UAE: अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर उद्घाटन की तैयारियां तेज, मेहमानों के लिए उपहार बना रहे बच्चे; पत्थर पर उकेरी आकृति
दुबई-अबू धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल रहबा के पास अबू मुरीखा में स्थित बीएपीएस हिंदू मंदिर अबू धाबी में लगभग 27 एकड़ भूमि पर बनाया गया है और इसे 2019 से बनाया जा रहा है। मंदिर के लिए संयुक्त अरब अमीरात सरकार द्वारा दान दिया गया था। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार से संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय यात्रा करेंगे और 14 फरवरी को भव्य मंदिर का उद्घाटन करेंगे।
पीटीआई, अबू धाबी। संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में पहले पत्थर वाले हिंदू मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। इसी बीच, यहां 100 से अधिक भारतीय स्कूली बच्चे पत्थरों को चित्रित करने में लगे हुए हैं। दरअसल, यह 'Tiny Treasures' मंदिर उद्घाटन में शामिल होने वाले सभी मेहमानों को उपहार के तौर पर दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबू धाबी में बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे, जो संयुक्त अरब अमीरात में पहला पारंपरिक हिंदू पत्थर मंदिर है।
मेहमानों के लिए उपहार बना रहे मासूम
बच्चे तीन महीने से हर रविवार को मंदिर स्थल पर "पत्थर सेवा" कर रहे हैं और अब "छोटे खजाने" कहे जाने वाले उपहारों को अंतिम रूप देने में लग गए हैं। 12 वर्षीय तिथि पटेल के लिए, पत्थर सेवा एक वीकेंड एक्टिविटी है, जिसमें उन्हें काफी मजा आता है।तिथि पटेल ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "हमने मंदिर स्थल पर बचे हुए पत्थर और छोटी चट्टानें इकट्ठा कीं। फिर हमने उन्हें धोया और पॉलिश किया, उसके बाद प्राइमर की एक परत लगाई और फिर पेंट किया। प्रत्येक चट्टान पर एक तरफ एक प्रेरक उद्धरण है और दूसरी तरफ मंदिर के किसी हिस्से को चित्रित किया गया है।"यह भी पढ़ें: Exclusive: UAE में 14 फरवरी को पहले हिंदू मंदिर का होगा शुभारंभ, गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का दिखेगा संगम, पढ़ें अन्य खासियत
8 वर्षीय रेवा करिया, जिन्होंने इस रविवार को पत्थरों को उपहार बक्सों में पैक किया है, उन्होंने बताया कि उन्होंने उपहार का नाम "छोटा खजाना" रखा है क्योंकि बच्चे उन्हें अपने छोटे हाथों से इसे बना रहे हैं। उन्होंने कहा, "यह पत्थर मेहमानों को भव्य मंदिर की उनकी पहली यात्रा की याद दिलाएगा। मेरे लिए, यह टीम वर्क, दोस्तों के साथ वीकेंड सैर और एक रचनात्मक गतिविधि का अनुभव रहा है। मैं यहां अपने माता-पिता के साथ आती हूं और वे मंदिर के कुछ हिस्सों में अपनी सेवा भी देते हैं।"
शुरुआती दिनों में आगंतुकों को भी मिलेगा उपहार
11 वर्षीय अर्णव ठक्कर ने कहा कि पत्थरों पर चित्रित किए जा रहे डिजाइन पुष्टि के प्रतिबिंब हैं और शांति, प्रेम और सद्भाव का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा, "उन्हें बाद में वार्निश किया जाता है, ताकि वे मंदिर के रूप में कई वर्षों तक टिक सकें।" ठक्कर ने कहा कि वे इस गतिविधि को कुछ महीनों तक जारी रखेंगे, ताकि जब मंदिर जनता के लिए खोला जाए तो शुरुआती महीनों में आगंतुकों को भी यह उपहार मिल सके।2019 से हो रही मंदिर का निर्माण
दुबई-अबू धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल रहबा के पास, अबू मुरीखा में स्थित बीएपीएस हिंदू मंदिर, अबू धाबी में लगभग 27 एकड़ भूमि पर बनाया गया है और इसे 2019 से बनाया जा रहा है। मंदिर के लिए संयुक्त अरब अमीरात सरकार द्वारा दान दिया गया था। संयुक्त अरब अमीरात में तीन अन्य हिंदू मंदिर हैं, जो दुबई में स्थित हैं।#WATCH | Visuals of the Bochasanwasi Akshar Purushottam Swaminarayan Sanstha (BAPS) Mandir, the first Hindu temple in Abu Dhabi.
— ANI (@ANI) February 12, 2024
Prime Minister Narendra Modi will inaugurate it on February 14. pic.twitter.com/l154agVh6J