Move to Jagran APP

तुर्की ने इंस्टाग्राम पर लगाया प्रतिबंध, मेटा ने हमास प्रमुख हानिया की हत्या पर शोक संदेशों को किया था ब्लॉक

तुर्की में सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम को ब्लॉक कर दिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक यह फैसला हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत पर किए गए पोस्ट को हटाने के जवाब में लिया गया है। हालांकि तुर्की के इंटरनेट रेगूलेटर ने इस फैसले की घोषणा करते हुए इसका कोई कारण नहीं बताया है। इससे पहले तुर्की के संचार निदेशक फहरेटिन अल्तुन ने कंपनी मेटा की आलोचना की थी।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Fri, 02 Aug 2024 03:07 PM (IST)
Hero Image
तुर्की ने लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'इंस्टाग्राम' पर प्रतिबंध लगा दिया है।
एएनआई, अंकारा (तुर्की)। तुर्की ने लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'इंस्टाग्राम' पर प्रतिबंध लगा दिया है। इंस्टाग्राम पर प्रतिबंध लगाने के फैसले के वजह को लेकर तुर्की की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई है। साथ ही यह भी नहीं बताया गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगा यह प्रतिबंध कब तक लागू रहेगा।

अल जज़ीरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की ने आधिकारिक तौर पर प्रतिबंध के वजह को लेकर जानकारी नहीं दी है, लेकिन कई रिपोर्ट्स का कहना है कि तुर्की ने हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद उससे जुड़े कंटेंट को हटाने के लिए इंस्टाग्राम को ब्लॉक किया है।

तुर्की ने इंस्टाग्राम पर लगाया था आरोप

रिपोर्ट के अनुसार, कहा गया है कि instagram.com को 02/08/2024 की तारीख के निर्णय द्वारा बिना कारण बताए प्रतिबंधित कर दिया गया है। इससे पहले बुधवार को तुर्की के संचार निदेशक फहरेटिन अल्तुन ने इंस्टाग्राम पर हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत पर किए गए शोक पोस्ट को रोकने का आरोप लगाया था।

अल्तुन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा, "मैं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम की कड़ी निंदा करता हूं, जो बिना कोई कारण बताए लोगों को हानिया की शहादत पर शोक पोस्ट करने से रोकता है। यह सेंसरशिप का एक बहुत ही स्पष्ट प्रयास है।"

उन्होंने आगे कहा, "हम इन प्लेटफॉर्म के खिलाफ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करना जारी रखेंगे, जिन्होंने बार-बार दिखाया है कि वे शोषण और अन्याय की वैश्विक व्यवस्था की सेवा करते हैं। हम हर अवसर पर और हर मंच पर अपने फलस्तीनी भाइयों के साथ खड़े रहेंगे। फलस्तीन जल्द या बाद में आजाद होगा। इजरायल और उसके समर्थक इसे रोक नहीं पाएंगे।"

ईरान में हमास प्रमुख की हो गई थी मौत

31 जुलाई को इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने कहा कि ईरान की राजधानी तेहरान में हुए हमले में हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत हो गई है।

एक बयान में, आईआरजीसी ने कहा कि हानिया और उनके एक बॉडीगार्ड की मौत तब हुई जब तेहरान में उनके घर पर हमला किया गया। प्रेस टीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को सुबह 2 बजे (स्थानीय समयानुसार) तेहरान में हानिया के ठिकाने पर एक प्रक्षेपास्त्र गिरा।

मेहर न्यूज एजेंसी को दिए एक बयान में आईआरजीसी ने कहा, "फलस्तीन के वीर राष्ट्र और इस्लामी राष्ट्र और प्रतिरोध मोर्चे के लड़ाकों और ईरान के महान राष्ट्र के प्रति संवेदना के साथ, आज सुबह (बुधवार) हमास के इस्लामी प्रतिरोध के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख इस्माइल हानिया के आवास पर तेहरान में हमला किया गया और इस घटना के बाद वह और उनके एक बॉडीगार्ड शहीद हो गए।"

तुर्की ने हानिया की हत्या की निंदा की

तुर्की के विदेश मंत्रालय ने इस्माइल हानिया की हत्या की निंदा की और फलस्तीनी लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसने इजरायल सरकार पर शांति स्थापित करने के इरादे की कमी का आरोप लगाया। इसने कहा कि इस हमले का उद्देश्य गाजा में युद्ध को क्षेत्रीय स्तर तक फैलाना था। इसने आगे कहा कि तुर्की फलस्तीनी लोगों के 'न्यायसंगत उद्देश्य' का समर्थन करना जारी रखेगा।

एक बयान में तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा, "नेतन्याहू सरकार की शांति स्थापित करने के इरादे की कमी एक बार फिर से प्रदर्शित हुई है। इस हमले का उद्देश्य गाजा में युद्ध को क्षेत्रीय स्तर तक फैलाना भी है। यदि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इजरायल को रोकने के लिए कार्रवाई नहीं करता है, तो हमारे क्षेत्र को और भी बड़े संघर्ष का सामना करना पड़ेगा।"