इंस्ताबुल धमाके से भड़का तुर्किये, हवाई हमलों में सीरिया और इराक में 89 कुर्द आतंकी ठिकानों को किया नष्ट
हवाई हमले 13 नवंबर को इस्तांबुल के मध्य में एक चहल-पहल भरे रास्ते में हुए बम विस्फोट के बाद हुए जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक अन्य घायल हो गए। तुर्किये के अधिकारियों ने पीकेके और उसके सीरियाई सहयोगी वाईपीजी पर हमले का आरोप लगाया।
By AgencyEdited By: Arun kumar SinghUpdated: Sun, 20 Nov 2022 05:58 PM (IST)
इंस्ताबुल, रायटर/ एपी। पिछले दिनों इंस्ताबुल में हुए बम धमाके से तुर्किये भड़क गया है। इसके लिए कुर्द समूहों को जिम्मेदार ठहराया गया है। तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि उत्तरी इराक और उत्तरी सीरिया में कुर्द आतंकी ठिकानों पर हवाई हमलों में सेल्टरहोम और गोला-बारूद डिपो सहित 89 ठिकाने नष्ट हो गए। हमलों में इराक में कांदिल, असोस और हाकुर्क और उत्तरी सीरिया में कोबानी, ताल रिफत, सीजायर और डेरिक को निशाना बनाया गया। इसमें कहा गया है कि आतंकी संगठन के तथाकथित डायरेक्टर को बेअसर कर दिया गया है।
पीकेके और वाईपीजी के ठिकानों पर हवाई हमला
तुर्किये के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि युद्धक विमानों ने प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) और सीरियन पीपल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के ठिकानों पर हमला किया, जिसके साथ एफ-16 जेट के उड़ान भरने की तस्वीरें और हवाई ड्रोन के हमले के फुटेज थे। किसी भी समूह की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं मिली है।तुर्किये ने दिया आत्मरक्षा के अधिकार का हवाला
रक्षा मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत तुर्की के आत्मरक्षा के अधिकार का हवाला देते हुए शनिवार देर रात क्ला स्वार्ड नामक एक आपरेशन शुरू किया। इसने कहा कि इसने कहा कि यह हमारे देश पर उनके हमलों में आतंकवादियों द्वारा आधार के रूप में उपयोग किए जाने वाले क्षेत्रों को निशाना बना रहा था। तुर्किये ने कहा कि वह हमलों को रोकने, अपनी दक्षिणी सीमा को सुरक्षित करने और इसके स्रोत पर आतंकवाद को नष्ट करने की मांग कर रहा है।
यह हवाई हमले 13 नवंबर को इस्तांबुल के मध्य में एक चहल-पहल भरे रास्ते में हुए बम विस्फोट के बाद हुए, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक अन्य घायल हो गए। तुर्किये के अधिकारियों ने पीकेके और उसके सीरियाई सहयोगी वाईपीजी पर हमले का आरोप लगाया। कुर्द उग्रवादी समूहों ने हालांकि इसमें शामिल होने से इनकार किया है।
पीकेके और वाईपीजी को लेकर अलग-अलग स्थिति
तुर्किये और अमेरिका दोनों पीकेके को एक आतंकी समूह मानते हैं, लेकिन वाईपीजी की स्थिति को लेकर असहमत हैं। सीरिया में सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस के बैनर तले वाईपीजी (YPG) को इस्लामिक स्टेट समूह के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के साथ गठबंधन किया है। पीकेके ने 1984 से तुर्किये में सशस्त्र विद्रोह का मुकाबला किया है, जिसमें तब से अब तक इस संघर्ष में हजारों लोग मारे जा चुके हैं।