Turkiye Earthquake: तुर्किये में आए भूकंप के 128 घंटे बाद एक बच्ची को किया गया रेस्क्यू, वीडियो वायरल
तुर्किये के अंताक्य में आए विनाशकारी भूकंप के लगभग 128 घंटे के बाद ढह चुकी इमारत के मलबे के नीचे दबे एक दो माह के बच्ची को बाहर निकाला गया। सोशल मीडिया पर बच्चे के चेहरे पर धूल और गंदगी के साथ तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं।
अंकारा, ऑनलाइन डेस्क। तुर्किये और सीरिया में विनाशकारी भूकंप से बड़े पैमाने पर विनाश हुआ है। भूकंप के कारण मरने वाले लोगों की संख्या करीब 33,000 से अधिक हो गई है। हालांकि मृतकों की संख्या और भी बढ़ने की आशंका जाताई जा रही है। तुर्किये के अंताक्य में रविवार को आए विनाशकारी भूकंप के लगभग 128 घंटे के बाद ढह चुकी इमारत के मलबे के नीचे दबे एक दो माह के बच्ची को बाहर निकाला गया। सोशल मीडिया पर बच्चे के चेहरे पर धूल और गंदगी के साथ तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक दिन बाद बच्चे का एक और वीडिया सामने आया, जिसमें बच्चे को नहला-धुलाकर खिलाते हुए दिखाया गया है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
Mike नाम के एक यूजर ने इस छोटे से वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, "और यह रहा दिन का हीरो! एक बच्ची जिसे भूकंप के 128 घंटे बाद बचाया गया। नहाने नहाने और स्वादिष्ट दोपहर के भोजन के बाद संतुष्ट है।" इस वीडियो को 12 फरवरी को ट्विटर पर शेयर किया गया था। इस वीडियो को अब तक करीब 20 लाख से अधिक लोग देख चुके हैं। 39k लाइक्स के साथ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस वायरल वीडियो पर लोग लगातार अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
🇹🇷 And here is the hero of the day! A toddler who was rescued 128 hours after the earthquake. Satisfied after a wash and a delicious lunch. pic.twitter.com/0lO79YJ7eP
— Mike (@Doranimated) February 11, 2023
मलबे से महिला को निकाला गया जीवित
तुर्किये में आए भूकंप के एक हफ्ते बाद बचावकर्मियों ने सोमवार को एक ढह चुकी इमारत के मलबे से एक और महिला को जीवित निकाला। ब्रॉडकास्टर सीएनएन तुर्क ने रिपोर्ट में कहा कि 40 साल की सिबेल काया को दक्षिणी गजियांटेप प्रांत में बचाया गया था। इस क्षेत्र में पहले दो भूकंपों के लगभग 170 घंटे बाद महिला को जिंदा बचा लेना किसी चमत्कार से कम नहीं है। हालांकि कहारनमारस में बचावकर्मियों ने एक इमारत के खंडहर में तीन जीवित बचे लोगों से भी संपर्क किया था, जिनके बारे में माना जाता है कि वे एक मां, बेटी और बच्चे थे। संभावना है कि अधिक दूरस्थ इलाकों में भी अधिक लोग जीवित बचे होंगे।
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