ईरानी दूतावास पर हमले के बाद बढ़ा टकराव, इजरायल ने हिजबुल्ला के ठिकानों पर बरसाए बम; 270 लड़ाके मारे गए
पूर्वी लेबनान के आकाश में उड़ रहे इजरायली ड्रोन को हिजबुल्ला द्वारा मार गिराने के बाद इजरायल ने हिजबुल्ला के ठिकानों पर रविवार को हमले किए। सीरिया में ईरानी दूतावास पर इजरायल के हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच लेबनान-इजरायल सीमा पर हिजबुल्ला और इजरायली सेना के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ गई हैं। हिजबुल्ला ईरान समर्थित सशस्त्र संगठन है जिसकी लेबनान की सत्ता में भागीदारी है।
रॉयटर्स, यरुशलम। पूर्वी लेबनान के आकाश में उड़ रहे इजरायली ड्रोन को हिजबुल्ला द्वारा मार गिराने के बाद इजरायल ने हिजबुल्ला के ठिकानों पर रविवार को हमले किए। सीरिया में ईरानी दूतावास पर इजरायल के हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच लेबनान-इजरायल सीमा पर हिजबुल्ला और इजरायली सेना के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ गई हैं। हिजबुल्ला ईरान समर्थित सशस्त्र संगठन है जिसकी लेबनान की सत्ता में भागीदारी है।
इस बीच, इजरायल ने कहा है कि वह ईरान के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इजरायली सेना ने बताया है कि उसके लड़ाकू विमानों ने लेबनान के बालबेक शहर में स्थित हिजबुल्ला के सैन्य परिसर और तीन अन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इन हमलों में हुए जान-माल के नुकसान का अभी पता नहीं लग सका है, जबकि हिजबुल्ला ने बताया है कि उसके राकेट हमलों में इजरायल के कब्जे वाली गोलान पहाड़ियों पर बने इजरायली हवाई सुरक्षा ठिकाने बर्बाद हो गए हैं। इजरायल ने हिजबुल्ला के इस दावे पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है।
विदित हो कि हमास के समर्थन में हिजबुल्ला ने आठ अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमले किए थे, उसके बाद से दोनों पक्षों में टकराव जारी है। इस टकराव में अभी तक हिजबुल्ला के 270 लड़ाके और इजरायल के 50 नागरिक व सैनिक मारे गए हैं। दोनों पक्षों ने करीब एक-एक लाख लोगों को सीमा से दूर सुरक्षित स्थानों पर भेजा है।
गाजा में इजरायली दल पर हमला, चार सैनिक मरे
गाजा में गश्त के दौरान इजरायली सेना के गश्ती दल पर शनिवार को हुए हमले में कमांडो यूनिट के चार सैनिक मारे गए हैं। मारे जाने वाले जब हमले में ध्वस्त हुई एक इमारत के नजदीक से गुजर रहे थे तभी एक सुरंग से निकले लड़ाकों ने उन्हें गोलियां का निशाना बना लिया। मारे गए सभी सैनिक 20-21 वर्ष के थे। अभी तक गाजा में कार्रवाई के दौरान इजरायली सेना के 260 सैनिक मारे जा चुके हैं। इस बीच इजरायली सेना ने कहा है कि दक्षिणी गाजा से सैनिकों की संख्या कम की जाएगी।
बंधकों की रिहाई के बिना नहीं होगा युद्धविराम
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि बंधकों की रिहाई से पहले गाजा में युद्धविराम नहीं होगा। नेतन्याहू का यह बयान मिस्त्र की राजधानी काहिरा में रविवार से शुरू होने वाली वार्ता से ठीक पहले आया है।उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद वह हमास की गाजा में स्थायी युद्धविराम की मांग को नहीं मानेंगे। इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने गाजा में मानवीय आधार पर युद्धविराम की आवश्यकता जताई है।