'हमला मत कर देना', इजरायल के खिलाफ ईरान को मिला रूस का साथ; क्या युद्ध में सीधी एंट्री के मूड में पुतिन?
गाजा में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष में अब तक करीब 42000 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। वहीं 97720 घायल हैं। हजारों की संख्या में लापता हैं। मगर अब जंग का दायरा लेबनान और ईरान तक बढ़ गया है। लेबनान में इजरायली हमले लगातार जारी हैं। इस बीच आशंका जताई जा रही है कि इजरायल किसी भी वक्त ईरान पर बड़ा हमला कर सकता है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। इस बीच रूस ने बड़ा बयान दिया है। अब सवाल उठ रहा है कि क्या पुतिन इस नई जंग में सीधे एंट्री के मूड में हैं। इजरायल के खिलाफ और ईरान के साथ खुलकर रूस आ गया है। रूस ने इजरायल को उकसाने के लिए पश्चिम देशों की आलोचना की। माना जा रहा है कि इजरायल किसी भी वक्त ईरान पर जवाबी हमला कर सकता है। मगर रूस ने इस हमले से पहले कड़ी चेतावनी दे दी है।
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गंभीर उकसावे के तौर पर देखा जाएगा
लाओस के विएंतियाने में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा इजरायली हमले से क्षेत्र में तनाव बढ़ने के आसार हैं। उन्होंने कहा कि अगर ईरान के असैन्य परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला करने की कोई धमकी दी गई तो इसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय गंभीर उकसावे के तौर पर देखेगा।
ईरान परमाणु कार्यक्रम का सैन्यीकरण नहीं कर रहा
रूसी विदेश मंत्री ने आगे कहा कि मौजूदा तनाव के बावजूद अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम का सैन्यीकरण किया जा रहा है। हम (रूस) अपना रुख तथ्यों पर आधारित करते हैं। हर देश में आपको ऐसे राजनेता और सांसद मिल जाएंगे जो ऐसे विचार व्यक्त कर करते हैं। मगर यह जरूरी नहीं है कि उनके विचार देश की सरकार की वास्तविक नीतियों से मेल खाते हों। हमने पहले भी यह पैटर्न देखा है।