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इजरायली अटैक के बीच ईरान में पुलिस काफिले पर बड़ा हमला, गोलीबारी में 10 अधिकारियों की मौत

ईरान पर इजरायल की ओर से किए गए बड़े हवाई हमले के बीच जमीन पर भी बड़ा अटैक हुआ है। यह हमला ईरान के पुलिस काफिले पर किया गया है। हालांकि अब तक किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। हमले में 10 अधिकारियों के मारे जाने की भी खबर है। हमला देश के दक्षिण-पूर्व में गोहर कुह में हुआ है जहां पुलिस काफिले पर गोलियां बरसाई गईं।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Sat, 26 Oct 2024 06:42 PM (IST)
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हमला दक्षिण-पूर्व में गोहर कुह क्षेत्र में हुआ है। (File Image)
एपी, दुबई। ईरान के अशांत दक्षिणी प्रांत सिस्तान और बलूचिस्तान में शनिवार को पुलिस के काफिले पर बड़ा हमला हुआ है। समाचार एजेंसी एपी के अनुसार हमले में कम से कम 10 अधिकारी मारे गए।

जानकारी के अनुसार ईरान की राजधानी तेहरान से लगभग 1,200 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में गोहर कुह में हमला हुआ है। इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी फिलहाल सामने नहीं आ पाई है। शुरूआत में केवल बदमाशों द्वारा किए गए हमले का जिक्र किया गया था। हालांकि, कुछ ही समय बाद ईरानी सरकारी मीडिया ने जानकारी दी कि 10 अधिकारी मारे गए हैं।

सुरक्षा बलों के वाहनों को बनाया गया निशाना 

अफ़गानिस्तान, ईरान और पाकिस्तान के बलूच लोगों के लिए वकालत करने वाले समूह हलवाश ने ईरानी पुलिस वाहनों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली हरी पट्टी से रंगे एक ट्रक की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट किए। समूह द्वारा साझा की गई एक ग्राफिक तस्वीर में ट्रक की अगली सीट पर दो पुलिस अधिकारियों की लाशें दिखाई दे रही थीं।

(पुलिस काफिले पर हमले से पहले इजरायल ने ईरान पर मिसाइलें दागी थीं। File Photo)

हलवाश ने कहा कि हमला दो सुरक्षा बलों के वाहनों को निशाना बनाकर किया गया और उनमें सवार सभी लोग मारे गए। ट्रक में केवल गोलियों से नुकसान हुआ था, न कि किसी विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा कि देश के आंतरिक मंत्री एस्कंदर मोमेनी ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं, जिसके बारे में उन्होंने बताया कि इसकी वजह से कई पुलिस वाले बलिदान हो गए।

बलूच राष्ट्रवादियों का विद्रोह

एपी के अनुसार अधिकारियों ने हमले के लिए किसी संदिग्ध की पहचान नहीं की है, न ही किसी समूह ने इसकी जिम्मेदारी ली है। यह हमला शनिवार की सुबह-सुबह पूरे ईरान में इजरायल द्वारा किए गए बड़े हमले के बाद हुआ।

गौरतलब है कि तीनों देशों के बलूच क्षेत्रों में दो दशकों से भी अधिक समय से बलूच राष्ट्रवादियों द्वारा कम स्तर के विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है। ईरान के सिस्तान और बलूचिस्तान में जानकारी की पुष्टि करना मुश्किल बना हुआ है, जो दशकों से हेरोइन तस्करों से जुड़ी हिंसा का घर रहा है।

(ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह अली ख़ामेनेई। File Image)

इस बीच, तालिबान ने कहा कि वे उन रिपोर्टों की जांच कर रहे हैं कि अक्टूबर की शुरुआत में इस क्षेत्र में ईरानी सुरक्षा बलों द्वारा अफगान प्रवासियों की हत्या की गई थी, एक ऐसी घटना, जिसने देशों के बीच संबंधों को और खराब करने की चेतावनी दी थी।