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गाजा में युद्धविराम पर नेतन्याहू सरकार के सुर बदले, कहा, बाइडन की योजना अच्छी नहीं लेकिन आगे बढ़ेगा इजरायल

Israel-Hamas War हमास ने कहा है कि अगर इजरायल बाइडन के प्रस्ताव पर आगे बढ़ता है तो वह भी आगे बढ़कर समझौता करने को तैयार है। बाइडन ने गाजा में स्थायी युद्धविराम के लिए तीन चरण का प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव के अनुसार हमास बंधक बनाए 100 इजरायली नागरिकों और 30 बंधकों के शव इजरायल को देगा बदले में इजरायल फलस्तीनी कैदियों को अपनी जेल से रिहा करेगा।

By Agency Edited By: Babli Kumari Updated: Sun, 02 Jun 2024 11:45 PM (IST)
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इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ( फाइल फोटो )
यरुशलम, रायटर।  गाजा में युद्धविराम को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रस्ताव को स्वीकार करने का दबाव इजरायल पर दिखाई दे रहा है। शनिवार को बाइडन के प्रस्ताव से असहमति जता रही इजरायली सरकार के रविवार को सुर बदले हुए सुनाई दिए। इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के विदेश नीति मामलों के मुख्य सलाहकार ओफिर फाक ने कहा है कि गाजा को लेकर बाइडन की योजना अच्छी नहीं है लेकिन कुछ बदलावों के साथ इजरायल उसे स्वीकार करेगा।

हमास ने कहा है कि अगर इजरायल बाइडन के प्रस्ताव पर आगे बढ़ता है तो वह भी आगे बढ़कर समझौता करने को तैयार है। बाइडन ने गाजा में स्थायी युद्धविराम के लिए तीन चरण का प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव के अनुसार हमास बंधक बनाए 100 इजरायली नागरिकों और 30 बंधकों के शव इजरायल को देगा, बदले में इजरायल फलस्तीनी कैदियों को अपनी जेल से रिहा करेगा।

बाइडन ने इजरायल और हमास से की अपील 

यह प्रक्रिया शांत माहौल में पूरी की जाएगी। बाइडन ने इजरायल और हमास से अपील की है कि वे लचीला रुख दिखाकर युद्ध को खत्म कर गाजा में शांति कायम करें। दोनों पक्षों के बीच महीनों से मध्यस्थता कर रहे मिस्त्र और कतर ने बाइडन की योजना का समर्थन किया है। दोनों देशों की सरकारों ने इजरायल और हमास से इसे स्वीकार करने का अनुरोध किया है।

तेल अवीव की सड़कों पर 1,20,000 प्रदर्शनकारी उमड़े

बंधकों की रिहाई के बदले स्थायी युद्धविराम की बाइडन की योजना पर इजरायली सरकार के ठंडे रुख को भांपते हुए रविवार को तेल अवीव की सड़कों पर 1,20,000 प्रदर्शनकारी उमड़ पड़े। ये प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को हटाकर बंधकों की रिहाई के लिए हमास से समझौता किए जाने की मांग कर रहे थे। साथ ही देश में नया चुनाव करवाकर सरकार बनाए जाने की मांग कर रहे थे।

युद्धविराम करने पर सरकार से अलग होने की धमकी

नेतन्याहू सरकार की मुश्किल यह है कि समर्थन दे रहे दक्षिणपंथी दलों ने गाजा में स्थायी युद्धविराम करने पर सरकार से अलग होने की धमकी दी है। लेकिन याएर लैपिड के नेतृत्व वाले मुख्य विपक्षी दल ने बंधकों की रिहाई के मुद्दे पर सरकार के समर्थन का एलान किया है। इसके चलते ही रविवार को नेतन्याहू सरकार के सुर बदले हैं।

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