरायली प्रतिनिधि बैठकर सुनते रहे और कोई बदलाव नहीं हुआ। वहीं, हमास ने इजरायल पर गाजा में युद्धविराम के प्रयासों में बाधा डालने का आरोप लगाया।

इजरायल ने गाजा में बोला हमला, 40 की मौत

इजरायली सेना की ओर से कार्रवाई जारी है। हवाई हमलों के दौरान मध्य गाजा पट्टी में आवासीय घरों को निशाना बनाया गया। इसकी चपेट में आकर 40 फलस्तीनी मारे गए और कई अन्य घायल हुए हैं। फलस्तीनी चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि मध्य गाजा पट्टी में नुसीरत, अल-जवैदा और दीर अल-बलाह क्षेत्रों में दर्जनों लोग मारे गए हैं। सात अक्टूबर से गाजा में 28,985 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।

इस बीच, इजरायली सेना ने कहा है कि वह नासिर अस्पताल में आतंकियों की तलाश कर रही है और अब तक परिसर से 100 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। अस्पताल के पास बंदूकधारियों को मार गिराया गया है। परिसर में हथियार पाए गए हैं। हमास ने इन आरोपों से इनकार किया है कि उसके लड़ाके चिकित्सा सुविधाओं का इस्तेमाल छिपने के लिए करते हैं।

वहीं, दूसरी ओर दो रिहा किए गए इजरायली बंधकों ने कहा है कि उन्हें नासिर में रखा गया था और इजरायल ने अपने दावे का समर्थन करते हुए तस्वीरें और वीडियो जारी किए हैं कि हमास चिकित्सा परिसरों के भीतर काम करता है।

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ब्राजील के राष्ट्रपति ने गाजा युद्ध की तुलना नरसंहार से की

ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने गाजा में हमास आतंकवादियों के खिलाफ इजरायली युद्ध की तुलना दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाजी नरसंहार से की है। इजरायल ने रविवार को ब्राजील के राष्ट्रपति पर नरसंहार को तुच्छ बताने और यहूदी लोगों को नाराज करने का आरोप लगाया।

लूला ने अदीस अबाबा में 37वें अफ्रीकी संघ शिखर सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं से कहा कि फलस्तीन के लोगों के साथ गाजा पट्टी में जो हो रहा है, उसकी अन्य ऐतिहासिक क्षणों में कोई समानता नहीं है। वास्तव में यह तब अस्तित्व में था जब हिटलर ने यहूदियों को मारने का फैसला किया था।

नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि यह नरसंहार को कमतर बताना है और यहूदी लोगों और आत्मरक्षा के इजरायल के अधिकार पर हमला करने का प्रयास है। इजरायल, नाजी और हिटलर के बीच तुलना करना एक सीमा रेखा को पार करना है। ब्राजील के राष्ट्रपति कार्यालय और विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी पर जवाब नहीं दिया है।