तुर्की बोला- काबुल हवाई अड्डे की सुरक्षा पर अब तक कोई फैसला नहीं, फर्जी रिपोर्टों का किया खंडन
तुर्की ने कहा है कि अफगानिस्तान के कब्जे के बाद काबुल हवाई अड्डे की सुरक्षा पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। तुर्की ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है जिसमें सुरक्षा देने से इनकार करने की बात कही गई है।
By Shashank PandeyEdited By: Updated: Wed, 18 Aug 2021 02:55 PM (IST)
अंकारा, एपी। तुर्की ने कहा है कि काबुल हवाई अड्डे की सुरक्षा को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। तुर्की ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है जिसमें दावा किया गया है कि उसने काबुल के हवाई अड्डे की सुरक्षा जारी रखने की योजना को छोड़ दिया है। तुर्की ने कहा है कि वह तालिबान और अफगानिस्तान के राजनेताओं के बीच चल रही बातचीत के परिणामों की प्रतीक्षा कर रहा था। विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू ने बुधवार को हुर्रियत अखबार छपे बयान में बताया कि हमें उम्मीद है कि वे शांतिपूर्ण तरीकों से एक समझौते पर पहुंचेंगे। इन बातचीतों होने के बाद हम इन चीजों के बारे में बात कर सकते हैं।
तुर्की, एक नाटो सदस्य, जिसके लगभग 600 सैनिकों ने काबुल में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा प्रदान की। उसने यू.एस. और नाटो सैनिकों की वापसी के बाद हवाई अड्डे को चलाने और सुरक्षा देने का प्रस्ताव दिया है। तालिबान ने कहा है कि वह चाहता है कि सभी नाटो सैनिक अफगानिस्तान छोड़ दें। इस बीच, विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू ने विपक्षी दलों की आलोचना के बाद तालिबान के साथ बातचीत में शामिल होने के सरकार के फैसले का बचाव किया।
यानि, अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के पूरे क़ब्ज़े के बाद राजधानी काबुल के हवाई अड्डे की सुरक्षा तुर्की सेना के हवाले करने की योजना पर अब तक कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है। तुर्की के रक्षा मंत्री हुलुसी अकर ने 12 अगस्त को कहा था कि इस योजना पर कुछ ही दिनों में अमल कर लिया जाएगा लेकिन काबुल में लगातार बदलते हालात के बीच अब तक इस पर कोई फैसला नहीं गया है। तुर्की में अफ़ग़ानिस्तान के दूत अमीन मुहम्मद रामीन ने 13 अगस्त को कहा था कि तुर्की की सेना हवाई अड्डे की अंदरूनी सुरक्षा की ज़िम्मेदारियां अदा करेगी जबकि अफ़ग़ान सेना हवाई अड्डे की बाहर की सुरक्षा का ज़िम्मा देखेगी।
16 अगस्त को काबुल हवाई अड्डे पर अफ़रा-तफ़री का माहौल देखने को मिला और मीडिय़ा रिपोर्टों के मुताबिक़, इस समय काबुल हवाई अड्डे और एयर ट्रैफिक कंट्रोल की सुरक्षा अमेरिकी फ़ौज के हाथ में है।