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Yahya Sinwar: जेल में बीती आधी जिंदगी, क्रूरता की सारी हदें कर चुका पार; पढ़ें कौन है नया हमास चीफ

Yahya Sinwar इस्माइल हानिया की मौत के बाद हमास ने याह्या सिनवार को समूह का प्रमुख नियुक्त किया है। याह्या सिनवार को फरवरी 2017 में गाजा पट्टी में हमास का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था वो अपने कट्टरपंथी विचारधारा के लिए जाना जाता है। उसे फिलिस्तीन का ओसामा बिन लादेन भी कहा जाता है। वो कई फलस्तीनियों की भी जान ले चुका है।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Wed, 07 Aug 2024 11:02 AM (IST)
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याह्या इब्राहिम हसन सिनवार को नया हमास चीफ बनाया गया।(फोटो सोर्स: जागरण)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हमास ने मंगलवार को अपना नया मुखिया चुन लिया है। याह्या इब्राहिम हसन सिनवार  (Yahya Sinwar) को हमास चीफ की जिम्मेदारी दी गई है। 31 जुलाई को तेहरान में इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई थी। 61 वर्षीय याह्या सिनवार का संघर्ष का लंबा इतिहास रहा है। 

उन्होंने अपनी जवानी की आधी जिंदगी जेल में गुजारी है। वह इजरायल की जेल में करीब 23 साल तक रह चुका है। हानिया की मौत के बाद वो हमास का सबसे शक्तिशाली नेता है।

23 सालों तक इजरायल की जेल में काटी सजा

साल 1962 में दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शरणार्थी शिविर में जन्मे याह्या सिनवार, हमास (Hamas) के साथ साल 1987 से ही जुड़ा है। याह्या के मां-बाप अश्केलॉन के थे।  बता दें कि इसी साल हमास की स्थापना हुई थी। गौरतलब है कि इसी साल इजरायल ने उसे गिरफ्तार करते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। उसपर दो इजरायली सैनिकों की हत्या और चार फलस्तीनियों के  अपहरण के आरोप लगाए गए थे। वह इजरायल की जेल में करीब 23 सालों तक रह चुका है।

याह्या सिनवार ने लगभग 23 साल जेल में गुजारे। साल 2011 में उसे कैदी विनिमय सौदे के तहत रिहा किया गया था, उसे इजरायली सैनिक (Israel) गिलाद शालिट की रिहाई के बदले रिहा किया गया था। इसके बाद साल 2012 में  याह्या सिनवार को हमार राजनीतिक ब्यूरो में चुना गया और उन्हें कस्साम ब्रिगेड के साथ समन्वय का काम सौंपा गया।

अमेरिका ने 2015 में किया आतंकवादी घोषित

उसने साल 2014 में गाजा में इजरायल के खिलाफ चले सात सप्ताह के युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी। इसी साल एक अफवाह उड़ी थी कि  याह्या सिनवार की मौत हो गई है, लेकिन यह महज एक अफवाह साबित हुई। इसके बाद साल 2015 में अमेरिका ने उसे आतंकवादी घोषित कर दिया। याह्या सिनवार को साल 2017 में हमास के पोलित ब्यूरो का मेंबर बना गया था।

'खान यूनिस के कसाई' की कहानी

याह्या सिनवार को एक क्रूर व्यक्ति माना जाता है। उसकी क्रूरता की कई कहानी है। सिनवार ने इजराइल के लिए जासूसी करने के शक में एक व्यक्ति को उसके भाई के हाथों ही जिंदा दफन करवा दिया था। 2015 में सिनवार के आदेश पर हमास कमांडर महमूद इश्तिवी को टॉर्चर कर उसकी जान ले ली गई थी।  

उसे फिलिस्तीन का ओसामा बिन लादेन भी कहा जाता है। वो कई फलस्तीनियों की भी जान ले चुका है। दरअसल, माना जाता है कि इजरायल को किसी प्रकार से मदद पहुंचाने वाले फलस्तीनियों को वो नहीं जिंदा नहीं छोड़ता है। कहा ये भी जाता है कि अगर कोई शख्स सिनवार की बात को न कह रहा है, तो वो अपनी जिंदगी को न कह रहा है। उसे खान यूनिस का कसाई भी कहा जाता है।  

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