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इजराइल के पीएम नेतन्याहू ने अपने कैबिनेट मंत्री को किया बर्खास्त, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उठाया कदम

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को एक प्रमुख कैबिनेट सहयोगी को बर्खास्त कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए उन्होंने ऐसा कदम उठाया। नेतन्याहू के कार्यालय के मुताबिक इजरायल के नेता ने गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री आर्यह डेरी को कैबिनेट से निकाल दिया।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 22 Jan 2023 07:03 PM (IST)
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इजराइल के पीएम नेतन्याहू ने अपने कैबिनेट मंत्री को किया बर्खास्त।
तेलअवीव, एपी। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को एक प्रमुख कैबिनेट सहयोगी को बर्खास्त कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए उन्होंने ऐसा कदम उठाया। नेतन्याहू के कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि इजरायल के नेता ने गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री आर्यह डेरी को कैबिनेट से निकाल दिया। सुप्रीम कोर्ट ने नेतन्याहू को उनके मंत्रीमंडल के प्रमुख मंत्री आर्यह डेरी को टैक्स चोरी के मामले में सरकार से बाहर करने का आदेश दिया था।

सुप्रीम कोर्ट ने दिया सरकार से बाहर करने का आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में नेतन्याहू सरकार को आदेश देते हुए कहा कि आर्यह पर लगे हुए आरोपों के मद्देनजर उनको इजरायल का गृह और स्वास्थ्य मंत्री के पद पर नहीं रखा जा सकता है। इजरायल में सुप्रीम कोर्ट का फैसला ऐसे समय आया है, जब देश में न्यायपालिका की शक्ति पर विवाद चल रहा है। बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में इजरायल की सत्ता में वापसी की है।

न्यायपालिक की शक्तियां कम करना चाहते हैं सत्ताधारी गठबंधन

बेंजामिन नेतन्याहू ने कुछ कट्टर दक्षिणपंथी पार्टियों के साथ गठबंधन करके सरकार बनाई है। ये सत्ताधारी गठबंधन न्यायपालिक की शक्तियां कम करना चाहते हैं। इसको लेकर इजरायल के कई शहरों में प्रर्दशन भी हो रहे हैं। अब जबकि सुप्रीम कोर्ट ने सीधा नेतन्याहू के करीबी को निशाने पर लिया है, इसके कारण इजरायल में बड़ा संकट खड़ा हो गया है।

बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन

मालूम हो कि हाल ही में इजरायल में बड़ी संख्या में लोग प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार द्वारा कानून प्रणाली में संपूर्ण फेरबदल और सुप्रीम कोर्ट को कमजोर करने की योजना के विरोध में सड़कों पर उतर आए थे। मध्य तेल अवीव में 14 जनवरी की रात हजारों की संख्या में लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए जुटे थे। आलोचकों का कहना है कि नई सरकार के इस कदम से देश की लोकतांत्रिक प्रणाली का नियंत्रण एवं संतुलन तबाह हो जाएगा। इस प्रदर्शन ने नेतन्याहू और उनके धुर राष्ट्रवादी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-ग्विर के सामने प्रारंभिक चुनौती पेश कर दी है। इतमार ने पुलिस को सड़क जाम या फलस्तीनी झंडा प्रदर्शित करने की स्थिति में कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया है।

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