Mohammad Mokhber: अब कौन संभालेगा ईरान के राष्ट्रपति की जिम्मेदारी? ये नेता रेस में सबसे आगे; लेकिन फंसा 50 दिन का पेंच
इब्राहिम रईसी (Mohammad Mokhber) की मौत के बाद अब ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर देजफुली को ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति का पद संभालने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। बता दें कि अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मोखबर संसद के अध्यक्ष और न्यायपालिका के प्रमुख के साथ तीन सदस्यीय परिषद का हिस्सा होंगे। राष्ट्रपति रईसी की मौत के 50 दिनों के भीतर ईरान नए राष्ट्रपति चुनाव का आयोजन भी करेगी।
तेहरान, एजेंसी। Mohammad Mokhber: ईरान में इस समय मातम पसरा हुआ है। राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है। रविवार को हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिसके बाद ईरान के वरिष्ठ नेताओं ने वर्तमान स्थिति को लेकर आपातकालीन बैठक बुलाई।
इब्राहिम रईसी की मौत के बाद अब ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर देजफुली को ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति का पद संभालने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। बता दें कि अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में, मोखबर संसद के अध्यक्ष और न्यायपालिका के प्रमुख के साथ तीन सदस्यीय परिषद का हिस्सा होंगे। राष्ट्रपति रईसी की मौत के 50 दिनों के भीतर ईरान नए राष्ट्रपति चुनाव का आयोजन भी करेगी।
तो आइये जान लेते है कौन है ईरान के पहले उपराष्ट्रपति 68 वर्षीय मोहम्मद मोखबर जिनकी अंतरिम राष्ट्रपति बनने की हैं उम्मीद
ईरान सर्वोच्च नेता के सबसे करीबी हैं मोहम्मद मोखबर
- 1 सितंबर, 1955 को मोखबर का जन्म हुआ।
- मोखबर को रईसी की तरह ही सर्वोच्च नेता अली खामेनेई का करीबी माना जाता है।
- 2021 में रईसी के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद मोखबर पहले उपराष्ट्रपति बने।
- मोखबर ईरानी अधिकारियों की उस टीम का हिस्सा थे, जिन्होंने अक्टूबर में मास्को का दौरा किया था।
- इस टीम में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के दो वरिष्ठ अधिकारी और सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल का एक अधिकारी भी शामिल था।
- मोखबर ने रूस की सेना को सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों और अधिक ड्रोन की आपूर्ति करने पर सहमति व्यक्त की थी।
- मोखबर इससे पहले सर्वोच्च नेता से जुड़े निवेश कोष सेताद के प्रमुख रह चुके हैं।
- 2010 में, यूरोपीय संघ ने मोखबर को परमाणु या बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए प्रतिबंधित लिस्ट में शामिल किया था। हालांकि, 2 साल बाद इस लिस्ट से उनका नाम हटा दिया गया।
- 2013 में, अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने सेताद और उसके अधीन आने वाली 37 कंपनियों को प्रतिबंधित संस्थाओं की लिस्ट में शामिल किया।
- सेताद का पूरा नाम सेताद इजराय फरमान हजरते इमाम है। इसकी स्थापना इस्लामिक गणराज्य के संस्थापक, खामेनेई के पूर्ववर्ती, अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी द्वारा जारी एक आदेश के तहत की गई थी।
- इसने अपने सहयोगियों को 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद के अराजक वर्षों में कथित रूप से छोड़ी गई संपत्तियों को बेचने और उनका प्रबंधन करने का आदेश दिया था।