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Afghan Refugees: दो महीनों में तीन लाख से अधिक अफगान प्रवासी ईरान से निर्वासित, शरणार्थी मंत्रालय ने की पुष्टि

Afghan migrants deported from Iran ईरान से पिछले दो महीनों में तीन लाख से अधिक अफगान प्रवासियों को बलपूर्वक निर्वासित कर दिया गया। तालिबान द्वारा नियुक्त शरणार्थी और प्रत्यावर्तन उप मंत्री अब्दुल रहमान रशीद ने कहा मिज़ान के पहले (23 सितंबर) से लेकर 17 क़ौव (8 दिसंबर) तक लगभग 345000 प्रवासी थे। प्रत्येक परिवार को इस्लामिक अमीरात द्वारा नकद सहायता के रूप में 10000 अफ़्स प्रदान किए गए हैं।

By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Tue, 12 Dec 2023 07:37 AM (IST)
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ईरान से तीन लाख से अधिक अफगान प्रवासियों को बलपूर्वक निर्वासित किया गया (प्रतिकात्मक फोटो)
एएनआई, काबुल। Afghan migrants deported from Iran:  ईरान से पिछले दो महीनों में तीन लाख से अधिक अफगान प्रवासियों को बलपूर्वक निर्वासित कर दिया गया। तालिबान के नेतृत्व वाले शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का हवाला देते हुए, अफगानिस्तान स्थित टोलो न्यूज ने बताया कि दो महीनों में 345,000 से अधिक अफगानों को ईरान से अफगानिस्तान भेजा गया है।

तालिबान द्वारा नियुक्त शरणार्थी और प्रत्यावर्तन उप मंत्री, अब्दुल रहमान रशीद ने कहा, "मिज़ान के पहले (23 सितंबर) से लेकर 17 क़ौव (8 दिसंबर) तक लगभग 345,000 प्रवासी थे। प्रत्येक परिवार को इस्लामिक अमीरात द्वारा नकद सहायता के रूप में 10,000 अफ़्स प्रदान किए गए हैं।"

'काम न मिलने की वजह से ईरान जाना पड़ा'

ईरान से निर्वासित मोहम्मद यूसुफ और फातिह खान अपना गुजारा चलाने के लिए अफगानिस्तान छोड़कर ईरान गए थे। दोनों को ईरान से निर्वासित कर दिया गया। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने ईरानी बलों द्वारा अफगान शरणार्थियों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत की।

यूसुफ ने कहा, "यहां कोई काम नहीं था, फिर हम अवैध रास्ते से ईरान चले गए। उन्होंने हमें पीटा और हिरासत में ले लिया। उन्होंने हमें पकड़ लिया और हमारी पीटाई की। उन्होंने हमें बुरी तरह पीटा और हमें वापस लौटने के लिए मजबूर किया।" निर्वासित लोगों ने अफगानिस्तान में रोजगार की कमी के बारे में चिंता जताई और तालिबान से नागरिकों के लिए रोजगार पैदा करने के प्रयास करने का आग्रह किया।

निर्वासित लोगों ने सरकार से काम मुहैया कराने का किया आह्वान

एक निर्वासित शिरीन आगा ने कहा, "हम अपनी सरकार से हमें काम मुहैया कराने का आह्वान करते हैं ताकि लोगों को देश छोड़ने के लिए मजबूर न होना पड़े।" इसके अलावा एक और निर्वासित अहमदुल्ला ने भी तालिबान से उन्हें काम मुहैया कराने का आह्वान किया। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा तब हुआ है जब ईरानी अधिकारियों ने कहा है कि बिना कानूनी दस्तावेजों वाले अफगानों को ईरान से निर्वासित किया जाएगा।

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