Israel को साल भर पहले ही पता था हमास के हमले का प्लान, अमेरिकी अखबार का दावा- गंभीरता से नहीं ली गई खुफिया रिपोर्ट
दक्षिण इजरायल के शहरों पर हमले की इस्लामिक सशस्त्र संगठनों की साजिश का इजरायली सेना को एक साल पहले ही पता चल गया था लेकिन इजरायली सेना ने उसे गंभीरता से नहीं लिया था। इज़रायली सेना ने खुफिया रिपोर्ट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि वर्तमान में हमारा ध्यान आतंकवादी संगठन हमास से खतरे को खत्म करने पर केंद्रित है।
एपी, यरुशलम। दक्षिण इजरायल के शहरों पर हमले की इस्लामिक सशस्त्र संगठनों की साजिश का इजरायली सेना को एक साल पहले ही पता चल गया था, लेकिन इजरायली सेना ने उसे गंभीरता से नहीं लिया था। यह दावा न्यूयार्क टाइम्स अखबार ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, माना गया कि फलस्तीनी संगठनों के पास इजरायल की तकनीक और सैन्य रुकावटों को भेदकर हमला करने की क्षमता नहीं है। यह भी सोचा गया कि इजरायल की शक्ति को सीधे चुनौती देने का दुस्साहस हमास, इस्लामिक जिहाद या किसी अन्य फलस्तीनी संगठन के पास नहीं है।
अधिकारियों को मिली थी 40 पेज का खुफिया रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली अधिकारियों को फलस्तीनी संगठनों की साजिश के बारे में 40 पेज की खुफिया रिपोर्ट दी गई थी। उसका कूटनाम जेरिचो वाल था। इसमें दक्षिणी शहरों-कस्बों पर हमास के हमले की कल्पना की गई थी, लेकिन रिपोर्ट में जिस तरह के हमले की कल्पना थी, उसकी तुलना में सात अक्टूबर का हमला अकल्पनीय था।
क्या नेतान्याहू ने देखी थी खुफिया रिपोर्ट?
बकौल एजेंसी, इज़रायली सेना ने खुफिया रिपोर्ट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि वर्तमान में हमारा ध्यान आतंकवादी संगठन हमास से खतरे को खत्म करने पर केंद्रित है। रिपोर्ट में कहा गया है कि खुफिया दस्तावेज को कई इजरायली सैन्य और खुफिया अधिकारियों ने देखा था। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया था कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू या अन्य शीर्ष नेताओं ने इसे देखा था या नहीं।
सनद रहे कि सात अक्टूबर को इजरायल की सारी रुकावटों को ध्वस्त करते हुए हमास ने जल, थल और नभ से इजरायली शहरों पर हमला कर कुछ घंटों में 1,200 लोगों को मार डाला था और हजारों लोगों को घायल कर दिया था। साथ ही लगभग 250 लोगों को अगवा कर गाजा में ले जाकर उन्हें बंधक लिया।