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Libya Flood: लीबिया में आई विनाशकारी बाढ़ में अब तक 11,000 लोगों की मौत, बढ़ सकती है मृतकों की संख्या

लीबिया में सितंबर में भयानक बाढ़ आई थी। जिसके कारण अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों की संख्या बढ़ने की भी संभावना जताई जा रही है। आपदा से सबसे अधिक प्रभावित पूर्वी लीबिया का डेरना शहर है। जहां अभी भी कई लोगों को तलाशने का काम जारी है। अभी भी लोगों को कीचड़ और खंडहर इमारतों में खंगाला जा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Sat, 16 Sep 2023 10:54 AM (IST)
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Libya Flood: लीबिया में आई विनाशकारी बाढ़ में अब तक 11,000 लोगों की मौत
डेरना, एजेंसी। Libya Flood: लीबिया में आई विनाशकारी बाढ़ (Flood in Libya 2023) के कारण अब तक करीब 10000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। आपदा से सबसे अधिक प्रभावित पूर्वी लीबिया का डेरना शहर है। जहां अभी भी कई लोगों को तलाशने का काम जारी है। डेरना शहर के बाहर दो बांध भी टूटे हैं। जिसकी चपेट में आए परिवार मिनटों में डूब गए। बचावकर्मियों को पीड़ितों तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

न्यूज एजेंसी AP से मिली जानकारी के अनुसार, लीबिया की बाढ़ में मृतकों का आधिकारिक आंकड़ा बढ़कर 11,470 (Death toll in Lybya) हो गया है। लीबियाई अधिकारियों ने शुक्रवार को बाढ़ से घिरे डेरना शहर को सील कर दिया है, ताकि खोजी टीमों को लापता लोगों की तलाश में सुविधा हो।

इस दौरान अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि पानी से फैलने वाली बीमारी और विस्फोटक अभी और लोगों की जान ले सकते हैं। लीबियाई अधिकारियों ने बताया कि डेरना में मृतकों की संख्या बढ़कर 11,300 हो चुकी है।

इसके अलावा पूर्वी लीबिया के अन्य स्थानों पर 170 लोगों की मौत हुई है। अभी भी शवों की तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि अभी भी बाढ़ के कारण 10,100 लोग लापता हैं। लोगों को कीचड़ और खंडहर इमारतों में खंगाला जा रहा है।

रविवार को भूमध्यसागरीय तूफान डेनियल के चलते भारी बारिश (Libya Flood News) के कारण दो बांधों के ढह जाने और भयंकर बाढ़ आने के बाद आई आपदा ने तूफान की तीव्रता के साथ-साथ लीबिया की संवेदनशीलता को भी झकझोर दिया।

2014 के बाद से तेल समृद्ध देश विभिन्न मिलिशिया बलों और अंतरराष्ट्रीय संरक्षकों द्वारा समर्थित पूर्व और पश्चिम में प्रतिद्वंद्वी सरकारों के बीच विभाजित हो गया है।

पूर्वी लीबिया में एंबुलेंस और आपातकालीन सेवा के महानिदेशक सलाम अल फरगानी ने गुरुवार देर रात घोषणा की और कहा कि डेरना को खाली कराया जा रहा है। अब केवल खोज और बचाव टीमों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।

लीबिया को बाढ़ उपकरणों और स्वास्थ्य सहायता की जरूरत

यूएन संयुक्त राष्ट्र के सहायता प्रमुख मार्टिन ग्रीफिथ्स ने जेनेवा में शुक्रवार को कहा कि लीबिया को बाढ़ से बचाव कार्य के लिए उपकरणों व बीमारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य सहायता की सख्त जरूरत है। बाढ़ के चलते क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हैजा फैलने की आशंका है। मार्टिन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने 15 सदस्यों की एक समन्वय टीम लीबिया भेजी है।

वहीं, डेरना में आई बाढ़ के कारण अभी भी कई लोग लापता हैं। लापता लोगों के रिश्तेदारों ने CNN को बताया कि वे डरे हुए हैं। पूर्वी शहर टोब्रुक के एक निवासी ने सीएनएन को बताया कि उसके आठ रिश्तेदारों की डेरना में बाढ़ में मौत हो गई।

इमाद मिलाद ने CNN को बताया कि मेरी पत्नी अरीज की बहन और उसके पति दोनों का निधन हो गया। उनका पूरा परिवार भी मर चुका है। कुल आठ लोगों की मौत हो चुकी है। यह एक आपदा है। हम स्थिति के बेहतर होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

लीबिया में बाढ़ किस जगह आई?

बाढ़ ने लीबिया के उत्तर-पूर्व को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है, जो भूमध्यसागरीय तट पर स्थित है। सबसे अधिक प्रभावित शहर डेरना है, जो देश के दूसरे सबसे बड़े शहर बेंगाजी से लगभग 300 किलोमीटर (190 मील) पूर्व में स्थित है। लगभग 100,000 लोगों की आबादी वाले शहर, डेरना को भारी क्षति हुई है।

लीबिया में आपातकालीन और एम्बुलेंस सेवा के प्रवक्ता ओसामा अली ने मंगलवार को CNN को बताया कि मुर्दाघरों में क्षमता से अधिक शव भर गए हैं। बचे हुए शवों को बाहर फुटपाथ पर ही छोड़ दिया गया है।

अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि दो बांधों के ढहने से भी बाढ़ बढ़ गई है, जिसके कारण पानी डेरना शहर की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

लीबिया को कौन कर रहा नियंत्रित?

लीबिया विशेष रूप से प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव के प्रति संवेदनशील है क्योंकि इसमें कोई एकीकृत सरकार नहीं है, बल्कि दो प्रतिद्वंद्वी प्रशासन हैं जो 2014 में शुरू हुए गृह युद्ध के बाद राजनीतिक गतिरोध झेल रहे हैं।

2011 में नाटो (NATO) समर्थित विद्रोह में लंबे समय से तानाशाह रहे मुअम्मर गद्दाफी को सत्ता से हटाने के बाद से देश में अराजकता की स्थिति है।

विश्लेषकों का कहना है कि अपर्याप्त प्रतिक्रिया, प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में लीबिया की तैयारियों की कमी के कारण भी आती है, जिसे पूर्व में LNA के प्रवक्ता मेजर जनरल अहमद अल-मिस्मरी ने मंगलवार को स्वीकार किया था।

अल-मिस्मारी ने मंगलवार को अल-अरेबिया टीवी को बताया कि लीबिया और पूर्वी अधिकारी "नुकसान के इस स्तर को संभालने के लिए पर्याप्त नहीं हैं", उन्होंने कहा कि कम से कम तीन अलग-अलग विशेषज्ञ बचाव टीमों की आवश्यकता है।

दो युद्धरत पार्टियाँ आज देश पर नियंत्रण को लेकर आपस में लगातार लड़ रही हैं। अब्दुलहामिद दबीबेह के नेतृत्व वाली संयुक्त राष्ट्र समर्थित राष्ट्रीय एकता सरकार (Government of National Unity, GNU) उत्तर-पश्चिमी लीबिया के त्रिपोली में बैठती है, जबकि खलीफा हफ्तार द्वारा नियंत्रित लीबियाई राष्ट्रीय सेना (Libyan National Army, LNA) ओसामा हमद के नेतृत्व वाली पूर्वी-आधारित संसद का समर्थन करती है।

CNN के अनुसार, बाढ़ से प्रभावित डेरना और आस-पास के शहर हफ़्तार और उसकी पूर्वी सरकार के नियंत्रण में हैं, जिसे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा मान्यता नहीं दी गई है।

विश्लेषकों ने कहा है कि लीबिया में तूफ़ान आने से कुछ दिन पहले ही जलवायु पूर्वानुमानों ने चेतावनी दे दी थी, लेकिन पूर्व में अधिकारियों ने तेजी से कार्रवाई नहीं की।

सड़कों पर तैर रहीं हैं लाशें

कड़ी मशक्कत के बाद जो सहायता कर्मी डेरना शहर तक पहुचंने में कामयाब रहे उन्होंने तबाही का जो वर्णन किया वह भयावह है। खोज और बचाव टीमों ने टूटी हुई अपार्टमेंट की तलाशी ली और तट से दूर तैरते हुए शवों को बरामद किया।

कहा, हर जगह शव ही दिखाई पड़ रहे थे, घरों के अंदर, सड़कों पर और समुद्र में। बेंगाजी के एक सहायता कर्मी इमाद अल-फलाह ने डेरेना से फोन पर बताया कि जहां भी जाइये वहां आपकों मृत पुरुष, महिलांए और बच्चे दिखाई देते हैं।

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